31 साल की आप्ता फिट से बात करते हुए कहती हैं, "मैं लॉकडाउन शुरू होने से पहले नियमित रूप से जिम जाती थी. इसके जरिए मैं थायराइड की वजह से होने वाले अपने मूड स्विंग्स और हार्मोनल असंतुलन को काबू में रखती थी. अब लॉकडाउन के दौरान मैं कुछ एक्सरसाइज घर पर ही करने की कोशिश करती हूं, लेकिन इसमें अब पहले जैसा जोश नहीं होता. कभी-कभी मैं ऐसा महसूस करती हूं कि मेरे मूड पर इन सबका असर पड़ रहा है."
ठंडे हाथ-पैर के साथ उठना, दिन गुजारने के लिए मोटीवेशन की कमी, लगातार मूड बदलते रहना, बहुत ज्यादा या बहुत कम नींद लेना, थका हुआ महसूस करना, ध्यान केंद्रित न कर पाना, डाइट पर असर पड़ना, वजन कम होना या बढ़ जाना – ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जिनसे थायराइड के शिकार लोगों को रोजाना निपटना पड़ता है.
जब थायराइड ग्लैंड या तो अपर्याप्त हार्मोन उत्पन्न करता है या फिर जरूरत से ज्यादा हार्मोन रिलीज करता है, तो इससे हाइपोथायराइडिज्म या हाइपरथायराइडिज्म जैसी बीमारी होती है. ये पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है.
ये हार्मोन शरीर में मेटाबॉलिज्म को नियमित करते हैं और इनकी गड़बड़ी से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं हो सकती हैं, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य भी शामिल है.
थायराइड कंट्रोल में रहे और रोजमर्रा के काम-काज को प्रभावित न करे, इसके लिए आमतौर पर यही सुझाव दिया जाता है कि व्यायाम और योग किया जाए और डाइट का ख्याल रखा जाए.
इस लेख में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि थायराइड के शिकार लोग सेल्फ आइसोलेशन के समय को किस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि वो इन सब पर काम कर सकें और उनकी हालत और खराब न हो.
PCOD भी एक हार्मोनल डिसऑर्डर है, जिनका महिलाओं की एक बड़ी संख्या को सामना करना पड़ता है. इसे पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज के नाम से भी जाना जाता है.
कैलोरी इनटेक कम करके और कुछ शारीरिक व्यायाम करके इसको नियंत्रित किया जा सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि मोटापे से PCOD या PCOS की समस्या और बढ़ सकती हैं.
जीवनशैली में कुछ बदलाव करके जैसे कम कैलोरी लेना, व्यायाम, योग और वजन कम करके इसको कुछ हद तक काबू में रखा जा सकता है. इसके अलावा PCOD या PCOS का कोई निश्चित इलाज नहीं है.
इस लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के लिए जरूरी है कि जो लॉकडाउन से पहले PCOD को काबू में रखने के लिए योग और कार्डियो की प्रैक्टिस करती थीं, वो सेल्फ आइसोलेशन के समय भी इसे जारी रखें.
PCOD से जूझ रही जयपुर की रहने वाली पेशे से डिजाइनर गीतम कहती हैं,
दिल्ली की रहने वाली और पेशे से स्त्रीरोग विशेषज्ञ दीपा दुरेजा ने बताया कि ये सबसे अच्छा समय है कि आप कुछ व्यायाम और योग करें और अपने डाइट पर ध्यान दें.
डॉ दीपा दुरेजा कहती हैं, ‘आपको बहुत ज्यादा वर्कआउट करने की जरूरत नहीं. आप लाइट एक्सरसाइज कर सकती हैं और खाने में कैलोरी की मात्रा पर नजर रख सकती हैं. PCOD से निपटने में ड्राइफ्रूट्स भी बहुत फायदेमंद होता है.’’
इसको ध्यान में रखते हुए कि ये समय बहुत कठिन है. वो कहती हैं कि अगर आप किसी तरह का शारीरिक एक्सरसाइज नहीं करती हैं और अपने डाइट का भी ध्यान नहीं रखती हैं तो PCOD और थायराइड की परेशानी और बढ़ सकती है.
लॉकडाउन के कारण अगर आप घर से निकल कर जिम या योग क्लासेज नहीं जा सकती हैं तो PCOD और थायराइड की शिकार महिलाएं घर पर ही रहकर कुछ चीजें कर सकती हैं.
बहुत संभव है कि इन दिनों आप अपना खाना खुद बना रहीं हों. ऐसे में ये जरूरी है कि आप उसमें चीनी, नमक और तेल का कम से कम इस्तेमाल करें.
कम कैलोरी वाला खाना खाएं. प्रोटीन और फाइबर वाला खाना ज्यादा खाएं.
पका हुआ खाना के बजाए ड्राइ फ्रूट्स, सीड्स, स्प्रॉउट्स वगैरह ज्यादा खाएं.
किसी प्रशिक्षित योग गाइड से ऑनलाइन मदद लें और साधारण योग करें जैसे तितली आसन, शवासन और भरद्वाजासन वगैरह.
घंटों तक एक ही जगह पर न बैठें और हर कुछ घंटों के बाद अपने शरीर को थोड़ा स्ट्रेच करें.
स्ट्रेस और एंंग्जाइटी को कम करने के लिए सुबह या रात में थोड़ा मेडिटेशन करें.
साधारण एक्सरसाइज भी बहुत लाभदायक हो सकता है.
अपने घर के अंदर ही टहलें जरूर.
शाम के सात बजे के बाद खाने से परहेज करें.
नींद कम या ज्यादा न करें. रोजाना कम से कम 7-8 घंटे जरूर सोएं.
सिगरेट या शराब की आदत न डालें.
एक्सरसाइज और कार्डियो आपके शरीर को एंडोर्फिन रिलीज करने में मदद करता है. एंडोर्फिन से आपको PCOD और थायराइड से निपटने में मदद मिलती है.
लॉकडाउन के कारण जब बहुत सारे बाहरी दबाव, चारों तरफ बुरी खबरें, अकेलापन, समाज से पूरी तरह अलग-थलग कटकर रहने के कारण आपके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने की पूरी आशंका है, ऐसे समय में आपको एक्सरसाइज और कार्डियो नहीं छोड़नी चाहिए.
ये आपको अपने वजन को संतुलित करने में भी मदद करता है. PCOD के शिकार लोगों के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर है. ऐसा माना जाता है कि PCOD और PCOS के शिकार लोग अगर एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो उनका वजन बढ़ जाता है. इसका मतलब साफ है कि अगर आपने अपने वजन को काबू में नहीं रखा तो PCOD की परेशानी और बढ़ेगी.
दूसरी तरफ योग से मन हल्का होता है और आपकी थकान कम होती है है. थायराइड और PCOD दोनों ही हार्मोनल डिसऑर्डर हैं, जो आपके मूड को प्रभावित करते हैं, इसलिए ये बहुत जरूरी है कि आप अपने रोजमर्रा की रूटीन में योग को शामिल करें. इसके अलावा आप हेल्दी खाना खाएं और हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या खा रही हैं.
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