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स्वच्छ हवा हमारे लिए क्यों जरूरी है, ये बताने की जरूरत नहीं है. आज जब हम ये जान चुके हैं कि एयर पॉल्यूशन हमारे शरीर के कई अंगों (खासकर फेफड़े और दिल) पर बुरा असर डाल रहा है, तो हालिया रिसर्च कई मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं जैसे डिप्रेशन, बाइपोलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया, मूड स्विंग्स और संज्ञानात्मक गिरावट का संबंध एयर पॉल्यूशन से बता रहे हैं.
वायु प्रदूषण कई तरीकों से दिमाग को प्रभावित कर रहा है. दिल्ली के एम्स में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ मंजिरी त्रिपाठी बताती हैं:
हमारे शरीर को ऑक्सीजन की जरूरत होती है. जब हवा प्रदूषित हो जाती है, तो आप सांस में कम ऑक्सीजन ले रहे होते हैं, जिसमें फैक्ट्री, कार और ट्रक से निकले पर्टिकुलेट मैटर ज्यादा होते हैं. जब ये प्रदूषित हवा शरीर में जाती है, तो यही कई समस्याओं की जड़ बनती है.
एयर प्यूरिफायर्स और पॉल्यूशन मास्क आपको नहीं बचा सकते हैं. हमारा पर्यावरण और हमारी सेहत आपस में जुड़े हैं. पर्यावरण को नुकसान पहुंचा कर हम अपनी सेहत के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं.
इसलिए सिर्फ खुद को एयर पॉल्यूशन से बचाने के तरीके की खोज के बजाए समस्या की जड़ पर वार करें और हवा को प्रदूषित होने से बचाएं.
एयर पॉल्यूशन पर फिट #PollutionKaSolution कैंपेन लॉन्च कर रहा है. आप भी हमारी इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं. आप #AirPollution को लेकर अपने सवाल, समाधान और आइडियाज FIT@thequint.com पर भेज सकते हैं.
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Published: 25 Sep 2019,12:36 PM IST