वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने कोरोनावायरस डिजीज-2019 (COVID-19) को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है.
WHO के डायरेक्टर-जनरल डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में चीन के बाहर COVID-19 के मामले 13 गुना बढ़ गए हैं और इससे प्रभावित देशों की संख्या भी तिगुनी हो गई है.
दुनिया के 114 देशों में इसके 1,18,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 4,291 लोगों की जान जा चुकी है. हजारों लोग अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं.
WHO की ओर से कोविड-19 को महामारी घोषित करते वक्त कहा गया कि 'महामारी' शब्द को हल्के या लापरवाही से इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
डॉ टेड्रोस ने बताया कि इससे पहले किसी कोरोनावायरस से होने वाली महामारी नहीं देखी गई है.
डॉ टेड्रोस के मुताबिक इसके पहले केस की सूचना मिलने के साथ ही WHO पूर्ण प्रतिक्रिया मोड में रहा है और देशों से हर दिन तत्काल और आक्रामक कार्रवाई करने का आह्वान किया गया है.
81 देशों में COVID-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया है और और 57 देशों ने 10 या उससे कम मामले रिपोर्ट किए हैं.
WHO के मुताबिक अगर देशों में COVID-19 का पता लगाने, टेस्ट करने, इलाज करने, मरीजों को अलग करने, ट्रेस करने जैसे कदम उठाए जाते हैं, तो इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है.
यहां तक कि जिन देशों में इसके ज्यादा मामले सामने आए हैं, वो भी इस पर नियंत्रण पा सकते हैं क्योंकि कुछ देशों ने ये साबित किया है कि इस वायरस को दबाया और नियंत्रित किया जा सकता है.
WHO की देशों से अपील
WHO के मुताबिक कुछ देश क्षमता की कमी से जूझ रहे हैं. कुछ देश संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं और कुछ देश संकल्प की कमी से जूझ रहे हैं.
WHO की ओर से कहा गया है,
सभी देशों को संक्रमण को रोकने, जीवन को बचाने और प्रभाव को कम करने के लिए एक व्यापक रणनीति और उस पर काम करने की जरूरत है.
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Published: 12 Mar 2020,12:36 PM IST