लंबी अवधि तक बिना रुके ड्राइव करना और वह भी टाइट कपड़े पहनकर खतरनाक हो सकता है. जी हां, ये पल्मोनरी एम्बोलिज्म यानी फेफड़ों में धमनियां ब्लॉक होने की वजह बन सकता है क्योंकि इन दोनों चीजों से शरीर में खून का प्रवाह रुक सकता है.
दिल्ली के रहने वाले सौरभ शर्मा 12 अक्टूबर, 2019 को अपने ऑफिस की सीढ़ियों पर बेहोश पाए गए. ऑफिस के लोगों ने उन्हें होश में लाने की कोशिश की, लेकिन एक पल के लिए होश आने के बाद वो दोबारा बेहोश हो गए. उन्हें तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन इस दौरान हालत और बिगड़ गई और उन्हें मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग रेफर कर दिया गया.
कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ नवीन भामरी बताते हैं, "सौरभ को जब इमरजेंसी में लाया गया तो उनकी सांसें मानो थम गई थीं. शरीर नीला पड़ गया था. सीपीआर से वे होश में आए और फिर 24 घंटों में उनका बीपी स्टेबल हुआ. लेकिन उन्हें पेशाब बिल्कुल नहीं हो रहा था. ऐसा इसलिए था क्योंकि लंबे समय से बीपी बहुत कम होने के नाते उनकी किडनियों ने सही से काम करना बंद कर दिया था. उनकी तुरंत कंटिन्यूअस रीनल रिप्लेसमेंट थेरेपी शुरू की गई, जो 24 घंटे तक चलने वाला डायलेसिस होता है."
सौरभ 5 दिनों के बाद ठीक हो गए और अब उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.
भारत में दिल की बीमारियों से मौत के ज्यादा मामले होते हैं और हर 1 लाख लोगों में पल्मोनरी एम्बोलिज्म के 23 से 69 मामले होते हैं.
पल्मोनरी एम्बोलिज्म के कई रिस्क फैक्टर हैं, जैसे लंबे वक्त तक निचले अंगों को नहीं चलाना, डिहाइड्रेशन, सर्जरी के बाद की हालत (अगर मरीज को 24 घंटों से अधिक बेड रेस्ट कहा जाता है), थक्का जमने की समस्या, प्रेग्नेंसी और कुछ आनुवांशिक कारण भी होते हैं.
इसलिए याद रखें कि अगर काम करते हुए आप लंबे समय तक शरीर को स्थिर रखते हैं तो इसके भयानक दुष्परिणाम हो सकते हैं. मसल्स को मूव करते रहना और ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखना बेहद जरूरी है.
हमें नियमित व्यायाम करना चाहिए और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए. बैठकर काम करने के दौरान हर 2 घंटे पर ब्रेक लेना चाहिए.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)