यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने एप्रेट्यूड इंजेक्शन को स्वीकृति दे दी. यह प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीआरईपी) के लिए एचआईवी रोकथाम की दवा है.
"आज की स्वीकृति एचआईवी महामारी को समाप्त करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है. यह एचआईवी को रोकने का पहला ऐसा विकल्प है, जिसमें हर दिन दवा नहीं खानी पड़ती है," एफडीए के सेंटर फॉर ड्रग इवैल्यूएशन एंड रिसर्च में डिवीजन ऑफ एंटीवायरल की निदेशक, डेबरा बर्नक्रांट, एम.डी., ने बीते शुक्रवार को यूएस के एफडीए को दिए गए एक बयान में कहा.
यूएस के एफडीए द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, एप्रेट्यूड, जो ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन की काबोटेग्राविर नामक दवा का एक एक्स्टेंडेड-रिलीज़ इंजेक्टेबल सस्पेन्शन है, उन लोगों के लिए बनाया गया है, जिन्हें यौन संचारित एचआईवी होने का अधिक खतरा है. यह वयस्कों और किशोरों, दोनों के लिए एक निवारक उपचार है पर, व्यक्ति का वजन 35 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए.
एप्रेट्यूड का पहले एक महीने के अंतराल पर दो इंजेक्शन और फिर हर दो महीने पर एक इंजेक्शन लेना होता है.
एचआईवी पीआरईपी के लिए रोज़ाना एक बार दी जाने वाली मौखिक दवा ट्रुवाडा की तुलना में एप्रेट्यूड की प्रभावशीलता मापने के लिए दो रेंडोमाइज्ड, डबल-ब्लाइंड क्लिनिकल परीक्षण किए गए.
परीक्षणों में असंक्रमित सिसजेंडर पुरुष, ट्रांसजेंडर महिलाएं और सिसजेंडर महिलाओं को शामिल किया गया था, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं और जिन्हें एचआईवी होने का अधिक खतरा रहता है.
वहीं, दूसरे परीक्षण में, जिसमें 3,224 सिसजेंडर महिलाएं शामिल थी, एप्रेट्यूड को संक्रमण के खतरे को 90 प्रतिशत तक कम करते देखा गया.
हालाकि यूएस की एफडीए एचआईवी की रोकथाम में पीआरईपी की भूमिका को मानता है, वह यह भी स्वीकार करता हैं कि अभी और सुधार की गुंजाइश है. इस संदर्भ में एप्रीट्यूड बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
पीआरईपी उपचारों की एक कमी यह है कि इनके काम करने के लिए मौखिक गोलियों की एक दैनिक खुराक के नियम की कड़ाई से पालन करने की आवश्यकता होती है.
एप्रेट्यूड पूरी प्रक्रिया को थोड़ा कम परेशानी भरा बनाता है क्योंकि इसमें दो महीने में केवल एक बार शॉट लेने की आवश्यकता होती है.
यूएस के एफडीए ने अपने बयान में कहा, "आशा की जाती है कि लंबे समय तक काम करने वाले पीआरईपी इंजेक्शन के विकल्प की उपलब्धता से पीआरईपी को अधिक मान्यता मिलेगी और उनके प्रयोग में वृद्धि होगी."
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