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Diabetes In Children: डायबिटीज जो पहले बड़ों में होने वाली बीमारी मानी जाती थी, आज बच्चों में भी बड़ी संख्या में सामने आ रही है. ये एक ऐसी बीमारी है, जो पूरी बॉडी को बुरी तरह से प्रभावित करती है फिर वो चाहे बड़ों में हो या बच्चों में. एक्सपर्ट बताते हैं कि बच्चों में भी टाइप 2 डायबिटीज के मामले खराब लाइफस्टाइल की आदतों से जुड़े होते हैं.
मेडिकल जर्नल द लैंसेट में प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि भारत मोटापे के संकट के सामने खड़ा है. मोटापा कई तरह की बीमारी का कारण बनता है और उसमें से एक बीमारी डायबिटीज भी है.
बच्चों और बड़ों में ब्लड शुगर के लेवल का मापदंड एक ही होता है. वैसे तो बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज का जोखिम ज्यादा होता है. इस स्थिति में शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता है. टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के लक्षण बच्चों में एक जैसे होते हैं, जिन्हें समय पर पहचानने की जरूरत होती है. लक्षणों को अनदेखा न करें. कई बार टाइप 1 डायबिटीज में खतरा इतना बढ़ जाता है कि बात बच्चे की जान पर आ सकती है. ये हैं बच्चों में डायबिटीज के लक्षण.
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