कोविड की तीसरी वेव के शुरू होते ही भारत में एक दिन में कोविड के नए मरीज़ों की संख्या 1 लाख पार कर चुकी है. वयस्कों में कोविड टीकाकरण का कार्य पिछले साल से ही चल रहा है, पर अभी तक 15 वर्ष की आयु से छोटे बच्चों के लिए टीका उपलब्ध नहीं है. ऐसे में चिंता के साथ-साथ कई सवाल माता-पिता को घेरे रहते हैं. जैसे कि:
कैसे अपने बच्चों को कोविड से बचाएं? बच्चे को कोविड होने पर क्या सावधानी बरतें? इमरजेंसी की स्तिथि में क्या करें?
ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब के लिए फ़िट हिंदी ने डॉ. वनीत परमार, डायरेक्टर एंड हेड, पीडियाट्रिक, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम से बात की.
कोविड की इस तीसरी लहर में 15 वर्ष से छोटे आयु वाले बच्चों का ख़याल कैसे रखें?
बच्चों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और समय-समय पर हाथ धोते रहने का महत्व समझाएँ. जहां तक हो सके भीड़भाड़ वाली जगह न जाएँ. कोविड से बचने के लिए दिए गए दिशानिर्देशों का पालन पूरा परिवार करें.
किन बच्चों को रिस्क ज़्यादा है?
कैंसर, थैलेसीमिया, डायबिटीज, ल्यूकीमिया, एचआईवी जैसी गंभीर बीमारी झेल रहे बच्चों को रिस्क ज़्यादा है.
कोविड और सर्दियों में होने वाले फ़्लू के बीच का अंतर कैसे पहचाने?
दोनों के लक्षण लगभग एक जैसे ही हैं, पर अगर किसी कोविड संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हों, तो कोविड होने की सम्भावना बढ़ जाती है.
कोविड टेस्ट कब कराना चाहिए?
अगर बच्चे को बुख़ार है और घर में किसी दूसरे व्यक्ति में कोविड के लक्षण दिख रहे हैं, तो टेस्ट ज़रूर करवा लें.
बच्चों में कोविड के उपचार?
कोविड में बच्चों का उपचार लक्षणों के आधार पर किया जाता है. ज़्यादातर मामलों में सर्दी-खांसी और बुख़ार की शिकायत देखी गयी है, जिसके लिए पैरासिटामोल दी जाती है. बच्चों में कोविड माइल्ड ही देखा गया है.
तीसरी लहर में कोविड के कौनसे लक्षण बच्चों में सबसे ज़्यादा देखे जा रहे हैं?
सर्दी खाँसी के साथ तेज बुख़ार का मामला इस बार ज़्यादा देखने को मिल रहा है.
कोविड हो जाने पर खाने-पीने में कोई परहेज़?
खाने-पीने में कोई रोक टोक नहीं है, बस बच्चे का हाइड्रेटेड रहना बहुत ज़रूरी है. पानी, ओआरएस, नारियल पानी, जूस, सूप के साथ पौष्टिक आहार देते रहें.
कोविड होने पर एकांत (आयसोलेशन) में कितने दिन रहना चाहिए?
नए दिशानिर्देश के अनुसार 7 दिनों तक आयसोलेशन में रहना चाहिए.
बिना लक्षण अगर बच्चा कोविड पॉज़िटिव हो तो, क्या करें?
ऐसे में किसी ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं है. बच्चे को केवल 7 दिनों तक आयसोलेशन में रखें. साथ ही साथ कोविड दिशानिर्देशों का पालन कराएं.
माइल्ड लक्षण होने पर क्या करें?
ऐसी स्तिथि में पैरासिटामोल दें और बच्चे को हाइड्रेटेड रखें.
गंभीर मामलों को कैसे पहचाने और ऐसे में क्या करें?
इन स्थितियों को गंभीरता से लें और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें:
जब बच्चा खांसी बहुत कर रहा हो
साँस तेज चल रही हो
सुस्त हो
पानी नहीं पीने के कारण डिहाइड्रेटेड हो
ऑक्सीजन संतृप्ति (Oxygen saturation) अगर 95 से नीचे जा रहा हो
घर के फ़ुली वैक्सिनेटेड लोगों को क्या बच्चे से कोविड हो सकता है?
वैक्सिनेशन हमें कोविड के गंभीर परिणामों से बचाने में मदद करता है. इसका ये मतलब नहीं है कि हमें वैक्सिनेशन के बाद कोविड नहीं हो सकता है. वैक्सीन लगे होने के बाद भी सतर्कता ज़रूर बरतें.
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