एक स्टडी के मुताबिक अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर (Pfizer) और मॉडर्ना (Moderna) की कोविड-19 वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ उतनी प्रभावी नहीं हैं, जितनी कि वे वायरस के मूल स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी हैं.

डेली मेल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अमेरिका के मिनेसोटा में मेयो क्लीनिक के शोधकतार्ओं ने पाया कि Pfizer-BioNTech की कोरोना वैक्सीन जुलाई में संक्रमण के खिलाफ केवल 42 प्रतिशत प्रभावी रही, जबकि मॉडर्ना वैक्सीन केवल 76 प्रतिशत प्रभावी रही.

प्री-प्रिंटर सर्वर medRxiv.org पर प्रकाशित स्टडी में, जिसकी अभी तक समीक्षा नहीं की गई है, शोधकर्ताओं ने लिखा है, कई राज्यों (मिनेसोटा, विस्कॉन्सिन, एरिजोना, फ्लोरिडा और आयोवा) में मेयो क्लीनिक हेल्थ सिस्टम साइटों पर mRNA-1273 (मॉडर्ना कोविड वैक्सीन) बनाम BNT162b2 (फाइजर कोविड वैक्सीन) के साथ पूरी तरह से टीकाकरण किए गए व्यक्तियों के बीच संक्रमण के दर की तुलना की गई तो mRNA-1273 से BNT162b2 के मुकाबले ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन का रिस्क 2 गुना कम रहा.

अध्ययन के लिए, टीम ने जनवरी से जुलाई तक 25,000 से अधिक मिनेसोटन पर डेटा जुटाया.

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अमेरिका में हावी हुआ कोरोना का डेल्टा वेरिएंट

जैसा कि दावा किया गया है, जनवरी से जून तक टीके लगभग 90 प्रतिशत प्रभावी रहे, लेकिन जून में इसमें गिरावट शुरू हुई और जुलाई में बड़े पैमाने पर गिरावट देखी गई, क्योंकि तब तक डेल्टा वेरिएंट ने अमेरिका में पकड़ बना ली थी.

अध्ययन से पता चला है कि वैक्सीन प्रभावशीलता में परिवर्तन मिनेसोटा में डेल्टा वेरिएंट के प्रसार में भारी वृद्धि के साथ मेल खाता है, जो मई में 0.7 प्रतिशत से बढ़कर जुलाई में 70 प्रतिशत से अधिक हो गया.

इस बीच, अल्फा वेरिएंट, जो कि अमेरिका में पिछला एक प्रमुख स्ट्रेन रहा है, इसी समान समय अवधि में इसके प्रसार में 85 प्रतिशत से 13 प्रतिशत तक गिरावट देखी गई है.

अमेरिका वर्तमान में डेल्टा वेरिएंट के कारण संक्रमण और मृत्यु में वृद्धि देख रहा है.

गंभीर कोविड से बचाने में कारगर हैं वैक्सीन

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, गुरुवार सुबह तक, अमेरिका में कुल मामलों और मरने वालों की संख्या क्रमश: 36,185,761 और 618,454 दर्ज की गई. आने वाले हफ्तों में इसके और बढ़ने का अनुमान है.

शोध में शामिल विशेषज्ञों के अनुसार, हालांकि, टीके अभी भी अस्पताल में भर्ती होने और वायरस से गंभीर मामलों को रोकने में प्रभावी हैं और दोनों के साथ अस्पताल में भर्ती होने की दर 25 प्रतिशत से कम है.

पिछले महीने, फाइजर ने डेटा प्रकाशित किया था, जिसमें दिखाया गया था कि इसके टीके की प्रभावकारिता छह महीने के बाद 86 प्रतिशत तक गिर जाती है.

लेकिन बूस्टर शॉट्स, जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है, जो कि वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और अधिक प्रतिरोधी वेरिएंट से बचाने में मदद कर सकते हैं.

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