(अगर आपके मन में भी सुसाइड का ख्याल आ रहा है या आपके जानने वालों में कोई इस तरह की बातें कर रहा हो, तो लोकल इमरजेंसी सेवाओं, हेल्पलाइन और मेंटल हेल्थ NGOs के इन नंबरों पर कॉल करें.)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि कोविड महामारी ने दुनिया भर में सुसाइड के कारकों को बढ़ा दिया है. WHO ने कहा है कि विश्व स्तर पर 100 मौतों में से 1 मौत को सीधे सुसाइड से जोड़ा जा सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गुरुवार, 17 जून को जारी एक बयान में कहा कि 2019 में, 700,000 से अधिक लोगों की मौत सुसाइड से हुई.
WHO ने कहा कि वैश्विक महामारी से पहले, अमेरिका के क्षेत्र को छोड़कर, जिसमें 17 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, उस साल, ग्लोबल सुसाइड रेट हर जगह घट रही थी.
15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं में, सड़क पर चोट, टीबी और पारस्परिक हिंसा के बाद मौत का चौथा प्रमुख कारण सुसाइड है.
पुरुषों में सुसाइड की दर आमतौर पर उच्च आय वाले देशों (प्रति 100,000 में 16.5) में अधिक होती है.
महिलाओं के लिए, उच्चतम सुसाइड दर निम्न मध्यम आय वाले देशों (7.1 प्रति 100, 000) में पाई जाती है.
WHO के सुसाइड आंकड़ों के अनुसार अफ्रीकी (11.2 प्रति 100 000), यूरोपीय (10.5 प्रति 100 000) और दक्षिण पूर्व एशिया (10.2 प्रति 100 000) क्षेत्रों में सुसाइड की दर 2019 में वैश्विक औसत (9.0 प्रति 100 000) से अधिक थी.
सबसे कम सुसाइड रेट पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र (6.4 प्रति 100 000) में है.
WHO ने आत्महत्या की रोकथाम में सुधार के लिए 'लाइव लाइफ' नाम से मार्गदर्शन के लिए सीरीज की घोषणा की है.
WHO द्वारा मीडिया की उस भूमिका पर जोर दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि आत्महत्या की कई रिपोर्टें, खासकर अगर वे मशहूर हस्तियों पर इस्तेमाल या केंद्रित तरीकों का वर्णन करती हैं, वो कथित तौर पर 'कॉपीकैट सुसाइड' के जोखिम को बढ़ा सकती हैं.
विश्व स्वास्थ्य के महानिदेशक ट्रेडोस ने कहा, "हम सुसाइड को नजरअंदाज नहीं कर सकते और न ही करना चाहिए. ये भी एक त्रासदी की तरह है."
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