सेहत के लिए योग और शारीरिक व्यायाम की अहमियत को देखते हुए 5 अगस्त, 2020 से योग केंद्र और जिम खोले जा रहे हैं. लेकिन कोरोना के खतरे के मद्देनजर जरूरी प्रोटोकॉल और रोकथाम के उपायों का पालन करना होगा.
सरकार की ओर से जो गाइडलाइन्स जारी की गई हैं, उसका मकसद स्टाफ, मेंबर्स और विजिटर्स के बीच सभी संभावित फिजिकल कॉन्टैक्ट को कम से कम करना (सोशल डिस्टेन्सिंग) और COVID-19 की रोकथाम के लिए सुरक्षा और बचाव के उपायों का पालन करवाना है.
कंटेनमेंट जोन के बाहर योग केंद्रों और जिम को केंद्र/राज्य सरकार के नोटिफिकेशन फॉलो करने होंगे.
जिम के मेंबर्स और स्टाफ को कोरोना से बचने के वो सभी उपाय करने होंगे, जिन्हें आमतौर पर भी अपनाने को कहा जा रहा है:
योग केंद्रों और जिम के 4 वर्ग मीटर में एक शख्स के हिसाब से प्लान करना.
जिम के इक्विप्मेंट 6 फीट दूर-दूर रखना.
हो सके तो इक्विप्मेंट्स की व्यवस्था बाहर करना.
लाइन मैनेज करने के लिए जमीन पर हर 6 फीट पर निशान बनाना.
कार्ड वाले या कॉन्टैक्टलेस पेमेंट की व्यवस्था करना.
एयरकंडिशनर 24-30 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर पर हो, रिलेटिव ह्यूमिडिटी 40-70% की रेंज में हो, बाहर की ताजी हवा आने के लिए क्रॉस वेंटिलेशन पर्याप्त हो.
स्टाफ और मेंबर्स की संख्या सीमित करना.
डस्टबिन बंद वाले हों.
स्पा, स्टीम बाथ और स्वीमिंग पूल बंद रखना.
एंट्री पर हैंड हाइजीन और थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी है.
सिर्फ उन्हीं लोगों को अंदर आने दिया जाए, जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नजर न आ रहे हों.
उन्हीं लोगों को अंदर आने देना, जिन्होंने फेस कवर या मास्क लगाया हो.
कोरोना से बचाव वाले पोस्टर, ऑडियो या वीडियो क्लिप लगाए जाने चाहिए.
लाइन में 6 फीट की दूरी.
पार्किंग लॉट, कॉरिडोर और लिफ्ट में भीड़ को मैनेज करना.
इन जगहों पर फेस कवर या मास्क, सैनिटाइजर, डिसइन्फेटेंस वाइप, डिस्पोज किए जा सकने वाले पेपर टॉवेल और एक्सरसाइज से पहले ऑक्सीजन सैचुरेशन रिकॉर्ड करने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था करना होगी.
हर सेशन की मैक्सिमम कैपेसिटी के अनुसार रीडिजाइनिंग, उसी हिसाब से सेशन शेड्यूल करना और मेंबर्स को इसकी जानकारी देना.
योग क्रियाएं न कराना और अगर बहुत जरूरी हो, तो खुली जगह पर योग क्रियाएं कराई जाएं.
मिनिस्ट्री ऑफ आयुष ने योग के लिए गाइडलाइन्स दी हैं, उन्हें फॉलो किया जा सकता है.
क्लास सेशन के बीच 15-30 मिनट का गैप रखना ताकि मेंबर्स का आना-जान एकसाथ न हो.
संभव हो, तो ग्रुप फिटनेस क्लास ऑनलाइन दिया जाना.
हर ग्रुप में रूम की साइज के हिसाब से सदस्यों की संख्या कम से कम रखना.
पर्सनल ट्रेनिंग में ट्रेनर और क्लाइंट के बीच 6 फीट की दूरी बनाए रखना.
सभी क्लाइंट के बीच आपस में उचित दूरी.
बीच की उंगली को एल्कोहल स्वैब से सैनिटाइज करने के बाद ऑक्सीजन सैचुरेशन लिया जाना चाहिए, जिनका ऑक्सीजन सैचुरेशन 95% से नीचे हो, उन्हें एक्सरसाइज नहीं करने देना.
बेहतर होगा कि मेंबर्स अपना एक्सरसाइज मैट लेकर आएं और जाएं.
जोर से बोलना या लाफ्टर योग नहीं होना चाहिए.
अगर एक्सरसाइज के दौरान सांस लेने में तकलीफ हो, तो एक्सरसाइज रोककर ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल चेक करें.
जिम या योग सेंटर में कोई बीमार पाया जाता है, तो उसे दूसरे से अलग रखने की व्यवस्था होनी चाहिए, तुरंत पास के मेडिकल फैसिलिटी को सूचना दी जानी चाहिए और अगर कोई पॉजिटिव पाया जाता है, तो पूरे परिसर को डिसइन्फेक्ट करना जरूरी है.
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Published: 03 Aug 2020,07:45 PM IST