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जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर में एसबेस्टस (जिससे कैंसर हो सकता है) होने की रिपोर्ट आने के बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कंपनी को आदेश दिया है कि अगले निर्देश तक वो मुंबई के मुलुंड प्लांट और हिमाचल प्रदेश की बद्दी यूनिट से किसी टैल्कम पाउडर के कच्चे माल का इस्तेमाल नहीं करे.
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) के निर्देशों पर, ड्रग इंस्पेक्टर्स ने 19 दिसंबर को दोनों प्लांट्स से कंपनी के बेबी पाउडर के सैंपल लिए. ऐसा कुछ रिपोर्ट्स सामने आने के बाद किया गया है, जिसमें बताया गया था कि इसके प्रोडक्ट में एसबेस्टस है, जिससे कैंसर हो सकता है.
इसके अलावा, देश भर में इसके 100 से अधिक सैंपल इकट्ठे किए गए हैं. इनकी टेस्टिंग ये देखने के लिए की जाएगी कि क्या ये सभी निर्धारित रेगुलेटरी और मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स का पालन करते हैं. इसके अलावा एसबेस्टस की मौजूदगी की भी जांच की जाएगी.
CDSCO के एक अधिकारी ने बताया कि प्रोटोकॉल के मुताबिक, निर्माता को खरीदे गए टैल्क के कच्चे माल के सभी बैच में एसबेस्टस की जांच करनी होती है. लेकिन ये पता चला है कि सभी बैचों की नहीं बल्कि कुछ बैच की ही टेस्टिंग हो रही है.
इकट्ठे किए गए सैंपल की जांच सेंट्रल ड्रग टेस्टिंग लैब में होगी. जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी का कहना है कि वो CDSCO का पूरी तरह से सहयोग कर रही है. इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि उसके बेबी पाउडर में एसबेस्टस नहीं है और उससे कैंसर नहीं होता.
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Published: 20 Dec 2018,07:11 PM IST