उत्तर प्रदेश में COVID-19 के बाद ज्यादातर मरीजों को गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सिस्टम से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कोविड से पीड़ित हो चुके ज्यादातर लोगों में लिवर और आंत में सूजन, पेट खराब, पेट दर्द की परेशानी देखी जा रही है.
लखनऊ में SGPGI के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के अनिल गंगवार ने कहा, "सभी वायरल रोगों जैसे रोटावायरस, डेंगू आदि से पीड़ित रोगियों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल शिकायत आम बात है. कोरोना वायरस के रोगियों में यही पैटर्न देखा जा रहा है. इनमें से कई मरीजों में काढ़ा जैसे हर्बल और आयुर्वेदिक चीजों के अत्यधिक सेवन से लिवर और पेट में इन्फ्लेमेशन की परेशानी देखी गई है."
Covid के वो मरीज जिनमें पहले पेट की समस्या नहीं थी, वो अब पेट में परेशानी, दस्त, पेट में दर्द और संबंधित लक्षणों के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं.
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रमुख सुमित रुंगटा ने कहा कि शुरुआत में, आईसीयू वाले कोविड रोगियों में पेट से जुड़ी दिक्कतें थीं. कोविड-19 संक्रमण से उबर चुके लोग महीनों बाद भी पेट की परेशानी के साथ आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, "ये नई समस्या है या कोविड-19 से जुड़ी है, हमने इस तरह का संबंध अभी नहीं निकाला है. ये वायरस के कारण हो सकता है या कोरोना काल में हमारी शारीरिक सक्रियता में आई कमी के कारण हो सकता है."
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