1 मार्च से देश में दूसरे फेज की वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हो चुकी है. हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्करों के बाद अब 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों और किसी गंभीर बीमारी के साथ जी रहे 45 साल से ऊपर के व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीन दी जाएगी.
वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत में भारत बायोटेक की ओर से कोवैक्सीन लेने वालों और केयरगिवर्स के लिए एक फैक्ट शीट भी जारी की गई थी, जिसमें बताया गया था कि किन लोगों को ये वैक्सीन दी जा सकती है, किन स्थितियों में वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए, वैक्सीन लगवाने के बाद क्या संभावित साइड इफेक्ट हो सकते हैं.
1. कौन लोग भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ लेने के योग्य हैं?
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की ओर से क्लीनिकल ट्रायल मोड के अंतर्गत कोवैक्सीन के रिस्ट्रिक्टेड इस्तेमाल की मंजूरी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम में जिन्हें प्राथमिकता दी गई है, वो ये वैक्सीन लेने के योग्य हैं. इनमें से भी किसी को कोवैक्सीन लगवानी है या नहीं, ये तय करने का विकल्प दिया गया है.
2. कोवैक्सीन लेने से पहले वैक्सीनेटर या सुपरवाइज करने वाले अधिकारी को किस बात की जानकारी देनी चाहिए?
वैक्सीनेटर या सुपरवाइजिंग ऑफिसर को अपनी मेडिकल कंडिशन के बारे में बताएं, जैसे- क्या किसी बीमारी की दवा ले रहे हैं? अगर हां, तो किस कंडिशन के लिए और कितने समय से ले रहे हैं.
3. किन लोगों को कोवैक्सीन नहीं लेनी चाहिए?
आपको कोवैक्सीन नहीं लेनी चाहिए, अगर:
4. वैक्सीन लगवाने के बाद क्या संभावित साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
इस बात की आशंका बहुत ही कम है कि कोवैक्सीन के कारण कोई सीवियर एलर्जिक रिएक्शन हो.
सीवियर एलर्जिक रिएक्शन के संकेत:
5. अगर कोई साइड इफेक्ट हो, तो क्या करना चाहिए?
अगर आपको कोई साइड इफेक्ट महसूस हो, तो हेल्थ प्रोवाइडर/वैक्सीनेटर/वैक्सीनेशन को सुपरवाइज कर रहे ऑफिसर से संपर्क करें या तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल जाएं.
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