क्या आपको भी आजकल आंखों में जलन, थकान, दर्द, भारीपन, खिंचाव और ड्राइनेस जैसी शिकायत रह रही है? मुमकिन है कि आंखों में तमाम दिक्कतों के साथ ही साथ नींद न आने, सिर दर्द और सिर में भारीपन भी महसूस होता हो.
हमारा स्क्रीनटाइम यूं भी ज्यादा था और कोरोना काल में ऑनलाइन काम, ऑनलाइन पढ़ाई, ऑनलाइन गेम और टीवी या मोबाइल, जाहिर है इसका असर हमारी आंखों पर पड़ना ही है. लेकिन ऐसे कई आसान उपाय हैं, जिन्हें अपना कर आप आमतौर पर महसूस होने वाली आंखों की थकान, आंखों में जलन और भारीपन जैसी दिक्कतों से राहत पा सकते हैं.
ठंडे पानी की पट्टी- अगर आंखों में थकान, भारीपन, दर्द, तनाव या बहुत ज्यादा गर्मी महसूस हो रही हो, तो ठंडे पानी की पट्टी से काफी आराम मिल सकता है.
एक साफ-सुथरा सूती कपड़ा ठंडे पानी में भिगोकर निचोड़ लें और उसकी तह बना कर आंखों पर रख लें, जब यह गर्म महसूस होने लगे तो दोबारा इसको ठंडे पानी में डुबोकर निचोड़ कर आंखों पर रख लें. ऐसा हम 20 से 30 मिनट के लिए कर सकते हैं.
आंखों की सफाई- आंखों की सफाई के लिए आई कप में हल्का ठंडा और साफ पानी भरकर उसके अंदर अपनी पलकों को झपकें, एक बार में कम से कम 20 बार अपनी पलकों को झपके, ऐसा करने से आंखों के अंदर की सारी गंदगी निकल जाएगी और आंखों में ताजगी आएगी. अगर आपके पास आई कप नहीं है तो यह विधि सामान्य कप में पानी भरकर भी की जा सकती है.
ठंडे पानी के छपके- समय-समय पर अपनी आंखों पर ठंडे पानी के छींटे/छपके लगाने से आंखें साफ होती हैं और आंखों की थकावट मिट जाती है. इससे आंखों में नमी बनी रहती है और आंखों में ताजगी आ जाती है. अगर आप बहुत लंबे समय के लिए कंप्यूटर या दूसरे किसी उपकरण पर काम करते हैं, तो आपको ऐसा बीच-बीच में लगातार करते रहना चाहिए.
त्रिफला पानी से आंखों की सफाई- एक चम्मच बारीक पिसा हुआ त्रिफला चूर्ण एक गिलास पानी में 8 घंटे के लिए भिगो दें. फिर उसे किसी बहुत महीन कपड़े में छानकर आंखों को धोने से विशेष लाभ होता है.
हमारी आंखों में भी बहुत सारी मांसपेशियां होती हैं. उन सभी को स्वस्थ रखने के लिए हमें आंखों के व्यायाम की भी उतनी ही आवश्यकता होती है, जितनी कि शारीरिक व्यायाम की होती है.
आंखों के सामान्य व्यायाम:
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमारा आहार, नींद और शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा भी बहुत जरूरी होती है.
आहार- आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमें ओमेगा-3 फैटी एसिड (EPA and DHA), Lutein और Zeaxanthin, जिंक, विटामिन A, विटामिन C और विटामिन E जैसे पोषक तत्वों की जरूरत होती है.
हाइड्रेशन- अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो हमारी आंखें सूखी और बेजान सी दिखाई देती हैं. पानी की कमी की वजह से हमारी आंखों को नरम रखने वाले ग्लैंड सही से काम नहीं कर पाते हैं. इसलिए समय-समय पर पानी पीते रहें. हमें रोजाना औसतन ढाई से 3 लीटर पानी पीना चाहिए.
नींद- अगर हमारी नींद पूरी न हो तो आंखें बुझी-बुझी सी और सूजी महसूस होती हैं और आंखों से साफ झलकता है कि आदमी बहुत थका हुआ है, सोया नहीं है. इसलिए रोजाना 7 घंटे की नींद जरूर पूरी करें.
(डॉ अखिलेश अग्रवाल आत्मन होलिस्टिक मेडिकेयर सेंटर के फाउंडर, स्वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्सालय योग एवं अनुसंधान केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और इंडियन नेचरोपैथी एंड योग ग्रैजुएट मेडिकल एसोसिएशन, दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष हैं.)
(नोट- ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी बीमारी के इलाज का दावा नहीं किया गया है.)
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