ज्यादातर भारतीय परिवारों को खाने के तुरंत बाद या उससे पहले अलग-अलग तरह के फल खाने की आदत होती है. अगर आप कहते हैं कि गर्मियों में रात के खाने के बाद आपके हाथ आम से सजी थाली की ओर नहीं जाते, तो इस बात का भरोसा करना जरा मुश्किल है. या दोपहर में खाने के बाद तरबूज का स्वाद किसे नहीं लुभाता?

अब, भारतीय के रूप में हमने इसे एक परंपरा या आदत की तरह स्वीकार कर लिया है, लेकिन, नए जमाने में डाइटिंग के प्रति जागरूक लोग खाने के तुरंत बाद फल खाने के विचार से असहमत लगते हैं. जब आप इस बारे में रिसर्च करते हैं, तो ये सामने आता है कि भोजन के तुरंत बाद या पहले फल खाने से डाइजेशन (पाचन) में परेशानी हो सकती है. तो क्या आपने केले के शेक को लेकर अलग-अलग मान्यताएं सुनी हैं? क्या आपने सुना है कि आपको कई तरह के फलों को एकसाथ खाने से बचना चाहिए? क्या सब्जियों के साथ भी फलों का मिश्रण नुकसानदायक हो सकता है? ऐसे में, खाने के साथ वेजीटेबल या फ्रूट सलाद खाने की आदत का क्या होगा? क्या हमें भोजन से पहले या उसके दौरान फल और सलाद खाना चाहिए?

स्वस्थ रहने के लिए खाने के तरीके को लेकर ऐसे कई सवाल हैं, जिसका जवाब हम जानना चाहते हैं. तो, चलिए अपने इन्हीं सवालों का जवाब दो न्यूट्रिशनिस्ट से जानें.

फल और भोजन

भोजन के तुरंत बाद फल नहीं खाना चाहिए, इस बारे में कई मिथक और अलग-अलग विचार हैं. (फोटो: iStockphoto)  

भोजन के तुरंत बाद फल नहीं खाने को लेकर कई तरह की बातें और अलग-अलग विचार हैं. फलों में चीनी और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं, जो भोजन के साथ या तुरंत बाद खाने पर पेट में मौजूद बैक्टीरिया के साथ फर्मंटेशन (किण्वन) की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं. जिससे डाइजेशन (पाचन) में परेशानी हो सकती है. न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुपाली दत्ता इसे एक मिथक बताती हैं और कहती हैं:

ज्यादातर फल विटामिन C से भरपूर होते हैं और पाचन में सहायता करते हैं. फलों को भोजन के तुरंत बाद खाने की बजाए स्नैक्स के तौर पर लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन ये एक राय है. साथ ही, बुनियादी बातों का थोड़ा ध्यान रखना चाहिए. जैसे अगर आप सर्दियों में तरबूज खाते हैं तो आपको निश्चित रूप से परेशानी हो सकती हैं. इसके अलावा, भोजन से पहले या बाद में फल खाना बिल्कुल ठीक है.

न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन भी इस बात से सहमत हैं और कहती हैं कि अगर आप नाश्ते में फल नहीं खा रहे हैं, तो भोजन और फल खाने के बीच कम से कम 30 मिनट का अंतर रखें.

आदर्श रूप से फलों को नाश्ते के रूप में, भोजन से कुछ देर पहले खाना चाहिए क्योंकि ये दो उद्देश्यों को पूरा करता है. पहला भूख को कम करता है और दूसरा आपके शरीर को ऊर्जा देता है, साथ ही ये आसानी से पच भी जाता है. अगर आप भोजन के बाद फल खाना चाहते हैं, तो 30 मिनट का अंतर रखें.
कविता देवगन

डॉ रुपाली भी इस ओर ध्यान दिलाती है कि आयुर्वेद की सलाह के मुताबिक, भोजन और फलों के बीच एक समय अंतराल होना चाहिए. ऐसे में वह कहती हैं, जहां आप एक व्यावहारिक थेरेपी को फॉलो कर रहे हैं, कम से कम तीन महीने इसके सभी नियमों का पालन करें, यह देखने के लिए कि आपका शरीर इसे कैसे लेता है.

फल और दूध

जब हम फलों को किसी और चीज के साथ मिलाकर खाने की सोचते हैं, तो सबसे पहले हमारे दिमाग में दूध का ख्याल आता है. (फोटो: iStockphoto)

जब हम फलों के साथ कॉम्बिनेशन के बारे में बात करते हैं, तो सबसे पहले दूध का ही विचार आता है. हालांकि, देवगन और डॉ दत्ता दोनों का कहना है कि केले या सेब का मिल्क शेक पीने में कोई दिक्कत नहीं है.

ज्यादातर घरों में केले का शेक लोकप्रिय है (शुक्र है, अभी भी) ये कॉम्बिनेशन मास्टर स्ट्रोक है. केले में मौजूद ‘इन्यूलिन’, एक तरह का फाइबर वास्तव में कैल्शियम को दूध से बेहतर अवशोषित करने में मदद करता है. इसी तरह , सेब भी दूध के साथ मिलकर अच्छा परिणाम देता है. बस खरबूजे और बेरीज को दूध के साथ मिलाने से बचें.
कविता देवगन

डॉ रुपाली ने इस बात पर भी जोर दिया कि साइट्रस कंटेंट से भरपूर खाद्य पदार्थों को मिलाया नहीं जाना चाहिए.

निश्चित रूप से अगर आप दूध में नींबू मिलाते हैं, तो आपको पनीर मिलेगा. इसलिए, बस सावधान रहें, नहीं तो केले और सेब के मिल्क शेक से ही काम चलाएं.
डॉ रुपाली दत्ता
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एकसाथ कई फल लेना

डॉ दत्ता कहती हैं, सभी फल एक क्षारीय एश छोड़ते हैं. (फोटो: iStockphoto)

डॉ दत्ता का कहना हैं कि सभी फल एक क्षारीय एश छोड़ते हैं. अगर आपको अल्सर या हाइपर एसिडिटी जैसी परेशानी है, तो विभिन्न प्रकार के फलों (जैसे अम्लीय, न्यूट्रल और शर्करा) का मिश्रण एक चिंता की बात हो सकती है. हालांकि, इसके अलावा, वास्तव में कोई समस्या नहीं है.

अगर आपका पेट अच्छी तरह से काम कर रहा है, तो शरीर इन संयोजनों को संभाल सकता है. केवल कमजोर पेट या गंभीर एसिडिटी जैसी पेट की बीमारी वाले लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.
कविता देवगन

फल और सब्जियां

अक्सर लोगों को यह चिंता भी होती है कि कभी-कभी फल और सब्जियां खाने के बाद, पेट की परेशानी हो जाती है.(फोटो: iStockphoto)

कभी-कभी फल और सब्जियां खाने के बाद लोगों को पेट की परेशानी का सामना करना पड़ता है. डॉ रुपाली बताती हैं कि ऐसा ज्यादातर खाने के अच्छी तरह से साफ ना होने के कारण होता है. फल और सब्जियां जैसे कच्चे खाद्य पदार्थों का चयन करते समय, सुनिश्चित करें कि वे अच्छी तरह से धोए गए हो. इसके अलावा, फल और सब्जियों के मिश्रण में कोई समस्या नहीं है.

इस बारे में कविता देवगन कहती हैं:

इन्हें आपस में मिलाने में कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन, व्यक्ति को अपना पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव सिस्टम) देखना चाहिए और उसके मुताबिक निर्णय लेना चाहिए.

मुख्य बात ये है कि अपने शरीर के मुताबिक तय करें कि आपके लिए क्या अच्छा है और किस चीज से परेशानी है. अगर जरूरत हो तो एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें. सबसे महत्वपूर्ण बात, अगर आपका पाचन तंत्र बहुत अच्छा है, तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर आपका पाचन ठीक नहीं है, तो थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है.

(इस आर्टिकल को अंग्रेजी में यहां पढ़ें.)

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Published: 25 Feb 2020,03:41 PM IST

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