बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने मोतियाबिंद की सर्जरी करवाई है. इस बारे में हालांकि कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. मनोरंजन पोर्टल बॉलीवुड हंगामा के अनुसार, "यह कुछ नहीं है, केवल एक मोतियाबिंद सर्जरी हुई है."

भारत में हर साल मोतियाबिंद के लगभग 20 लाख नए मामले सामने आते हैं. हमारे देश में 62.6 प्रतिशत नेत्रहीनता का कारण मोतियाबिंद है.

मोतियाबिंद क्या है? मोतियाबिंद क्यों होता है? मोतियाबिंद का इलाज क्या है? कुछ जरूरी सवालों के जवाब.

मोतियाबिंद क्या है?

आंख के अंदर लेंस का धुंधला पड़ जाना मोतियाबिंद कहलाता है. आमतौर पर आंख का लेंस शीशे की तरह साफ होता है, लेकिन अगर ये लेंस धुंधला पड़ जाए या सफेद हो जाए तो इसको मोतियाबिंद कहते हैं. इस स्थिति में धीरे-धीरे दिखाई देना बंद होने लगता है.

ऐसा क्यों होता है, ये पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन मोतियाबंद से जुड़े कुछ रिस्क फैक्टर ये हो सकते हैं:

  • बढ़ती उम्र

  • डायबिटीज

  • अल्ट्रावायलेट किरणों का एक्सपोजर

  • मोटापा

  • हाई ब्लड प्रेशर

  • न्यूट्रिशन की कमी

  • आंख से जुड़ी कोई चोट

  • कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स दवाइयों का लंबे समय से इस्तेमाल

  • शराब पीना और स्मोकिंग

मोतियाबिंद के लक्षण

अधिकतर मोतियाबिंद धीरे-धीरे विकसित होते हैं और समय के साथ आपके देखने की क्षमता प्रभावित होने लगती है.

मोतियाबिंद के प्रमुख लक्षण हैं:

  • धुंधला दिखना

  • बुजुर्गों में निकट दृष्टि दोष का बढ़ते जाना

  • रंगों को देखने की क्षमता में बदलाव

  • रात में ड्राइविंग में दिक्कत आना

  • दिन के समय आंखें चौंधियाना

  • डबल विजन

  • चश्मे के नंबर में अचानक बदलाव आना

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मोतियाबिंद की रोकथाम

हालांकि इसके बारे में कोई प्रमाण नहीं है कि कैसे मोतियाबिंद को रोका जा सकता है या इसके विकास को धीमा किया जा सकता है.

डॉक्टरों का मानना है कि कई रणनीतियां मोतियाबिंद की रोकथाम में सहायक हो सकती हैं:

  • नियमित रूप से आंखों की जांच कराना.

  • अगर आपको डायबिटीज या दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जिससे मोतियाबिंद का रिस्क बढ़ता है, तो उसका इलाज कराएं.

  • सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें मोतियाबिंद विकसित करने में योगदान कर सकती हैं. जब भी बाहर धूप में निकलें सनग्लासेस लगाएं.

  • हेल्दी डाइट लें, जो फल और सब्जियों से भरपूर हो.

  • स्मोकिंग छोड़ें और शराब का सेवन सीमित करें.

जब चश्मे से भी साफ नहीं दिखाई देता है, तो ऑपरेशन कराने का विकल्प बचता है. मोतियाबिंद हटाने के लिए लेजर ऑपरेशन किया जाता है.

(इनपुट- आईएनएस, मेयो क्लीनिक)

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Published: 01 Mar 2021,05:49 PM IST

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