बच्चों में स्वस्थ वजन बढ़ना हर मां की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है. हालांकि, दुनिया भर में चल रही महामारी के दौरान माता-पिता बच्चों में शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण मोटापे को लेकर चिंतित हैं. लेकिन फिर भी कई माता-पिता अपने बच्चों का वजन बढ़ाने के टिप्स ढूंढ रहे हैं.
वजन बढ़ना या स्वस्थ वजन हासिल करना दो अलग-अलग पहलू हैं. आजकल बच्चों को खाने की प्रसंस्कृत (प्रोसेस्ड) और परिष्कृत (रिफाइंड) चीजें अधिक पसंद आती हैं, जो आसानी से उपलब्ध होती हैं. लेकिन इनका उनके शरीर में केवल अस्वास्थ्यकर खाली कैलोरी जोड़ने के अलावा कोई पोषण उद्देश्य नहीं है.
अगर आपके बच्चे की ग्रोथ ठीक से हो रही है, वो सक्रिय है, खुश है और बार-बार बीमार नहीं पड़ता है, तो चिंता की कोई बात नहीं होनी चाहिए. हालांकि, नियमित अंतराल पर अपने बच्चे के वजन और ऊंचाई के अनुपात की जांच करना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि लंबे समय तक कम वजन होने के कारण उसके विकास में देरी हो सकती है.
उस स्थिति में यह अनिवार्य हो जाता है कि उसे वजन पर ऐसे आहार के साथ काम किया जाए, जो पोषक तत्वों से भरपूर और संतुलित हो.
अगर आपके बच्चे का वजन उसकी उम्र के अनुसार नहीं बढ़ रहा है या उसका वजन और ऊंचाई का अनुपात ठीक नहीं है, तो उसके कारण की तलाश करें.
पर्याप्त कैलोरी का सेवन नहीं करना
अपर्याप्त भूख
फूड एलर्जी या फूड इन्टॉलरेंस
खाने की खराब आदतें और खाने का विकार
चयापचय विकार
जेनेटिक वजहें
बार-बार कोई संक्रमण
समय से पहले जन्म- समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों का वजन कम होता है
लंबे समय तक दस्त, लीवर की बीमारी, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स जैसी स्वास्थ्य समस्याएं बच्चों में वजन बढ़ने को प्रभावित कर सकती हैं
कभी-कभी कुछ दवाएं भी भूख में कमी का कारण बनती हैं, जिससे वजन कम होता है
1. शारीरिक गतिविधि: अपने बच्चे को शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करें. उन्हें तैराकी, साइकिल चलाने और दौड़ने जैसे कुछ खेलों में शामिल करें, जो उनकी भूख बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
2. संतुलित आहार: केवल वजन बढ़ाने के बारे में सोचने की बजाए स्वस्थ, संतुलित, पौष्टिक आहार पर ध्यान दें. बच्चों के वजन बढ़ाने के लिए भोजन पोषक तत्वों से भरपूर, ऊर्जा से भरपूर होना चाहिए, जिसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट हों. इसमें सभी खाद्य समूहों के खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए. कुछ फलों और सब्जियों में आपके विचार से अधिक कैलोरी होती है.
3. कम मात्रा में 4 से 5 बार भोजन: 3 बड़े भोजन खिलाने की बजाए, 4 से 5 छोटे भोजन देने का प्रयास करें. इसके अलावा 2 से 3 हेल्दी स्नैक्स भी शामिल करें, जिनमें फल, मेवे और बीज शामिल हो सकते हैं. ये वजन बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प होते हैं. बीच-बीच में ये स्वस्थ स्नैक्स आपके बच्चे को तीन बड़े भोजन खाने की तुलना में अधिक कैलोरी लेने में मदद कर सकते हैं.
4. भोजन न छोड़ें: बच्चों को भोजन छोड़ने की अनुमति न दें, या कम से कम उन्हें भोजन छोड़ने की बजाए थोड़ा खाने के लिए प्रोत्साहित करें.
5. प्रसंस्कृत भोजन (प्रोसेस्ड फूड्स) से बचें: प्रसंस्कृत और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में अक्सर अतिरिक्त चीनी, नमक, अस्वास्थ्यकर वसा होते हैं और खाद्य निर्माण प्रक्रिया के दौरान अपने मूल पोषक तत्व खो देते हैं. आसानी से उपलब्ध इन खाद्य पदार्थों के लिए अपने बच्चों को हतोत्साहित करें.
6. सीमित पेय: बच्चों के लिए हाइड्रेशन महत्वपूर्ण है, लेकिन भोजन से ठीक पहले या दौरान तरल चीजें पीने से आपके बच्चे की भूख प्रभावित हो सकती है और वह कम खाना खा सकता है. अध्ययनों से पता चला है कि भोजन से पहले पानी पीने से कैलोरी इनटेक कम हो सकती है.
7. उचित नींद: बच्चों के समग्र विकास के लिए उचित नींद अत्यंत महत्वपूर्ण है. रात की अच्छी नींद आपके बच्चे के पूरे दिन और उसकी भूख पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.
क्या आप अपने बच्चे को जो खाना खिला रही हैं, वह सही मात्रा में पोषण प्रदान कर रहा है या स्वस्थ वजन बढ़ाने में मदद कर रहा है? संतुलित आहार देने के अलावा यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ वजन बढ़ाने के लिए आपके बच्चे को पर्याप्त मात्रा में कैलोरी मिल रही है. यहां बच्चों का वजन बढ़ाने या स्वस्थ वजन बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थों की लिस्ट दी गई है.
घी एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन A और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो बच्चों का स्वस्थ वजन बढ़ाने में मदद करता है, मस्तिष्क के विकास में सहायता करता है, चयापचय (मेटाबॉलिज्म) के लिए बहुत अच्छा है और गैस और कब्ज जैसी पेट की परेशानियों को दूर रखने में मददगार होता है.
जैसे ही बच्चे मां का दूध छोड़ना शुरू करते हैं, उन्हें एक चम्मच घी देना शुरू किया जा सकता है. शिशुओं के लिए वजन बढ़ाने के लिए घी सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है.
पनीर प्रोटीन, फास्फोरस, कैल्शियम और सेलेनियम से भरपूर होता है. पनीर में मौजूद वसा बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक पोषण प्रदान करता है. इसमें विटामिन A भी अच्छी मात्रा में होता है, जो रात की दृष्टि में सहायता करता है और स्वस्थ त्वचा प्रदान करता है. 20 ग्राम पनीर में 90 कैलोरी होती है, इसलिए यह कम वजन वाले बच्चों का वजन बढ़ाने में मदद करता है.
दही कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होने के कारण हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे वजन बढ़ता है. यह पाचन में भी मदद करता है क्योंकि इसमें अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक्स) होते हैं. अपने बच्चे के आहार में दही चावल शामिल करें, जिसमें सिर्फ ½ कप में 179 कैलोरी होती है, जिससे उन्हें स्वस्थ वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
यह न केवल शिशुओं के लिए सही पहला भोजन है बल्कि वजन बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे शिशु आहारों में से एक है. शकरकंद कैलोरी की अच्छी खुराक प्रदान करता है क्योंकि 100 ग्राम में इसमें 86 कैलोरी होती है.
यह कैल्शियम और आयरन से भी भरपूर होता है, ये दोनों ही बच्चे के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं.
इसमें कैटलस, जिंक सुपरऑक्साइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो सूजन को रोकते हैं और वजन बढ़ाने में मदद करते हैं. ये सभी पोषक तत्व इसे बच्चों के लिए सबसे अच्छा वजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों में से एक बनाते हैं.
मूंगफली का मक्खन असंतृप्त वसा, प्रोटीन, B विटामिन, आयरन, फोलिक एसिड और फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है. यह वजन बढ़ाने के लिए एक उत्कृष्ट भोजन है क्योंकि इसमें प्रति चम्मच 62 कैलोरी होती है. बच्चों के खाने में पीनट बटर डालें या तो ब्रेड पर लगाएं. कई बच्चे सेब के साथ पीनट बटर भी पसंद करते हैं.
रागी प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन B2, विटामिन B6 से भरपूर होता है और यह बच्चों के वजन बढ़ाने का भोजन है. प्रति आधा कप लगभग 130 कैलोरी के साथ, यह हड्डियों, दांतों को भी मजबूत करता है और पाचन में सहायता करता है. रागी को दलिया, खीर या पैनकेक के रूप में दिया जा सकता है.
सभी दालों में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है और वजन बढ़ाने के लिए इसे शिशु आहार माना जाता है.
अगर आप बच्चों के लिए वजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की तलाश कर रहे हैं, तो मूंग दाल और उड़द की दाल सबसे अच्छे विकल्प हैं. उड़द की दाल में फैटी एसिड होता है, जो दिमाग के विकास में भी मदद करता है. आयुर्वेद के अनुसार, उड़द की दाल अपने गुरु (भारी) और बाल्य प्रकृति के कारण वजन बढ़ाने में मदद कर सकती है.
बादाम विटामिन A, विटामिन E, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, फास्फोरस और फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों का पावरहाउस है.
बादाम में फाइबर की मात्रा पाचन में सहायता करती है. एक औंस (30 ग्राम) बादाम में 170 कैलोरी होती है, जो इसे बच्चों के लिए सबसे अच्छे स्वस्थ वजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों में से एक बनाती है.
बादाम का सेवन बच्चे कई तरह से कर सकते हैं. बादाम को भूनकर और चॉकलेट में डुबोकर एक अच्छा नाश्ता बन जाता है. बादाम को ब्रेड पर लगाने के लिए मक्खन में भी मिलाया जा सकता है या आटे में पीसकर कुकीज़ बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है या केक के घोल में मिलाया जा सकता है. भुने हुए बादाम का पाउडर भी दलिया में मिला सकते हैं. बादाम भूनने से उसके पोषण मूल्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
(वंदिता तिवारी कपूर न्यूट्रिशनिस्ट हैं और IYURVED की को-फाउंडर हैं.)
(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी बीमारी के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा, बिना अपने डॉक्टर की सलाह लिए कोई उपाय न करें. स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए फिट आपको डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देता है.)
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