साल 2020 आ गया! ये एक नए दशक की शुरुआत है, लेकिन नया दशक किस चीज का? सुबह देर से उठना, बाहर का खाना और ज्यादा खाना, कमर पर और चर्बी?
या ढेर सारे स्वास्थ्य लक्ष्यों का एक नया दशक, जो नए साल की पार्टी हैंगओवर के साथ में हवा हो जाएंगे?
क्या हो अगर दोनों ही ना हो? पेश हैं सेहत के लिए ऐसे लक्ष्य, जो सिर्फ वही भाषा बोलते हैं जिसे आप समझते हैं.
केवल बेयर ग्रिल्स अपने ऑफिस की कुर्सी पर बैठे रहने और कुछ भी नहीं करने का हकदार है. खैर, यह तब होगा बशर्ते कि वह कभी ऑफिस की कुर्सी पर बैठा होता! लेकिन फोर्टिस-C-DOC सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर डायबिटीज के चेयरमैन डॉ अनूप मिश्रा के मुताबिक, हममें से बाकी लोगों को हर हफ्ते कम से कम ढाई घंटे फिजिकल एक्टिविटी करने की जरूरत है.
जो चीजें सेहत के लिए फायदेमंद हैं, वो ज्यादातर लोगों को बुरी लगती हैं. इसलिए साल में सिर्फ दो बार ही सब्जियां खाएं- एक बार लंच में और एक बार डिनर में.
फास्ट फूड, जंक फूड कहीं से भी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं हैं, तो फिर इन्हें अपनी डाइट में जगह ही क्यों दें? जंक फूड जितना हो सके उतना कम करें, कोशिश करें कि हफ्ते में सिर्फ एक बार ही ये चीजें ली जाएं.
आपके पास काम की बहुत जिम्मेदारियां हो सकती हैं, जिनसे आप बंधे हैं, लेकिन देवदास बनना उनमें से नहीं है. यह मानते हुए कि आप शाहरुख खान नहीं हैं, जो इसे पढ़ रहा होगा, इस हालत में यह एक अलग ही कहानी होती!
लेकिन हां, डॉक्टरों की सुनिए और वे आपको बताएंगे कि टाइप 2 डायबिटीज से बचने के लिए, आपको हर हाल में एल्कोहल हफ्ते में 30 ml के चार पेग तक सीमित रखने की जरूरत है.
देश के टॉप कार्डियोलॉजिस्ट में से एक और दिल्ली स्थित फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ अशोक सेठ के मुताबिक फिजिकल एक्टिविटी से हम हार्ट अटैक का खतरा 25 प्रतिशत तक घटा सकते हैं. तो सोच क्या रहे हैं? दौड़ना शुरू कर दीजिए.
वंडरवुमन तो है, फिर क्या अगली फीमेल सुपरहीरो आयरन वुमन होगी? हम किसी काल्पनिक किरदार की बात नहीं कर रहे, बल्कि महिलाओं को फोलिक एसिड की हेल्दी डोज लेने की बात कर रहे हैं.
क्या आप सर्विकल कैंसर के बारे में जानती हैं, जो ज्यादातर महिलाओं को शिकार बनाता है और यह एकमात्र कैंसर है जिसके लिए एक वैक्सीन उपलब्ध है?
तो महिलाओं और लड़कियों, इस 2020 में, खुद के लिए महंगे कपड़े खरीदने के अलावा, खुद को यह जीवनरक्षक वैक्सीन का तोहफा भी दें!
ये सभी जवान, सेक्शुअली एक्टिव लड़कियों के लिए है. अगर गलती से गर्भ ठहर जाता है, तो कृपया खुद एबॉर्शन ना करें. स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ नुपुर ने हमें बताया कि उनके पास कई लड़कियां खुद गर्भपात की नाकाम कोशिश करने के बाद बहुत गंभीर हालत में आती हैं.
इसलिए, किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाना कितना भी मुश्किल लग रहा हो, यकीन कीजिए कि गूगल के मुकाबले डॉक्टर के पास जाना 100 फीसदी ज्यादा बेहतर है.
पैसिव स्मोकिंग भी उतनी ही खतरनाक है, जितनी एक्टिव स्मोकिंग. इसलिए डॉ अशोक सेठ की सलाह है कि अपने दोस्तों को भी घर के अंदर स्मोकिंग ना करने दें. हाउस पार्टीज में अपने स्मोकर दोस्तों को बाहर जाने को कहें या नए दोस्त बना लें.
56 इंच (कमर की) कोई नाज करने की बात नहीं है! तो 2020 को वह साल बनाएं जब आप गंभीरता से अपने BMI को मेंटेन रखेंगे.
आंत की भावनाओं के बारे में आपको पता नहीं है, लेकिन आंत की भावनाएं वो चीज हैं जिनके बारे में हमें निश्चित रूप से 2020 में सावधान रहने की जरूरत है. एक अच्छी आंत असल में हमारे संपूर्ण कल्याण के लिए बहुत जरूरी है.
तो आइए आंत की खराबी को थोड़ा अधिक गंभीरता से महसूस करते हैं, और जैसा कि न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन सिफारिश करती हैं, इसे राहत देने के लिए दही और दूसरे प्रोबायोटिक्स खाएं.
2020 के लिए स्वास्थ्य लक्ष्य सिर्फ शरीर तक सीमित रखना काफी नहीं है, ये दिमाग के बारे में भी होना चाहिए. फोर्टिस हॉस्पिटल की मनोवैज्ञानिक डॉ कामना का कहना है कि अपनी भावनाओं पर ध्यान देने की जरूरत है और उनसे छुटकारा पाने की जल्दबाजी में नहीं रहना चाहिए.
हमारा यकीन करें, परेशानी में होने पर दर्द को अपने दिल के कोनों में दफन पड़े रहने देने से एक घंटे रो लेना बेहतर है.
अंतिम तौर पर जान लें कि अपनी सच्चाई की स्वीकारोक्ति और उसके बारे में बता कर दूसरों को मदद करने का मौका देना बेहतर होता है. लेकिन जहां यह बात मेंटल हेल्थ की बीमारियों के लिए निश्चित रूप से सच है, वहां यह तब ठीक नहीं है जब आप नाबालिग हों और बाउंसर से क्लब के आपको अंदर जाने की छूट देने के लिए कह रहे हों.
2020 के लिए मेंटल हेल्थ लक्ष्य: जब आप ठीक महसूस नहीं कर रहे हों तो बात करें. डॉ. कामना का कहना है कि दिल पर चोट खाए लोगों के साथ ऐसा होता है. ये तो बस मजाक है... यह उतना बुरा नहीं है.
हालांकि, आप जितनी जल्द स्वीकार करते हैं कि कुछ गलत चल रहा है, जिससे आप जूझ रहे हैं, आपको उतनी जल्द मदद मिलेगी और इस समस्या को ठीक करना आसान होगा. इसलिए, जब 2020 में चीजें मुश्किल हो जाएं, तो बोल दें.
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Published: 01 Jan 2020,12:08 PM IST