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मुझे यकीन है कि आपको एक और ऐसे शख्स की जरूरत नहीं है, जो ये कहे कि आपको अधिक पानी पीना चाहिए क्योंकि ज्यादातर लोग ये जानते होंगे कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीना हमारे लिए कितना जरूरी है. स्वस्थ रहने का सबसे बेहतर और सस्ता तरीका है पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शरीर की सभी चयापचय (मेटाबॉलिक) प्रक्रियाएं पानी से प्रभावित होती हैं.
आपको पसंद हो या ना हो पर स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त पानी पीना जरूरी है, यहां जानें इसके कुछ फायदे:
हर दिन 8 से 10 ग्लास पानी पीना जरूरी है. लौघ्बोरौघ यूनिवर्सिटी (Loughborough University) की एक रिपोर्ट के मुताबिक डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) की अवस्था में मानसिक रूप से अस्पष्टता की स्थिति बढ़ जाती है, जिसके कारण व्यक्ति कई गलतियां कर सकता है. डिहाइड्रेशन से आपके ध्यान की अवधि, मेमोरी और कौशल पर बुरा असर पड़ सकता है. डिहाइड्रेशन को हल्के में ना लें, इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं.
पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट को हटाने में मदद करता है और एक स्वस्थ आंत के लिए नियमित रूप से मल त्याग में मददगार होता है. पानी के पर्याप्त सेवन से कब्ज की समस्या नहीं होती. पानी को अगर नमक और चीनी के साथ लिया जाए, तो यह थकान से लड़ने में मदद करता है और आपके मस्तिष्क को बेहतर गति से काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है. जैसे आपकी कार ईंधन से चलती है, वैसे ही पानी की पर्याप्त आपूर्ति से आपकी उत्पादकता (ऊर्जा) का स्तर भी बढ़ता है.
कई स्टडीज से पता चला है कि अधिक पानी पीने से कोरोनरी हृदय रोग से मृत्यु का खतरा कम हो जाता है. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि अधिक पानी पीने से रक्त का गाढ़ापन कम रखने में मदद मिलती है, जिससे कोरोनरी हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है.
हां! बहुत बार, लोग प्यास को भूख समझने की गलती करते हैं. हाइड्रेटेड रहने का मतलब है कि आप पेट भरा महसूस करेंगे, कम खाएंगे और अनावश्यक जंक फूड से दूर रहेंगे, जिसकी तलब अक्सर होती है. पर्याप्त पानी पीने से मेटाबॉलिज्म ठीक रहने के साथ ही ऊर्जा बढ़ती है यानी आप एक्टिव रहते हैं और वजन कम होता है.
कुछ ऐसे प्रमाण हैं, जिससे पता चलता है कि अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने से कोलन कैंसर और स्तन कैंसर का खतरा कम हो सकता है. शोध में पाया गया है कि पानी का सेवन जितना अधिक होगा, मूत्राशय के कैंसर का खतरा उतना ही कम होगा. इसके पीछे संभावित कारणों में से एक ये हो सकता है कि बार-बार पेशाब करने के कारण मूत्राशय के कार्सिनोजन बाहर निकलते हैं.
चीयर्स कहें और सिर दर्द, माइग्रेन और गुर्दे की पथरी को रोकें. कई अध्ययनों से पता चला है कि लगभग 400 मिलीलीटर पानी पीने से 30 मिनट में माइग्रेन के दर्द में राहत मिल सकती है. इसी तरह, पानी ना केवल किडनी (गुर्दे) की पथरी को रोकता है, बल्कि पहले से बने पत्थरों को भी बाहर निकालता है, बशर्ते कि पानी का सेवन 2 लीटर से अधिक यूरिन (मूत्र) बनाने के लिए पर्याप्त हो.
पानी विषाक्त पदार्थों और बैक्टीरिया को बाहर निकालता है, ड्राई स्किन का मुकाबला करता है. तो अधिक पानी पीने से ना सिर्फ आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि खूबसूरत भी दिखेंगे क्योंकि पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन लंबे समय तक आपकी त्वचा को जवां, मुलायम और चमकदार बनाने का काम करता है.
आधुनिक चिकित्सा में भी दुनिया के कई अथॉरिटीज के बीच कोई सहमति नहीं है , तो आयुर्वेद, यूनानी और चिकित्सा की दूसरी प्रणालियों के बारे में क्या कहा जा सकता है.
कितना पानी पीया जाए इसके पीछे विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप प्यास महसूस कर रहे हैं, तो आप पहले से ही डिहाइड्रेटेड हैं, इसलिए प्यास महसूस होने का इंतजार ना करें- पूरे दिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें.
गतिहीन जीवन शैली के साथ एक स्वस्थ व्यक्ति को अपने वजन के मुताबिक प्रति किलोग्राम 40 मिलीलीटर पानी पीने को एक उचित चिकित्सीय सलाह माना जाएगा. मध्यम और ज्यादा शारीरिक बल का काम करने वालों को क्रमशः 10% और 20% अधिक पानी पीना चाहिए.
(इस आर्टिकल को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)
(डॉ अश्विनी सेतिया दिल्ली के मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट और प्रोग्राम डायरेक्टर हैं. इनसे ashwini.setya@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है.)
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Published: 09 Feb 2019,02:10 PM IST