हम अपने रोज के खाने में दूध, दाल, मेवा, अंडा या मीट क्यों शामिल करते हैं? इसलिए क्योंकि ये प्रोटीन से भरपूर होते हैं. प्रोटीन क्या है?
दरअसल हमारे शरीर की हर कोशिका में प्रोटीन होता है. एक स्वस्थ इंसान के शरीर में 15 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है.
कुछ अमीनो एसिड शरीर में अपने आप बनते हैं जबकि 9 अमीनो एसिड ऐसे हैं, जिनकी जरूरत होती है, लेकिन ये शरीर में खुद ब खुद नहीं बनते.
इन्हीं जरूरी अमीनो एसिड की पूर्ति के लिए हमें प्रोटीन से भरपूर चीजें खानी होती हैं.
किसी को खाने के जरिए कितना प्रोटीन लेना चाहिए, ये उसकी उम्र, लिंग और एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करता है.
वहीं बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं या ब्रेस्ट फीड कराने वाली मांओं और बीमार लोगों को इससे ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है.
प्रोटीन से भरपूर चीजों की कोई कमी नहीं है, आपके पास तमाम ऑप्शन हैं, जैसे
कई एनिमल प्रोडक्ट जिनमें ज्यादा प्रोटीन होता है, उनमें सैचुरेटेड फैट भी ज्यादा होता है. एक्सपर्ट्स खाने में सैचुरेटेड फैट की मात्रा सीमित करने की सलाह देते हैं.
वहीं प्रोटीन के हर फूड सोर्स में सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड नहीं होते हैं, जैसे अनाज और दाल में कुछ अमीनो एसिड नहीं होते हैं.
खाने की जिन चीजों में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, उन्हें कम्प्लीट प्रोटीन या हाई-क्वालिटी प्रोटीन कहते हैं.
ज्यादातर मीट और दूसरे एनिमल प्रोडक्ट कम्प्लीट प्रोटीन में आते हैं. क्या इसका मतलब ये है कि शाकाहारी लोगों को कम्प्लीट प्रोटीन नहीं मिल सकता?
क्विनोआ, हेम्प सीड्स यानी भांग के बीज, चिया सीड्स, सोया और टोफू कम्प्लीट प्रोटीन के सोर्स हैं.
बस आपको ध्यान रखना है कि आपकी थाली के एक चौथाई हिस्से में प्रोटीन वाली चीजें जरूर हों और आप एक बैलेंस्ड डाइट ले रहे हों.
(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी तरह के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा है, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए और कोई भी उपाय करने से पहले फिट आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह देता है.)
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Published: 04 Sep 2020,02:47 PM IST