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हम सब उन फूड्स के बारे में सुनते हैं, जो माइग्रेन और सिरदर्द को बढ़ा देते हैं. लेकिन क्या ऐसे फूड्स हैं, जो पहली बार में सिरदर्द को दूर करने में हमारी मदद कर सकते हैं? एक तरह से सिरदर्द दूर करने वाली डाइट? कुछ कॉम्बिनेशन हैं जो इसमें मददगार हैं. इन्हें अपनी डेली डाइट का हिस्सा बनाएं और आपको रिजल्ट दिखाई देंगे.
इससे पहले कि हम टिप्स के बारे में जानें. यहां कुछ ऐसे सिंपल फूड हैं, जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं और जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए: केले, बीन्स, चॉकलेट, डेयरी प्रोडक्ट, पनीर, टमाटर और यहां तक कि प्याज. ऐसे फूड्स से बचें जिनमें एडिटिव्स हों. शराब भी कुछ हद तक माइग्रेन को बढ़ा सकता है.
उपवास और मील को स्किप करना आपको सिर से जुड़ी समस्याएं दे सकता है क्योंकि भूख के कारण सिरदर्द हो सकता है. ऐसा ब्लड शुगर के कम होने के कारण होता है. इसलिए नियमित भोजन और फाइबर व प्रोटीन से भरपूर डाइट लेना एक अच्छा आइडिया है. हमारा ब्रेन दो चीजों पर चलता है: ऑक्सीजन और भोजन से बनने वाली एनर्जी से. एक बार जब वह एनर्जी खत्म हो जाती है, तो आपको अपने ब्रेन को खिलाने की आवश्यकता होती है. आवश्यक पोषक तत्वों की कमी से आपको टीस के साथ होने वाला दर्द हो सकता है.
सुनिश्चित करें कि आप हर तीन से चार घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाएं और नाश्ते को न छोड़ें.
विटामिन ई, एस्ट्रोजन के लेवल को स्टेबल करने में मदद करता है, जो पीरियड से संबंधित माइग्रेन को दूर करता है.
क्या करें: तिल खाएं. विटामिन ई के अलावा, तिल में नाइट्रिक ऑक्साइड के रूप में एल-आर्जिनिन प्रचुर मात्रा में होता है. यह टेंशन सिरदर्द और माइग्रेन से बचाने में मदद करता है. चुकंदर और चुकंदर के रस का भी एक जैसा असर होता है.
मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण मिनरल है, जो ब्लड वेसल्स को आराम देता है. यह माइग्रेन और इससे होने वाले इलेक्ट्रिक सिग्नल्स के उत्पन्न होने की आशंका को कम करता है. दोनों के कारण सिरदर्द होता है. गुड फैट ब्लड प्रेशर को स्टेबल रखने में मदद करता है.
क्या करें: मछली, सेम और गहरे हरे, पत्तेदार सब्जियां और कद्दू के बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं. यहां तक कि सिंपल स्टेप्स भी मददगार हैं - मैग्नीशियम बूस्ट के लिए सफेद-आटा ब्रेड और पास्ता के बदले इनका गेहूं वाला ब्रेड, पास्ता लें.
एवोकाडोस सिरदर्द से राहत देने में दोगुना प्रभावकारी है. यह मैग्नीशियम और हेल्दी फैट से भरपूर होता है. यह ब्लड शुगर और हार्मोन को स्टेबल करता है. इसके अलावा, ये चलते-फिरते खाने में आसान होता हैं. आप इसे हर चीज में शामिल कर सकते हैं: स्मूदी, सूप, सलाद, या सिर्फ स्नैक के साथ. अगर एवोकाडोस मिलना मुश्किल है, तो नाश्ते के रूप में बस कुछ फलों के साथ नट और सीड्स भी ले सकते हैं. यह भोजन के बीच ब्लड शुगर के लेवल को मैनेज करने में भी मदद कर सकता है.
अक्सर जब मैं वेट कंट्रोल के लिए अपने क्लाइंट्स को चाय पीने में कटौती करने को कहती हूं, तो वे सिरदर्द की शिकायत करते हैं. इसी तरह कुछ लोगों को वीकेंड में सिरदर्द होता है. ऐसा आमतौर पर होता है क्योंकि इन दो दिन में आप उतनी कॉफी नहीं पीते हैं, जो आप ऑफिस में रहने के दौरान आदतन पी जाते हैं. इन दोनों मामलों में सामान्य अपराधी कैफीन (चाय, कॉफी, कोला) है. लेकिन जबकि कैफीन सिरदर्द का इलाज करने में मदद कर सकता है, यह सिरदर्द का कारण भी बन सकता है.
क्या करना है: सबसे अच्छा तरीका है कि इसे पीना बंद करें. इस आदत को अचानक छोड़ने की बजाए अपने भोजन में कैफीन की मात्रा को धीरे-धीरे कम करने की आदत डालें, जो सिरदर्द को कम कर सकता है. अगर आपको एपिसोडिक सिरदर्द हैं, तो अपने इनटेक को रोजाना 1 या 2 पेय तक सीमित करें.
ये पोषक तत्व इंफ्लेमेशन और दर्द को काफी हद तक कम करने में मदद करता है. ये ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करता है और सिरदर्द अटैक के दूसरे लक्षणों को कम करने में बेहद मददगार होता है.
क्या करें: अपने आहार में फैट वाली मछली जैसे सैमन और मैकेरल शामिल करें. अगर आप शाकाहारी हैं, तो फ्लैक्स सीड्स लें.
उन फूड प्रोडक्ट से दूरी बनाएं, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं और अचानक इसमें कमी (हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स, रिफाइंड , प्रोसेस्ड और शुगर वाले फूड प्रोडक्ट) लाते हैं - क्योंकि यह सिरदर्द को बढ़ाते हैं.
क्या करें: कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स, अच्छी क्वालिटी वाले प्रोटीन (डेयरी, मछली, नट्स) और न्यूट्रिएंट्स (साग, फलियां और फल) लें. ये इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को बढ़ाते हैं. कम इम्यूनिटी के कारण अक्सर जुकाम और तेज सिरदर्द होता है. यह आमतौर पर ठंड और फ्लू पैकेज का हिस्सा होता है.
विटामिन डी फैट में घुलनशील विटामिन है, जो स्किन पर सूर्य की किरणों के पड़ने के कारण उत्पन्न होता है. किडनी और लिवर द्वारा विटामिन डी अवशोषित किया जाता है. कम विटामिन डी को सिरदर्द से जोड़ा गया है. छोटे, कम सूरज की रोशनी के दिनों में विटामिन डी की कमी हो सकती है. ऐसे में दर्द (सिर शामिल) हो सकता है.
क्या करें: सुनिश्चित करें कि आप रोजाना कुछ समय धूप में रहें, भले ही सूरज की किरणें हल्की हों.
हां, डिहाइड्रेशन अक्सर सिरदर्द का एक कारण होता है. ड्राइ माउथ = हल्का सिरदर्द. हमारे ब्रेन में 75% से अधिक पानी है और ब्रेन उपलब्ध पानी की मात्रा के प्रति बहुत सेंसिटिव है. जब यह डिहाइड्रेट हो जाता है, तो यह पानी पर पकड़ बनाने के लिए हिस्टामाइन प्रोड्यूस करता है, जिससे दर्द और सामान्य थकान हो सकती है.
क्या करें: इसलिए सुनिश्चित करें कि आप हर रोज पर्याप्त पानी (7-8 गिलास) पीएं. हां, भले ही आपको ऐसा महसूस न हो. और मैं कहती हूं कि अपने पानी को भी खाएं: अपनी डेली डाइट में लौकी और ककड़ी जैसी बहुत सारी पानी वाली सब्जियां और तरबूज जैसे फल शामिल करें.
अदरक कई पोषक तत्वों का एक भंडार है, जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करता है. इसकी वजह ये है कि अदरक में प्रोस्टाग्लैंडिन्स (prostaglandins) नाम के इंफ्लेमेटरी पदार्थों को ब्लॉक करने की क्षमता है.
क्या करें: दिन की शुरुआत रोज अदरक वाली चाय से करें.
(कविता देवगन दिल्ली में रहने वाली एक न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हेल्थ राइटर हैं. इन्होंने दो किताबें Don’t Diet! 50 Habits of Thin People (Jaico) और Ultimate Grandmother Hacks: 50 Kickass Traditional Habits for a Fitter You (Rupa) लिखी है.)
(नोट: ये आर्टिकल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर और एक्सपर्ट से जरूर कंसल्ट करें.)
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