अमेरिका कोविड-19 महामारी के खिलाफ बनी तीसरी वैक्सीन को अपनाए जाने की तैयारियों में जुटा है. अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने सिंगल डोज वाले जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन का समर्थन किया है और 26 फरवरी को इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
अमेरिका में फाइजर और मॉडर्ना के आपातकालीन इस्तेमाल को पहले से ही मंजूरी मिली हुई है.
26 फरवरी को FDA सलाहकारों की एक स्पेशल टीम इस बात पर चर्चा करेगी कि क्या यहां की जनसंख्या के लिए इसके इस्तेमाल की सिफारिश की जा सकती है या नहीं. इसके निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए पहले के दो टीकों को मंजूरी दिए जाने की प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा.
अमेरिकी एफडीए ने इस वैक्सीन के बारे में कहा, "इस विश्लेषण में सुरक्षा के सभी मानक पूरे किए गए हैं और सुरक्षा से संबंधित ऐसे किसी भी चिंताजनक स्थिति की पहचान नहीं की गई, जिससे कि इसके आपातकालीन उपयोग में बाधा आए."
जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के दो खास फायदे हैं.
ये सिंगल शॉट वैक्सीन है. इसका मतलब यह है कि अगर इसे मंजूरी मिलती है, तो एक बार में वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा. इसका डिस्ट्रिब्यूशन आसान होगा और टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी आएगी.
इसे फ्रीज के तापमान (2°-8°C) पर 3 महीने तक स्टोर किया जा सकता है, किसी खास तरह के फ्रीजर की जरूरत नहीं होगी.
इसके अलावा ये वैक्सीन -20 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर 2 साल तक स्टेबल रह सकती है.
अगस्त, 2020 में जॉनसन एंड जॉनसन के एक बयान में, जेनसेन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सार्थक रानाडे ने इस वैक्सीन के उत्पादन के लिए हैदराबाद स्थित बायोफार्मासिटिकल कंपनी बायोलॉजिकल E के साथ सहयोग की घोषणा की थी.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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