देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू के मरीजों की संख्या 1310 पहुंच गई है. दक्षिणी निगम की रिपोर्ट के मुताबिक हफ्ते भर में ही डेंगू के 290 नए मरीज सामने आए हैं.
दिल्ली में 1 जनवरी से 27 अक्टूबर तक डेंगू की वजह से 1310 पेशेंट हॉस्पिटल में एडमिट हो चुके हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
दिल्ली सरकार पहले ही डेंगू, चिकुनगुनिया और मलेरिया से निपटने के लिए प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम्स को एक सर्कुलर जारी कर चुकी है. इसमें निर्देश दिया गया था कि 31 अक्टूबर तक सभी अस्पताल 10 से 20 फीसदी ज्यादा बेडों का इंतजाम करके रखे ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा सके.
इस बीमारी से लड़ने का बेहतर तरीका बचाव है. लिहाजा ये महत्वपूर्ण है कि लोगों को इस बीमारी के सामान्य लक्षणों की जानकारी हो.
डेंगू बुखार वायरस के जरिए फैलता है. यह वायरस इंसानों में संक्रमित एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से पहुंचता है. इस बुखार के लक्षण आम तौर पर मच्छर के काटने के 4-7 दिन में दिखाई देते हैं. डब्ल्यूएचओ की हिदायत है कि अगर तेज बुखार या फिर नीचे दिए गए लक्षण नजर आएं, तो इसे डेंगू का खतरा मानकर तुरंत जांच कराएं.
दुर्भाग्यवश अब तक डेंगू का कोई खास इलाज उपलब्ध नहीं है. इसलिए जरूरी है कि डेंगू से बचने का उपाय किया जाए. डेंगू के रोगी को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लेना चाहिए. इसके अलावा डेंगू की दस्तक के साथ ही तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर और खून की जांच कराकर दवा लेनी चाहिए.
कहतें हैं कि ‘इलाज से बेहतर है बचाव’. इसलिए मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से बचने के लिए आप कुछ बातों का ध्यान रखें.
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