इससे पहले कि आप अपनी दवा के बॉक्स में रखी दवाएं खंगालें; अपने रसोईघर की ओर चलें! हर भारतीय रसोई में मसालों का भंडार होता है, जिसका इस्तेमाल हम अपने रोजाना के खाने में करते हैं. लेकिन क्या आप जानती हैं कि आपकी रसोई के यही कुछ मसाले कई दिक्कतों में राहत दे सकते हैं; ये इतने कारगर हैं कि आपको गले की खराश या सिरदर्द भगाने के लिए दवा की गोलियां खाने की जरूरत ही नहीं होगी.
ये बात सभी जानते हैं कि पेन किलर और एंटीबायोटिक दवाओं के लगातार इस्तेमाल के गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं. तो चलिए पारंपरिक तरीके पर अमल करते हैं और बीमारियां दूर करने वाले कुछ मसालों को देखते हैं, जो डॉक्टर के पास गए बिना आम बीमारियों को दूर कर सकते हैं. इन मसालों में से कई मसाले बच्चों को भी दिया जाना अच्छा होता है. जुड़वां बच्चों की मां होने के नाते मैं खुद भी इसे आजमाती हूं.
ज्यादातर मामलों में, हमेशा मामूली बीमारियों को ठीक करने के लिए कुदरती इलाज अपनाने की सलाह दी जाती है. पुराने समय से ही आयुर्वेद ने सभी तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए पौधों और जड़ी बूटियों के इस्तेमाल की सिफारिश की है. हमारी पीढ़ी उस तरह के मरीजों की नहीं है; हम सिरदर्द से राहत पाने के लिए काष्य या चाय पीने के बजाए गोली खाना पसंद करते हैं.
क्या आपको नहीं लगता कि हमें वैकल्पिक उपचार का रास्ता अपनाना चाहिए जो स्वस्थ तरीके से राहत दे सके? तो अपने प्राकृतिक उपचार उपायों को तैयार करने के लिए इन चीजों को इकट्ठा (अगर आपके पास पहले से नहीं है) कर लें.
काली मिर्च एक शानदार मसाला है, जो जुकाम और गले में खराश से छुटकारा दिलाने में जबरदस्त काम करता है. कुछ साल पहले जब मुझे तेज खांसी हुई, तो मेरी दादी ने काली मिर्ची-गुड़ की शानदार कैंडीज बनाईं, जो न केवल जायकेदार थीं बल्कि गले को आराम पहुंचाने में भी मदद करती थीं.
इसे बनाने के लिए एक चम्मच काली मिर्च और डेढ़ चम्मच ऑर्गेनिक गुड़ लें. काली मिर्च को पीस कर बारीक पाउडर बना लें. गुड़ के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें और पिसी काली मिर्च के साथ मिलाएं. इनकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें और एक एयरटाइट कंटेनर में रख लें. जब भी आपको गले में हल्की खराश महसूस हो, तुरंत राहत पाने के लिए इन्हें खा लें.
हम सभी को अदरक वाली चाय बहुत पसंद है. जब एनर्जी लेवल कम होता है, तो दिन की शुरुआत में या ऊर्जा का स्तर बढ़ाने के लिए इससे बेहतर कुछ भी नहीं है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब आपको जुकाम होता है, तो अदरक सांस के मार्ग की जकड़न दूर करने वाली एक जबरदस्त दवा की तरह काम करता है.
1 इंच अदरक को बारीक टुकड़ों में काट कर 200 मिलीलीटर पानी में डालें. एक चुटकी हल्दी और चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं. इसे 5 मिनट तक आंच पर उबलने दें. चूल्हे से उतार लें और इसे 5 मिनट के लिए ठंडा होने दें. इसे छान लें, इसमें एक चम्मच ऑर्गेनिक शहद मिलाएं और जकड़न को दूर करने के लिए पीएं.
हल्दी ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल बाहरी और अंदरूनी दोनों तरीके से किया जा सकता है. यह छोटे घाव और जख्मों को ठीक करने के लिए शरीर के बाहरी हिस्से पर इस्तेमाल किया जाता है. जब इसे आंतरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है, तो यह आमतौर पर जुकाम को ठीक करने और अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट के संक्रमण को ठीक करने के लिए चाय में मिलाकर पीया जाता है.
यह आयुर्वेद का एक पारंपरिक नुस्खा है, जिसे “सुनहरा दूध” सही नाम दिया गया है. गला खराब होने के मामले में यह बच्चों और बड़ों के लिए सुरक्षित है. एक कप उबलते दूध में 1/4 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और एक मिनट तक इसे पकने दें. अगर आप इसे बच्चे को दे रहे हैं, तो इसे ठंडा होने दें या इसे हल्का गर्म ही पी लें, ताकि आपके गले में दर्द से राहत मिल सके.
मेरे लिए जायफल का एकमात्र इस्तेमाल मेरी बनाई लजीज सब्जी और बिरयानी में मसाले के रूप में होता था. जब मैं गर्भवती हुई, तो मेरी अनिद्रा अपने चरम पर थी. और यह कहने की जरूरत नहीं है कि मेरे डॉक्टर सोने के लिए किसी भी तरह की दवा देने के सख्त खिलाफ थे. जब इसे संभालना काफी मुश्किल हो गया, तो उन्होंने ये नुस्खा सुझाया.
जायफल के कतरे कर लें. एक कप गर्म दूध में लगभग 1/4 चम्मच जायफल मिलाएं और सोने से कम से कम 30 मिनट पहले इसे पीएं. इसने जादू की तरह काम किया और मैं प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी अनिद्रा की चिंता किए बिना वास्तव में अच्छी तरह से सोई!
मैं अपनी बालकनी में तुलसी के पौधे को गमले में उगाती हूं. मेरे पास ढेर सारे पौधे हैं जिनकी देखभाल करना मुझे बहुत अच्छा लगता है; मेरा यकीन करें खिलते फूलों को देखना और गमलों से ताजे मसालों को तोड़ना मुझे बेहद पसंद है! बेशक, मैक्रोनी पर ताजा कटे तुलसी के पत्ते मेरे लड़कों को बेहद पसंद हैं. लेकिन मैं इसे दूसरी वजहों से भी उगाती हूं!
क्या आप जानती हैं कि तुलसी एक जबरदस्त स्किन क्लींजर है?
अगर आप मुंहासों से परेशान हैं, तो आपको तुलसी से तैयार हीलिंग फेस पैक जरूर आजमाना चाहिए. ताजे तोड़े तुलसी के पत्तों को पीस कर इसका लेप बनाएं. इसमें एक चम्मच चंदन पाउडर और थोड़ा शुद्ध गुलाब जल मिलाएं. अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 10 मिनट के बाद ठंडे पानी से धो लें. ये फेस मास्क न केवल मुंहासे को खत्म करता है बल्कि आपकी त्वचा से विषाक्त पदार्थों को निकालने में भी मदद करता है.
हम एक तेज रफ्तार दुनिया में रहते हैं. समय की जरूरत है कि रफ्तार को धीमा करें और कुछ पारंपरिक चिकित्सा उपायों का चुनाव करें, जो दुकानों पर बिकने वाली दवाओं की तुलना में काफी बेहतर है. पारंपरिक चिकित्सा उपचार धीरे-धीरे हमारी जिंदगी में वापस आ रहे हैं क्योंकि सालों के बाद लोगों को एहसास हुआ है कि घरेलू उपचार एक बेहतर विकल्प है.
मैं क्यों घरेलू उपचार चुनना पसंद करती हूं, इसकी एक और वजह ये है कि इसमें मुझे पता होता है कि मेरे शरीर में क्या हो रहा है और यह कैसे ठीक कर रहा है. ये कुछ हीलिंग मसाले हैं, जिनका इस्तेमाल करने की मैं आपको सलाह दूंगी. क्या आप कुछ और जबरदस्त हीलिंग पावर वाले किसी और मसाले के बारे में जानते हैं?
(प्रतिभा पाल ने अपना बचपन ऐसी शानदार जगहों पर बिताया है, जिनके बारे में सिर्फ फौजियों के बच्चों ने ही सुना होगा. वह तरह-तरह की किताबों को पढ़ते हुए बड़ी हुई हैं. आप उनके ब्लॉग www.pratsmusings.com पर पढ़ सकते हैं या उनसे @myepica पर ट्विटर पर संपर्क कर सकते हैं.)
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