सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का FIT पर सवाल-जवाब पर आधारित कॉलम है.
अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
डियर रेनबोमैन,
मेरी उम्र 30 साल से ऊपर है और मैं एक ऐसे लड़के के साथ रिलेशनशिप में हूं, जो मुझसे छह साल छोटा है. वह मेरा रिश्तेदार भी है. हम चार साल से रिलेशनशिप में हैं, लेकिन हम दोनों के परिवार उम्र के अंतर के चलते हमारी शादी के खिलाफ हैं. हम अपने माता-पिता को राजी नहीं कर सके और दबाव से बचने के लिए घर से भाग कर एक मंदिर में शादी कर ली. हमने अपनी शादी को रजिस्टर नहीं कराया. इसलिए इसकी कोई कानूनी मान्यता या पारिवारिक स्वीकार्यता नहीं थी. कुछ समय बाद परिवार के दबाव के चलते हम अलग हो गए. हम दोनों के घरवालों की तरफ से उनके चुने शख्स से ही शादी करने का दबाव बहुत ज्यादा था.
हम इस जुदाई को बर्दाश्त नहीं कर सके. हम दोनों फिर से संपर्क में आए और कानूनी रूप से शादी करने का फैसला किया, लेकिन उसके परिवार में कुछ समस्या आ गई है, जिसकी वजह से वह कोई जोखिम नहीं लेना चाहता और मेरे साथ घर बसाने के लिए ज्यादा वक्त चाहता है. अब वह पिछले चार महीने से मुझसे बात नहीं कर रहा है. कल ही मुझे उसके करीबी दोस्तों से पता चला कि वह उनके संपर्क में भी नहीं है.
रेनबोमैन, हम दोनों एक-दूसरे के लिए बेकरार हैं और जिंदगी एक साथ जीना चाहते हैं, लेकिन हमारा परिवार बीच में रोड़ा बन रहा है.
मुझे क्या करना चाहिए?
कुंवारी दुल्हन
डियर कुंवारी दुल्हन,
अपनी जिंदगी के एक मुश्किल लम्हे को मेरे साथ साझा करने के लिए शुक्रिया. प्रेम एक जटिल चीज है और प्रेम पाना सबसे खूबसूरत चीज है.
इसलिए, मैं इस स्वीकारोक्ति से शुरुआत करता हूं कि आप एक हिम्मतवाली इंसान हैं. हालात मुश्किल होने पर भी आपने अपने प्रेमी का साथ नहीं छोड़ा.
आपको अपने प्रेमी से बात करने और पता लगाने की जरूरत है कि वह जिंदगी से सच में क्या चाहता है. वह आपको हमेशा इस तरह मझधार में नहीं रख सकता. उसे तय करना होगा कि उसे क्या चाहिए. उसकी पसंद आप हों, सभी दबावों से परे. आप खुद को उसकी पसंद बनाने के लिए उसे मजबूर नहीं कर सकतीं, उसे खुद ही आपको पसंद करना होगा. आपको खुद से सवाल पूछना होगा- “अगर वह प्यार के लिए अब साथ नहीं देगा, तो फिर कब साथ देगा?” प्यार के निवेश में रिटर्न भी आना चाहिए. इसके यूं ही पड़े रहने और जंग खाने का इंतजार नहीं किया जा सकता. वह सारी जिंदगी आपके साथ लुका-छिपी नहीं खेल सकता है. वह उम्र में आपसे छोटा हो सकता है, लेकिन वह एक बालिग लड़का है. उसके जैसे बालिग को एक बालिग की तरह बर्ताव करना होगा.
उससे पूछें, उससे जवाब मांगें. अगर वह जवाब नहीं देता, तो आप एक फैसला लें. उसे छोड़ने का फैसला करें. नुकसान उसी का है. मेरा सुझाव है कि आपको अपने जज्बात को झूठी उम्मीदों के भरोसे नहीं रखना चाहिए. उसे तय करना होगा.
मुझे पता है कि प्यार में कोई तर्क नहीं चलता, लेकिन इसमें सम्मान खत्म ना होने दें. प्रेम कोई समझौता नहीं है. लेकिन प्रेम में समझदारी होनी चाहिए.
सप्रेम,
रेनबोमैन
अंतिम बातः कुछ वक्त लगेगा, सब ठीक हो जाएगा.
प्रिय रेनबोमैन,
मेरे पास अपनी जिंदगी से साझा करने के लिए एक कहानी है. यह एक ड्रग का सेवन करने के बाद क्या हुआ, इसकी कहानी है. हालांकि यह मेरी पूरी जिंदगी में सिर्फ एक बार हुआ. इसका मुझ पर उलटा असर पड़ा. अब मैं निजात पा चुकी हूं, मैं अपनी कहानी दुनिया के सामने रखना चाहती हूं. मैं यह कैसे कर सकती हूं?
नशामुक्त महिला
डियर नशामुक्त महिला,
अपनी कहानी साझा करने की ख्वाहिश जताने के लिए शुक्रिया. मुझे यकीन है कि बहुतों को इससे हौसला मिलेगा.
आप नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज (NIMHANS) जा सकती हैं. इसकी वेबसाइट www.nimhans.ac.in है. मेरा सुझाव है कि आप वहां किसी मनोवैज्ञानिक या एचओडी से मिलें और अपनी कहानी के माध्यम से शोध में उनकी मदद करने की ख्वाहिश बताएं.
अपनी खुद की कहानी साझा करने के कई सकारात्मक नतीजे होंगे, लेकिन इसका असर यह भी होगा कि दूसरे लोग आप पर नुक्ताचीनी करेंगे. आपकी कहानी आम होने के फैसले के असर के बारे में आपको पता होना चाहिए और इसके नतीजों के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए. आप खुद निमहंस के प्रोफेशनल्स से मिलें हैं और फैसला करें की कि क्या आप अपनी कहानी साझा करने के फैसले पर आगे बढ़ना चाहती हैं.
सप्रेम,
रेनबोमैन
अंतिम बातः कहने-सुनने से भी मदद होती है. आपका शुक्रिया
डियर रेनबोमैन,
मैं 28 वर्षीय समलैंगिक पुरुष हूं. मुझे किसी से प्यार हो गया था. हम हाल ही में अलग हो गए. सब कुछ बहुत सलीके से हो गया. वह रिलेशनशिप से निकलना चाहता था क्योंकि वह विदेश में पढ़ाई करना चाहता था. हमारे अलगाव में कड़वाहट नहीं थी, हालांकि मेरा दिल टुकड़े-टुकड़े हो गया. कुछ हफ्ते पहले वह थोड़े समय के लिए अमेरिका से लौटा. इस बीच उसके और मेरे कई सेक्शुअल रिश्ते बने, लेकिन हम अभी भी सिंगल हैं. मेरा उसके साथ किसी रिलेशनशिप में रहने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन मुझे उससे उम्मीद थी कि वह मुझसे मिलने की ख्वाहिश करेगा. मैं उससे मिलने के लिए तड़प रहा था. मैं उसकी शहर वापसी पर स्वागत करने एयरपोर्ट गया, वह मुझसे प्यार से मिला. मसला यह है कि वह एक हफ्ते में वापस जा रहा है और उसने खुद से मुझे एक बार भी फोन नहीं किया. क्या मुझे उससे पूछना चाहिए कि क्या उसकी जिंदगी में मेरे लिए कोई जगह है? या मुझे अपना मुंह बंद रखना चाहिए?
परेशान समलैंगिक
डियर परेशान समलैंगिक,
प्रेम सभी भावनाओं में सबसे खतरनाक है. यह जितनी तेजी से बनता है, उतनी ही तेजी से टूट भी सकता है. यह हवा के हर गुजरते झोंके के साथ रुख बदलता है. आपको प्यार मिला और यह कुछ समय तक रहा. यह शानदार था. ये अच्छी यादें हैं.
मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि मैं समझता हूं, आप क्या कर रहे हैं.
मैं आपको दोष नहीं देता. मैं आपको समझता हूं. बातचीत से रिश्तों और जीवन में बदलाव आ सकता है. इसलिए, कृपया अपनी बात उसके सामने रखें. उसे बताएं कि आप क्या महसूस करते हैं.
हर कोई प्यार के जवाब में प्यार पाने का हकदार है. शायद हमें उन लोगों में प्यार का निवेश नहीं करना चाहिए, जो जवाब में हमें प्यार नहीं करते हैं. यह सम्मान का भी एक रूप है. क्या हम लोगों का प्यार पाने के लिए हमेशा इंतजार करना चाहते हैं, या क्या हम तभी प्यार देना चाहते हैं, जब बदले में हमें भी प्यार और देखभाल मिले?
मेरा मतलब है, क्या आप उस शख्स से प्यार और दोस्ती जताना चाहेंगे जो जब आपसे मिलता है तो सौहार्दपूर्ण व्यवहार के अलावा कुछ नहीं करता? मैं आपको उसे प्यार और स्नेह देने और उसके जवाब का इंतजार करने की सलाह दूंगा. और फिर और समय दीजिए. यह कोई लेन-देन का सौदा नहीं है, लेकिन सम्मान दोतरफा होना चाहिए.
उसके सामने अपनी बात रखें... उसे मौका देने के लिए, शायद वह वाकई मशरूफ हो गया है या उसकी जिंदगी में कुछ दूसरी मुश्किलें हैं जो उसे रोक रही हैं. जब तक आप पूछेंगे नहीं आपको पता कैसे चलेगा. उसे बताने का मौका दें कि वह क्या महसूस करता है.
मुस्कान के साथ,
रेनबोमैन
अंतिम बातः मैं बहुत हद तक आपकी ही तरह हूं. हालांकि जानता हूं कि सलाह देना आसान है, अमल करना मुश्किल.
(लोगों की पहचान छिपाने के लिए तथ्यों और जगहों में कुछ बदलाव किया गया है. आप अपने सवाल sexolve@thequint.com पर भेज सकते हैं)
(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)
(FIT अब Telegram पर उपलब्ध है. जिन मुद्दों की आपको परवाह है, उन पर चुनिंदा स्टोरी हासिल करने के लिए हमें Telegram पर सब्सक्राइब करें.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 25 Aug 2019,10:04 AM IST