देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी वेव का कहर जारी है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है और कई मरीजों को अस्पताल में बेड भी नहीं मिल रहे. ऐसे में ऑक्सीजन लेवल गिरने की स्थिति में लोग अपने घरों में ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर या जनरेटर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इन दोनों ही उपकरणों की डिमांड बढ़ गई है.
ये कंसंट्रेटर क्या होते हैं और कौनसा खरीदा जा सकता है? हम आपके सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं.
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर क्या होते हैं?
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वो डिवाइस होता है जो वातावरण की हवा को लेकर उसमें ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ा देता है. इसके लिए वो नाइट्रोजन को फिल्टर कर उसे बाहर फेंक देता है. ये डिवाइस मरीज को एक्स्ट्रा ऑक्सीजन देने के लिए होते हैं.
कॉन्सेंट्रेटर किसी ऑक्सीजन सिलिंडर या टैंक की तरह ही काम करते हैं. इसमें भी ऑक्सीजन मास्क या नेसल ट्यूब के जरिए दी जाती है. हालांकि, सिलिंडर को रिफिल करना पड़ता है जबकि कंसंट्रेटर बिजली के इस्तेमाल से 24 घंटे चल सकते हैं.
इसका इस्तेमाल कब और किसे करना चाहिए?
सामान्य स्तर से कम ऑक्सीजन लेवल होने पर भी हर कोई कंसंट्रेटर का इस्तेमाल नहीं कर सकता.
पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज में एनेस्थेसिया विभाग की प्रमुख और प्रोफेसर संयोगिता नायक ने कहा कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सिर्फ कोविड के मॉडरेट केस में इस्तेमाल हो सकते हैं या फिर उन केस में जहां जरूरत अधिकतम 5 लीटर प्रति मिनट की है.
डॉ राजेश देशपांडे ने क्विंट से कहा, “अगर आपका ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 90-94 है तो आप कंसंट्रेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, अगर ऑक्सीजन इससे ज्यादा कम होती है तो ऑक्सीजन सिलिंडर जैसी सप्लाई का इस्तेमाल होने की सलाह दी जाएगी.”
क्या कंसंट्रेटर घर पर इस्तेमाल कर सकते हैं?
डॉ देशपांडे कहते हैं कि कंसंट्रेटर का इस्तेमाल सिर्फ हल्के कोविड संक्रमण में ही करना चाहिए. उन्होंने कहा, “इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लीजिए. मरीजों को कॉन्सेंट्रेटर के जरिए दी गई सप्लीमेंटल ऑक्सीजन से मदद मिल सकती है लेकिन तभी जब वो अस्पताल में भर्ती हों. बिना मेडिकल सलाह के इसका इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है.”
कितनी तरह के कंसंट्रेटर होते हैं?
2 तरह के कंसंट्रेटर होते हैं- स्टेशनरी और पोर्टेबल. दोनों ही डिवाइस अपनी ऑक्सीजन बिना किसी रिफिल मदद के बनाते हैं.
एक अंतर बस ये है कि स्टेशनरी में सीधी बिजली सप्लाई चाहिए होती है, जबकि पोर्टेबल बैटरी पर भी चल सकता है.
कंसंट्रेटर खरीदने से पहले क्या चेक करना चाहिए?
इसे खरीदने से पहले ये पता होना चाहिए कि मरीज को कितनी लीटर ऑक्सीजन की जरूरत है. इन सब बातों का ध्यान रखना चाहिए:
CDC की गाइडलाइन के मुताबिक, अगर मरीज का ऑक्सीजन लेवल 90 से कम है तो ऑक्सीजन सपोर्ट की सलाह रहती है.
कंसंट्रेटर की कैपेसिटी आपकी जरूरत से ज्यादा होनी चाहिए. जैसे कि आपको 3.5 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन चाहिए तो आपको 5 लीटर वाला कॉन्सेंट्रेटर खरीदना चाहिए.
हमेशा ऐसा कंसंट्रेटर खरीदना चाहिए जो ऑक्सीजन प्युरिटी इंडिकेटर (OPI) के साथ आता हो.
भारत में सबसे अच्छे कंसंट्रेटर कौन से हैं?
क्विंट ने हेल्थ प्रोफेशनल्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से बातचीत कर ये जाना कि बाजार में अच्छे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कौन से हैं:
Philips Everflo: ये डिवाइस 93-96 प्रतिशत प्युरिटी के साथ 5 लीटर ऑक्सीजन फ्लो दे सकता है. इसकी कीमत 50,000 रुपये है.
Dedakj De: ये डिवाइस 93 प्रतिशत प्युरिटी के साथ 6-8 लीटर ऑक्सीजन दे सकता है. इसकी कीमत 45,000-60,000 रुपये के बीच है.
Evox 5S: इस मशीन की कीमत 40,000 रुपये है और ये 96 प्रतिशत प्युरिटी के साथ 5 लीटर तक ऑक्सीजन दे सकती है.
कंसंट्रेटर को आप अमेजन या फ्लिपकार्ट के अलावा ColMed, 1MG, Nightingales India, Healthklin और Healthgenie जैसी वेबसाइट से खरीद सकते हैं.
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