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भारतीय खाने में करी की अपनी ही एक जगह है. जो भी भारतीय व्यंजनों के बारे में जानता है, उसने करी का नाम जरूर सुना होगा. अगर आप भारतीय भोजन के सच्चे प्रेमी हैं, तो आप उस अंतर को समझते होंगे, जो खाने में करी पत्तियां डालने से आता है.
मैं सांभर और रसम में अक्सर कुछ करी पत्तियां डालना पसंद करती हूं, ये पत्तियां खाने को एक अद्भुत स्वाद और सुगंध देती हैं! मैं करी पत्तियों को उगाती भी हूं.
लेकिन करी पत्तियां खाने में सिर्फ स्वाद के लिए ही नहीं डाली जाती हैं. इन छोटी और हरे रंग की पत्तियों में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनसे लिवर से लेकर पेट की गड़बड़ी तक कुछ भी ठीक हो सकता है. हां, ये नरम पत्तियां और भी बहुत कुछ कर सकती हैं.
करी पत्तियां मूल रूप से भारत और श्रीलंका में पाई जाती हैं, और इन देशों के कई घरों में ये पत्तियां उगाई जाती हैं. खाना पकाने में इन पत्तियों का काफी इस्तेमाल किया जाता है. आयुर्वेद जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में करी पत्तियों की काफी अहमियत है.
जानिए करी पत्तियों के 10 फायदे.
करी पत्तियों में कार्बाजोल एल्कोलॉइड होते हैं, जिनसे वजन घटाने में मदद मिलती है. विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह 7-8 ताजा करी पत्तियों को चबाने से शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और पाचन में सुधार होता है.
करी पत्तियां पेट की परेशानी दूर करने में चमत्कार कर सकती हैं. कई दक्षिण भारतीय घरों में, भोजन के बाद पाचन को आसान बनाने के लिए करी पत्तियों और मक्खन वाले दूध का एक पेय (छाछ) दिया जाता है. माना जाता है कि करी पत्तियां पाचन एंजाइमों की मदद करती हैं, इस कारण ये दस्त और अपच का बेहतर उपाय हैं.
करी पत्तियां बालों के स्वास्थ्य और उन्हें बढ़ाने के अपने गुणों के लिए प्रसिद्ध हैं. ये न केवल बालों की जड़ों को मजबूत बनाने और उनके बढ़ने में मदद करती हैं बल्कि उन्हें समय से पहले सफेद होने व रूसी को भी रोकती हैं. उबली हुए करी पत्तियों को नारियल के तेल के साथ मिलाकर लगाने से बाल काले रहते हैं. इसे काफी अच्छा हेयर ऑयल माना जाता है.
पेट की समस्याओं के बारे में बात करते हुए, गर्भवती महिलाएं जो मॉर्निंग सिकनेस (मन मिचलाना) से गुजरती हैं, उन्हें पता है कि यह कितना परेशानी भरा हो सकता है. कई होने वाली मम्मियों के लिए, मन मिचलाने वाली यह बीमारी पूरे दिन तक चलती है, न कि सिर्फ सुबह. करी पत्तियों का जूस पीना गर्भावस्था में मितली या मन मिचलाने को कम करने में मदद करता है. इसका कोई हानिकारक असर भी नहीं होता है.
डायबिटीज या मधुमेह की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से उतार-चढ़ाव होना है. करी पत्तियां शरीर की इंसुलिन गतिविधि को प्रभावित करती हैं, जिससे ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है. करी पत्तियों वाले भोजन ने कई लोगों को डायबिटीज में लंबे समय तक फायदा पहुंचाया है.
गाजर एकमात्र चीज नहीं हैं, जो आपकी आंखों को स्वस्थ रखता है. ये काम करी पत्तियां भी करती हैं! विटामिन ए से भरपूर, इनके कैरोटीनॉइड कॉर्निया की सुरक्षा करते हैं. करी पत्तियों को नियमित रूप से खाने में प्रयोग करना आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है. साथ ही यह मोतियाबिंद जैसी उम्र से संबंधित बीमारियों को भी रोकता है.
परंपरागत दवा के कई चिकित्सक त्वचा की कई आम बीमारियों और घावों जैसे हल्के जलन, फोड़े, चोट या कीड़े के काटने पर करी पत्तियों के पेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. पेस्ट में जीवाणुरोधी (antibacterial) गुण होते हैं, जो शरीर के जख्मों को भरने की प्रक्रिया को तेज करते हैं.
हमारे देश के ज्यादातर बच्चों में आयरन की कमी देखी गई है, खासकर लड़कियों में. करी पत्तियों में आयरन भरपूर मात्रा में होता है. इसमें फोलिक एसिड भी होता है, जो शरीर द्वारा आयरन को अवशोषित करने या सोखने में मदद करता है. खड़ी करी पत्तियों वाली 'चाय' एनीमिया से बचाव में मदद कर सकती है.
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल खराब कोलेस्ट्रॉल है, जो हृदय से जुड़े रोगों का कारण होता है. करी पत्तियां कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण और एलडीएल को बनने से रोकती हैं. इसके बदले में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, जो कि फायदेमंद होता है. खराब लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियोें जैसे दिल की बीमारियों से बचने के लिए ये नियंत्रण काफी जरूरी है.
करी पत्तियां शरीर की फ्री रेडिकल डैमेज से सुरक्षा करती हैं, जो गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है. करी पत्तियों में टैनिंस और कार्बाजोल एल्कोलॉइड शरीर में लिवर डैमेज से बचाव के साथ-साथ कई प्रकार के कैंसर से बचाते हैं.
शायद यह जानकर ताज्जुब हो कि कोई एक ऐसी चीज है, जो शरीर के सभी हिस्सों के लिए इतनी फायदेमंद है! लेकिन यह करी पत्तियों का जादू है! अब अगली बार जब आप करी पत्ते का खाने में प्रयोग करें, तो जानें कि आप अपने परिवार का स्वास्थ्य काफी बेहतर कर रहे हैं.
(प्रतिभा पाल ने अपना बचपन ऐसी खूबसूरत जगहों पर बिताया है, जिनके बारे में सिर्फ फौजियों के बच्चों ने ही सुना होगा. वो किताबें पढ़ते हुए और कल्पना की उड़ान भरते हुए बड़ी हुई हैं. जब वो अपने पाठकों के साथ शेयर करने के लिये किसी DIY रेसिपी तैयार करने का काम नहीं कर रही होती हैं, तब प्रतिभा सोशल मीडिया पर अपनी लेखन कला का जादू बिखेर रही होती हैं. उनके विचारों को आप उनके ब्लॉग www.pratsmusings.com पर पढ़ सकते हैं या उनके ट्विटर हैंडल @myepica पर संपर्क कर सकते हैं.)
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Published: 22 Oct 2018,11:57 AM IST