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ऐसा कहा जाता है कि खड़े होकर पानी पीने से सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं. हमारे पास एक मेल आया, जिसमें यही पूछा गया कि क्या हमें खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए. इंटरनेट पर सर्च इसी बात का दावा करता है कि खड़े होकर पानी पीना नुकसान करता है.
ऐसा माना जाता है कि जो लोग हमेशा खड़े होकर पानी पीते हैं, उन्हें अर्थराइटिस, अपच, किडनी और लिवर डैमेज जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
कहा जाता है कि खड़े होकर पानी पीने से वो पानी शरीर में तेजी से अंदर जाता है, जोड़ों में जमा हो जाता है और किडनी के जरिए ठीक तरीके से फिल्टर नहीं हो पाता है.
भले ही इंटरनेट पर आपको इस तरह के तमाम दावे मिल जाएं, लेकिन इसको लेकर कोई स्टडी नहीं हुई है, जिससे ये दावा सही साबित हो सके.
फिट ने इस सिलसिले में दिल्ली के मैक्स सुपरस्पेशएलिटी हॉस्पिटल में प्रोग्राम डायरेक्टर और गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ अश्विनी सेतिया से बात की. उन्होंने कहा कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है.
क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट रुपाली दत्ता का भी यही मानना है.
हालांकि, बॉडी पॉस्चर खाते वक्त मायने रखता है.
फिट के लिए अपने एक आर्टिकल में डॉ अश्विनी सेतिया लिखते हैं, 'इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि चलने-फिरने पर जो खून का प्रवाह है, वह प्राकृतिक रूप से अपने आप ही हमारे हाथों-पैरों की ओर मुड़ (डाइवर्ट हो) जाता है और भोजन के लिए, जो पर्याप्त मात्रा में खून हमारे पाचन तंत्र को चाहिए, वहां पर नहीं पहुंच पाता.'
डॉ सेतिया पानी पीने की स्पीड पर ध्यान देने की बात पर गौर करने की सलाह देते हैं. उनके मुताबिक तेजी से बहुत ज्यादा पानी पी लेने से पेट में ब्लोटिंग हो सकती है. लेकिन इस पर भी कोई मॉडर्न स्टडी नहीं हुई है.
(ये स्टोरी सबसे पहले Fit पर पब्लिश हुई थी. इसे हिंदी में सुरभि गुप्ता ने ट्रांसलेट किया है.)
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Published: 27 Jun 2019,04:03 PM IST