Home Fit कैसे करें डेंगू की रोकथाम? इन चीजों पर जरूर दें ध्यान
कैसे करें डेंगू की रोकथाम? इन चीजों पर जरूर दें ध्यान
भारत में 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है.
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भारत में 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है.
(फोटो: iStock)
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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, दुनिया की करीब आधी आबादी पर डेंगू का खतरा है. भारत में हर साल डेंगू और इससे मौत के मामले सामने आते हैं.
(फोटो क्रेडिट: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम)
इसलिए डेंगू की रोकथाम और इस पर नियंत्रण बेहद जरूरी है, जो प्रभावी वेक्टर नियंत्रण उपायों पर निर्भर करता है.
मच्छर के काटने से होता है डेंगू
'डेंगू' एक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. इस मच्छर का आकार करीब 5 mm होता है, काले रंग के इस मच्छर पर सफेद धारी होती है.
एडीज इजिप्टी मच्छर दिन के समय काटता है. खासकर बिल्कुल सुबह और शाम को अंधेरा होने से पहले.
डेंगू के लक्षण
संक्रमित मच्छर के काटने के बाद इसके लक्षण 3-14 दिन में सामने आते हैं.
डेंगू में अचानक तेज बुखार के साथ तेज सिरदर्द, आंखों में दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और चकत्ते हो जाते हैं.
डेंगू हेमोरेजिक बुखार इस बीमारी का गंभीर रूप है, इस दौरान पेट दर्द, उल्टी, ब्लीडिंग होती है.
डेंगू का इलाज
(फोटो: iStock/फिट)
डेंगू के लिए कोई एंटीवायरल दवा नहीं है. कोई वैक्सीन नहीं है. डेंगू होने का जल्द पता चलना और मेडिकल निगरानी में इलाज जरूरी है.
डॉक्टर की निगरानी में रोगी के लिए पेरासिटामोल के साथ दर्द निवारकों का इस्तेमाल, अधिक से अधिक मात्रा में तरल चीजें पीना और आराम करना महत्वपूर्ण है.
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डेंगू की रोकथाम
नेशनल हेल्थ पोर्टल डेंगू की रोकथाम के लिए मच्छरों को पनपने न देने और मच्छरों से बचने की सलाह देता है.
कूलर और दूसरे छोटे बर्तनों (प्लास्टिक के बर्तनों, बाल्टियों, ऑटोमोबाइल टायरों, कूलर (वॉटर कूलर), पालतू पशुओं के पीने के पानी के बर्तनों और फूलदान) का पानी हफ्ते में कम से कम एक बार बदला जाना चाहिए.
पानी के जिन कंटेनरों को खाली नहीं किया जा सकता, उनमें उपयुक्त लार्वानाशी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
पानी से भरे बर्तनों को ढक कर रखना चाहिए.
मच्छरों के काटने से बचने के लिए दिन में एरोसोल का उपयोग किया जा सकता है.
बरसात के मौसम में जब डेंगू फैलने का ज्यादा खतरा रहता है, इस दौरान सभी लोग को हाथों और पैरों को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए.
दिन में सोने के दौरान मच्छर दानी या मच्छर भागने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.
मच्छरों के काटने को रोकने के लिए खिड़की की स्क्रीन, कीटनाशकयुक्त मच्छर दानी, कॉइल्स (मच्छर भागने वाली अगरबत्ती) और कीटनाशकों का छिड़काव जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय का उपयोग किया जा सकता है.
डेंगू के रोगी को मच्छर के काटने से बचाया जाना चाहिए. यह दूसरे लोगों में डेंगू फैलने से रोकेगा.