इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बुधवार 21 अप्रैल 2021 को ट्वीट किया कि उनके अध्ययन से पता चला है, Covaxin COVID-19 वैक्सीन "प्रभावी रूप से कई वेरिएंट के खिलाफ काम करती है, जिसमें डबल म्यूटेंट स्ट्रेन भी शामिल है."

इस ट्वीट के मुताबिक ICMR और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने SARS-CoV-2 वायरस के कई वेरिएंट ऑफ कंसर्न B.1.1.7 (यूके वेरिएंट), B.1.1.28 (ब्राजील वेरिएंट) और B.1.351 (दक्षिण अफ्रीका वेरिएंट) को सफलतापूर्वक अलग किया है और पाया कि Covaxin संभावित रूप से यूके और ब्राजील वेरिएंट को बेअसर कर सकती है.

ICMR के मुताबिक डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617 को भी अलग किया गया, जिसे भारत में अब तक वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट कहा गया है और पाया कि Covaxin इसे भी बेअसर कर सकती है.

प्रेस रिलीज के अनुसार, डबल म्यूटेशन ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, आयरलैंड, नामीबिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, यूके और अमेरिका जैसे कई देशों में पाया गया है.

हालांकि, ICMR की इस घोषणा के 24 घंटे पहले Covaxin के निर्माता भारत बायोटेक ने एक इंटरव्यू में कहा था कि नए वेरिएंट के खिलाफ उनकी वैक्सीन की प्रभावशीलता के बारे में "अभी तक कोई जानकारी नहीं है."
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एक ओर सरकार ने नए वेरिएंट के खिलाफ Covaxin की प्रभावशीलता के बारे में बात की है, वहीं इससे पहले भारत बायोटेक के चेयरपर्सन कृष्णा एला ने एनडीटीवी से कहा, "मैं दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट के बारे में अभी नहीं जानती, लेकिन भारत में पाए गए डबल म्यूटेंट के बारे में हमें जानकारी नहीं है, हमें लगभग एक हफ्ते में डेटा मिलेगा."

उनके मुताबिक एक हफ्ते का समय भी एक अंदाजा है. उन्होंने कहा, "हम इसे लेकर काफी गंभीर हैं और इसमें वक्त लगता है."

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Published: 21 Apr 2021,05:59 PM IST

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