उत्तर प्रदेश से कोरोनावायरस डिजीज-2019 (COVID-19) से पहली मौत का मामला सामने आया है.

बस्ती के रहने वाले 25 साल के इस मरीज की मौत सोमवार, 30 मार्च को हुई. मरीज पीलिया से जूझ रहा था और पिछले 20-25 दिनों से उसका इलाज चल रहा था.

परिवार के करीबी स्थानीय सूत्रों के मुताबिक इस शख्स की पिछले 2-3 महीनों के दौरान शहर से बाहर की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी. उसने करीब डेढ़ साल पहले मुंबई की यात्रा की थी.

हालांकि एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक परिवार वालों ने उसके मुंबई यात्रा की बात छिपाई. क्विंट की ओर से उसकी मुंबई यात्रा की तारीख सत्यापित नहीं हो पाई है.

उसे सबसे पहले बस्ती जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था.

बस्ती जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने कहा,

यहां भर्ती हुए मरीज ने यह नहीं बताया था कि उसने इससे पहले यात्रा की थी. ये मरीज और उसके परिवार की गलती है कि उसके ट्रैवल की बात हमसे छिपी रही.
ओपी सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल, बस्ती

वहीं बस्ती के जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया,

सांस लेने में तकलीफ से मरीज की हालत 29 मार्च को गंभीर हुई. डॉक्टरों ने नोट किया था कि उसकी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी. उसे 10-12 साल से अस्थमा था. इसलिए उसकी इम्यूनिटी पहले से ही कमजोर थी.
आशुतोष निरंजन, डीएम, बस्ती
आसपास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है. (फोटो: क्विंट)

मरीज की हालत में सुधार न होने के चलते उसे गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 29-30 मार्च के बीच भेजा गया.

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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक BRD मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल गणेश कुमार ने कहा,

मरीज की मौत कोरोनावायरस से हुई या नहीं, ये अभी निश्चित नहीं है. मरीज में COVID-19 के लक्षण देखे गए लेकिन टेस्ट रिपोर्ट सोमवार को उसकी मौत के बाद आए.

हालांकि, स्थानीय सूत्रों का दावा है कि गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में लिया गया उसका पहला सैंपल पॉजिटिव था. BRD मेडिकल कॉलेज में COVID-19 टेस्टिंग का लैब उन पांच नए सेंटर्स में से एक है, जिन्हें राज्य सरकार ने 14 मार्च से चालू किया है. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज से रिपोर्ट सोमवार, 30 मार्च को आई थी.

मरीज की मौत से पहले उसका दूसरा सैंपल लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) भेजा गया था.

मृत्यु प्रमाण पत्र(फोटो: क्विंट)

दूसरे सैंपल की रिपोर्ट 31 मार्च, 2020 को आई और इससे पहले ही परिवार वालों को उसका शव सौंपा जा चुका था.

उसके अंतिम संस्कार में करीब 20-25 लोग शामिल हुए थे.

प्रशासन ने एहतियातन बस्ती में उसके घर और आसपास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है. परिवार के 6 सदस्यों को बस्ती जिला अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है और बाकी के सदस्यों को क्वॉरन्टीन किया गया है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक BRD मेडिकल कॉलेज में सैंपल लेने वाले लैब के दो टेक्नीशियन को भी क्वॉरन्टीन में रखा गया है.

(लखनऊ से मार्तंड और बस्ती से इमरान के इनपुट)

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Published: 01 Apr 2020,08:19 PM IST

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