कोरोना महामारी के खिलाफ भारत में टीकाकरण अभियान का दूसरा फेज 1 मार्च से शुरू हो गया है. पहले फेज में हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया था.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 24 फरवरी, 2021 को कोविड वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की घोषणा की. जावड़ेकर ने बताया कि 'दूसरे फेज में प्राइवेट सेंटर पर भी वैक्सीन लगाई जाएंगी.'

10 हजार सरकारी केंद्रों पर और लगभग 20 हजार से ज्यादा निजी अस्पतालों में यह टीका लगाया जाएगा.

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जो 10 हजार सरकारी केंद्रों पर जाकर टीका लगवाएंगे, उनको मुफ्त टीका लगेगा और जो निजी अस्पताल में लगावाएंगे उनको फीस देनी होगा.

प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन की कीमत 250 रुपये प्रति डोज तय की गई है. इसमें 100 रुपये सर्विस चार्ज शामिल है.

इस फेज में किन्हें वैक्सीन दी जाएगी? हर जरूरी सवाल के जवाब यहां जानिए.

दूसरे फेज में किसे दी जाएगी कोरोना वैक्सीन और कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?

  • जिन हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को अभी तक वैक्सीन नहीं मिली है

  • जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है

  • 45 साल से ऊपर के वो लोग, जो किसी कोमॉर्बिडिटी से जूझ रहे हैं

टीकाकरण के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराने के लिए पात्र लोगों को डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट सेल्फ रजिस्ट्रेशन डॉट कोविन डॉट जीओवी डॉट इन पर जाना होगा.

इसके अलावा टीकाकरण के लिए पात्र लोग को-विन 2.0 पोर्टल पर अपने मोबाइल नंबर के जरिए भी कुछ स्टेप फॉलो करके अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

रजिस्ट्रेशन होने के बाद निजी और सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्र (सीवीसी) की लिस्ट सामने आ जाएगी. इसके बाद लोग अपनी पसंद से टीकाकरण केंद्र और समय का चुनाव कर अपने लिए अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं.

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा जिन सरकारी-निजी अस्पतालों को कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में घोषित किया है, उनके आधार पर ही को-विन पोर्टल टीकाकरण के लिए बुकिंग कराने की सुविधा देगा.

रजिस्ट्रेशन के लिए पहचान के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए सरकार ने 7 दस्तावेजों का विकल्प दिया है. ये आधार कार्ड/पत्र, चुनावी फोटो पहचान पत्र , पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर स्मार्ट कार्ड और फोटो वाले पेंशन डॉक्यूमेंट शामिल हैं.

45 साल से ज्यादा उम्र वाले किन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी?

कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में 45 से 59 उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए सरकार ने 20 कोमॉर्बिडिटीज की लिस्ट जारी की है.

  1. पिछले एक साल में हार्ट फेलियर (अस्पताल में भर्ती होने के साथ)

  2. पोस्ट कार्डिऐक ट्रांसप्लांट / लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस

  3. सिग्नीफिकेंट लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक डिस्फंक्शन (LVEF, 40 फीसदी से कम)

  4. मध्यम या गंभीर वाल्वुलर हृदय रोग

  5. गंभीर पल्मोनरी आर्टिरियल हाइपरटेंशन (PAH) के साथ जन्मजात हृदय रोग

  6. कोरोनरी धमनी की बीमारी और हाइपरटेंशन या डायबिटीज जिसका इलाज चल रहा हो

  7. एनजाइना और हाइपरटेंशन या डायबिटीज जिसका इलाज चल रहा हो

  8. सीटी / एमआरआई डॉक्युमेंटेड स्ट्रोक और हाइपरटेंशन या डायबिटीज जिसका इलाज चल रहा हो

  9. पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन या डायबिटीज (10 साल से ज्यादा समये से या जटिलता के साथ) जिसका इलाज चल रहा हो

  10. डायबिटीज (10 साल से ज्यादा समये से या जटिलता के साथ) और हाइपरटेंशन, जिसका इलाज चल रहा हो

  11. किडनी/लिवर/हेमटोपोइएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट रिसीपिएंट या जो वेटिंग लिस्ट में हैं

  12. हेमोडायलिसिस पर आखिरी-चरण की किडनी की बीमारी

  13. मौखिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड या इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं का मौजूदा लंबा इस्तेमाल

  14. विघटित सिरोसिस

  15. पिछले दो सालों में अस्पताल में भर्ती होने के साथ सांस की गंभीर बीमारी

  16. लिंफोमा या ल्यूकेमिया या मायलोमा

  17. 1 जुलाई, 2020 या उसके बाद किसी सॉलिड कैंसर का डायग्नोसिस, या मौजूदा वक्त में किसी कैंसर थेरेपी पर होना

  18. सिकल सेल बीमारी या अस्थि मज्जा फेलियर या थैलेसीमिया मेजर

  19. प्राइमरी इम्यूनोडिफिशिएंसी बीमारी या एचआईवी संक्रमण

  20. श्वसन तंत्र के इनवॉल्वमेंट के साथ एसिड अटैक या इंटलेक्चुअल डिसेबिलिटी की वजह से डिसेबिलिटीज या काफी ज्यादा मदद की जरूरत वाली डिसेबिलिटीज या डीफ ब्लाइंडनेस समेत कई डिसेबिलिटी

एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा, “COVID-19 से मौत के रिस्क के आधार पर कैटेगरी है. वे लोग जिन्हें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी है,कैंसर है, गंभीर निमोनिया, जो इम्यूनोसप्रेसेन्ट स्टेरॉयड पर हैं और पोस्ट-ट्रांसप्लांटेशन वाले मरीज इस कैटेगरी में आएंगे."

इसका मकसद उन लोगों को पहले वैक्सीन देना है, जिन्हें कोरोनावायरस से अधिक गंभीर बीमारी होने और इससे मौत का जोखिम अधिक है.

कोमॉर्बिडिटीज वाले लोगों को डॉक्टर से वेरिफाइड सर्टिफिकेट की जरूरत होगी. ये मेडिकल सर्टिफिकेट Co-WIN आईटी प्लेटफॉर्म पर अपलोड करना होगा.

क्या ब्लड थिनर का इस्तेमाल करने वाले कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं?

इस बारे में बहुत भ्रम है, लेकिन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर-जनरल बलराम भार्गव ने 28 जनवरी को स्पष्ट किया कि कोवैक्सिन और कोविशिल्ड दोनों ही ब्लड थिनर (खून पतला करने वाली दवाओं) का इस्तेमाल करने वालों के लिए सुरक्षित हैं.

भार्गव ने बताया था कि दो तरह के ब्लड थिनर होते हैं. एक एंटीप्लेट्स जैसे एस्पिरिन या क्लोपिडोगरेल है, इनका इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए वैक्सीन लेने पर कोई दिक्कत नहीं है. दूसरी कैटेगरी heparan जैसे anticoagulants की है. Heparan लेने वालों को वैक्सीन लगने वाली जगह पर सूजन और दर्द हो सकता है. वैक्सीन लेने के एक या दो दिन पहले यह दवा बंद की जा सकती है.

हालांकि इस पर अब तक, केंद्र ने कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया है.

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किन लोगों को नहीं लेनी है कोरोना वैक्सीन?

  • जिनकी उम्र 18 साल से कम है

  • प्रेग्नेंट और बच्चे को अपना दूध पिलाने वाली महिलाएं

  • एलर्जी की कोई हिस्ट्री है

कौन लोग अस्थाई तौर पर वैक्सीन लेने के योग्य नहीं हैं?

  • जिनमें SARS-CoV-2 संक्रमण के लक्षण हों

  • COVID-19 के वो मरीज जिन्हें एंटी-SARS-CoV-2 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी या प्लाज्मा थेरेपी दी गई हो

  • किसी भी बीमारी के कारण गंभीर रूप से अस्वस्थ और अस्पताल में भर्ती मरीज

  • ब्लीडिंग या प्लेटलेट डिसऑर्डर, क्लॉटिंग फैक्टर डेफिसिएंसी की हिस्ट्री वाले लोगों को सावधानी के साथ वैक्सीन दी जानी चाहिए.

कोविल्ड वैक्सीन के साथ सामान्य प्रतिकूल घटनाएं क्या हैं?

कोविशील्ड के लिए, फैक्ट शीट में बताया गया है कि टीकाकरण के बाद कुछ हल्की प्रतिकूल घटनाएं हो सकती हैं:

  • इंजेक्शन साइट पर दर्द

  • सिरदर्द

  • थकान

  • मांसपेशियों में दर्द

  • असहजता

  • बुखार

  • ठंड लगना

  • मिचली

कोवैक्सीन लगवाने के बाद क्या संभावित साइड इफेक्ट हो सकते हैं?

  • इंजेक्शन साइट पर दर्द

  • इंजेक्शन साइट पर सूजन

  • इंजेक्शन साइट पर लाली

  • इंजेक्शन साइट पर खुजली

  • बांह के ऊपरी हिस्से पर स्टीफनेस

  • जिस बांह में इंजेक्शन लगा है, उसमें कमजोरी

  • शरीर में दर्द

  • सिर दर्द

  • बुखार

  • बेचैनी

  • कमजोरी

  • चकत्ते

  • मिचली

  • उल्टी

इस बात की आशंका बहुत ही कम है कि कोवैक्सीन के कारण कोई सीवियर एलर्जिक रिएक्शन हो.

सीवियर एलर्जिक रिएक्शन के संकेत:

  • सांस में लेने में तकलीफ

  • चेहरे या गले में सूजन

  • दिल की धड़कन बढ़ जाना

  • पूरे शरीर में चकत्ते

  • चक्कर आना और कमजोरी

वैक्सीन लगवाने के बाद कोई तकलीफ हो, तो क्या करना है?

  • आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.

  • टीकाकरण के बारे में किसी भी सवाल के लिए, 1075 - 24x7 COVID-19 हॉटलाइन पर संपर्क कर सकते हैं.

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Published: 25 Feb 2021,01:50 PM IST

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