COVID-19 से उबरने के कुछ दिनों बाद बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर कोरोना से ठीक होने के बाद बालों के ज्यादा झड़ने की बात बताई है.
डाइट और एक्सरसाइज के अलावा मलाइका का मानना है कि खुद से किए जा सकने वाले आसान टिप्स हेयर फॉल कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकते हैं. अपनी पोस्ट में उन्होंने एक नुस्खा शेयर किया है, जिसे हफ्ते में दो बार स्कैल्प पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
मलाइका ने लिखा, "एक फ्रेश प्याज लें और उसे जूस बना लें. जूस बनाने के बाद इसे अपने बालों पर लगाएं, उसके बाद इसे शैंपू से धुल लें. भरोसा करिए कुछ हफ्तों में इसका असर आपको दिखने लगेगा."
अमेरिकी अभिनेत्री एलिसा मिलानो ने भी इसी तरह के दिक्कत का सामना करने की सूचना दी थी और एक वीडियो पोस्ट के जरिए दिखाया था कि गीले बालों को झाड़ते वक्त कितने ज्यादा बाल झड़ रहे थे.
कई लोगों ने कोरोना से ठीक होने के बाद हेयर फॉल की शिकायत की है.
इस सिलसिले में दिल्ली में SkinQure क्लीनिक के डर्मटॉलजिस्ट और हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ बी.एल जांगिड़ ने बताया कि बाल सिर्फ कोरोना के कारण नहीं झड़ते हैं, बल्कि किसी भी बीमारी के बाद बाल झड़ने की समस्या हो सकती है.
उन्होंने कहा, "बालों के झड़ने का COVID-19 के साथ सीधा संबंध बताने वाली अभी कोई रिपोर्ट नहीं है. हालांकि, चिकित्सकीय तौर पर, यह माना जाता है कि किसी भी तरह की बीमारी, छोटी या बड़ी बीमारी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है, हालांकि बाल कितने झड़ेंगे वो हर किसी की कंडिशन पर निर्भर करता है और इस समस्या के लिए पेशेवर स्किन एक्सपर्ट से कंसल्ट किया जा सकता है."
कुछ दवाइयों के कारण भी बाल झड़ सकते हैं. वो कहते हैं, ऐसा माना जाता है कि कुछ वायरल बीमारियों में वायरल जीन संक्रमित शख्स के स्कैल्प में 5-alpha-reductase और androgen रिसेप्टर के प्रोडक्शन को बढ़ा देता है, जिससे हेयर लॉस और गंजापन हो सकता है.
AAYNA क्लीनिक की फाउंडर डॉ सिमल सोइन भी यही बताती हैं कि किसी भी बीमारी से बाल झड़ सकते हैं, लेकिन फिर निकल भी आते हैं.
हेल्थलाइन के एक आर्टिकल के मुताबिक जब शारीरिक और भावनात्मक तनाव (जैसा कि COVID-19 में होता है) के कारण बाल झड़ते हैं, तो इसे 'टेलोजेन एफ्लुवियम' कहा जाता है.
टेलोजेन एफ्लुवियम एक तनावपूर्ण घटना के कुछ महीनों बाद होता है, जिसमें सर्जरी, तेज बुखार या यहां तक कि भावनात्मक समस्याएं भी शामिल हो सकती हैं.
बाल झड़ने की समस्या सिर्फ कोरोना वायरस डिजीज से ठीक हुए लोगों की नहीं है, बल्कि लॉकडाउन के दौरान घर में रहने के दौरान आम तौर पर भी लोगों ने पाया कि उनके बाल ज्यादा झड़े. वो तनाव जो अनिश्चितताओं, लोगों से मिलने-जुलने की कमी और गतिहीन जीवन शैली के साथ आया है, उसके कारण भी बाल झड़ने की समस्या बढ़ी है.
डॉ सोइन बताती हैं कि ज्यादातर मामलों में तनाव और बालों का झड़ना एक साथ चलता है. लॉकडाउन कई कारणों से तनावपूर्ण रहा और ज्यादातर लोगों की सबसे आम शिकायत रही कि उनके बाल ज्यादा झड़ रहे हैं, लेकिन तनाव के कारण बालों का झड़ना आम है और तनाव को मैनेज करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
इसी पर टिप्पणी करते हुए डॉ बी.एल जांगिड़ कहते हैं, “बालों का तेजी से झड़ना, इसका एक प्रमुख कारण तनाव हो सकता है. इसके साथ ही कुछ चीजों की कमी भी हो सकती है. कुछ पर्यावरणीय कारक और गर्म, आर्द्र जलवायु भी आपके स्वस्थ बालों को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे आपके बाल तेजी से झड़ सकते हैं.”
इसके अलावा, वह कहते हैं कि धूप के संपर्क में कमी भी बालों को खराब कर सकती है.
बालों का झड़ना दुनिया भर में होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है, एक तिहाई आबादी इससे प्रभावित है. डॉ जांगिड़ के मुताबिक वैज्ञानिक अनुमानों के आधार पर हर किसी के हर दिन लगभग 100 बाल गिरते हैं. इसलिए, बालों के झड़ने को रोकने के लिए अपने बालों की देखभाल अनिवार्य है.
एक प्रभावी तरीके से बालों के झड़ने को रोकने के लिए ये टिप्स फॉलो करें:
नियमित रूप से अपने बालों को माइल्ड शैम्पू धोएं
विटामिन E से भरपूर खाने की चीजों का सेवन बढ़ाएं, जो आपके बालों के लिए अच्छा होता है
प्रोटीन से भरपूर डाइट लें
अपने स्कैल्प पर लहसुन, प्याज या अदरक के रस लगाएं
अपने आप को हाइड्रेटेड रखें
अगर संभव हो, तो हफ्ते में एक बार अपने सिर की मालिश करें
डॉ सोइन बालों के रोम के लिए पर्याप्त पोषण की आपूर्ति सुनिश्चित करने की बात करती हैं.
उचित आहार, पोषण और व्यायाम के साथ ये आसान टिप्स आपके बालों को होने वाले नुकसान से बचाने या बालों का झड़ना कम करने में मदद कर सकते हैं.
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