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हम कैलोरीज लेते हैं, कैलोरीज खर्च करते हैं, लेकिन वो भी इसका बचाव नहीं कर पाते. पाचन शक्ति आखिरकार उम्र के साथ कमजोर होती जाती है, लेकिन निश्चित रूप से हम खामोश बैठे ऐसा होते नहीं देख सकते! ऐसे कई उपाय हैं, जिनकी मदद से कैलोरी को तेजी से बर्न किया जा सकता है.
हाय मेरे डीएनए.. तुमने मुझे अच्छी पाचन शक्ति या कम भूख क्यों नहीं दी?
1. सिर्फ एक रात अच्छी नींद का ना आना आपकी पाचन शक्ति को धीमा कर सकता है.
भरपूर नींद का ना मिलना वजन बढ़ने का कारण माना जाता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक सिर्फ एक रात की नींद पूरी ना होना भी वजन बढ़ने का कारण बन सकता है. यह अगली सुबह के पाचन या हाजमे की रफ्तार धीमा कर सकता है- जिसका अर्थ है कैलोरी के रूप में कम एनर्जी का बर्न होना.
अगर कम आप सोते हैं तो आपका शरीर उसी तरह कम शुगर का पाचन करता है, जिस तरह आपके आराम करने के दौरान होता है.
तनाव जीवन की सच्चाई है, लेकिन भले ही आपने ज्यादा कैलोरी कंज्यूम ना की हो, यह कार्टिसोल हार्मोंस (जो आपके शरीर को एनर्जी की सप्लाई का संकेत देता है) का स्तर बढ़ा देता है. इससे आपको भूख लग जाएगी और मैं आपको बता दूं कि बहुत कम लोग होंगे जो तनाव भरे हालात में जासूस करमचंद की तरह गाजर चबाते होंगे.
यह आपकी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर होना चाहिए. राजा की तरह नाश्ता करो, राजकुमार की तरह लंच करो और फकीर की तरह रात का खाना खाओ. आपने यह कहावत हजार बार सुनी होगी, लेकिन क्या आपने सुबह की भागादौड़ में कभी इस पर अमल भी किया है.
क्या आप जानते हैं कि वह महिलाएं जो सुबह का नाश्ता नहीं करतीं, उनको मोटापे की संभावना 4.5 गुना ज्यादा होगी है?
मैं हर तरह के डिब्बाबंद ब्रेकफास्ट, यहां तक कि सेरेल्स, की भी विरोधी हूं. इनमें से कई में कोका कोला की एक बोतल से भी ज्यादा शुगर होती है!
इसलिए प्रोटीन लेना है तो पोहा पका लीजिए, उपमा खा लीजिए, ताजा दलिया बना लीजिए या अंडा खा लीजिए. इसके साथ स्किम्ड मिल्क ले लीजिए. दिन के लिए इतनी तैयारी काफी है.
आप जानते हैं कि ज्यादा फाइबर खाने से ज्यादा कैलोरी बर्न होती, तो यह भी जान लीजिए कि ऐसा कैसे होता है.
विज्ञान कहता है कि फाइबर आपका फैट बर्न 30 फीसद तक बढ़ा सकता है. अगर लंबे समय तक आपकी अधिकांश कैलोरी फाइबर वाले फूड से आती है तो आपका वजन कम बढ़ता है. मेरा सुझाव है कि रोजाना कम से कम 25 ग्राम लेना चाहिए जो मोटे तौर पर तीन बार फल और सब्जी लेने के बराबर होगा.
व्यस्त दिन से ब्रेक लेने के लिए बैठना अच्छी बात है, लेकिन हममें से ज्यादातर लोग पूरे दिन डेस्क पर ही बैठे रह जाते हैं, और इसके बाद का बचा समय भी टीवी के सामने बैठे हुए गुजार देते हैं. आप सोच सकते हैं कि बैठे रहना हमारे शरीर पर किस तरह असर डालता है? इसका जवाब आपको सदमे में डाल देगा.
अगर आप रोजाना 11 घंटे या इससे अधिक बैठते हैं तो 4 घंटे या इससे कम बैठने वालों की तुलना में अगले तीन साल में मौत का जोखिम 40% बढ़ जाता है. सिर्फ इतना ही नहीं अगर, कोई रोजाना 3 घंटे से कम बैठता है तो उसकी उम्र 2 साल बढ़ जाती है!
(रितिका समद्दर ‘’सेहतमंद खाना खाओ और जिंदगी का हर लम्हा पूरी शिद्दत से जियो’ के मंत्रा के साथ जीवन जीती हैं. न्यूट्रीशन के क्षेत्र में 17 साल के अनुभव के साथ वह मैक्स हेल्थकेयर में डायटिक्स की रीजनल हेड हैं. )
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Published: 15 Feb 2018,11:58 AM IST