हमें हर बीमारी के लिए गोलियां गटकना पसंद है, क्या ऐसा नहीं है? चाहे वह आम सर्दी हो, रोजमर्रा की बदहजमी की शिकायत हो या हमारे माहवारी चक्र को टालने के लिए ओवरी (अंडाशय) के साथ खिलवाड़ करना हो- लंबे समय तक ऐसा करना आपके रिप्रोडक्टिव सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा सकता है.

पीरियड्स की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए गोलियां लेना ठीक नहीं है, भले ही ये बहुत जरूरी हालात में अंतिम उपाय के रूप में ही क्यों न हो.

देवियों अब एक जरूरी नसीहत सुन लें, जबकि कुछ मामले सच में ऐसे हो सकते हैं, जिन्हें टाला नहीं जा सकता और आपको उसके लिए अपने पीरियड को आगे बढ़ाना पूरी तरह जरूरी है, तब भी आपके माहवारी चक्र में बदलाव किया जाना ठीक नहीं है. और डॉक्टरों की भी ऐसी ही राय है.

मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, शालीमार बाग में सीनियर डायरेक्टर और हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ एसएन बसु भी बिना शक यही बात दोहराती हैं. हां, आप कुछ दुर्लभ हालात में टैबलेट ले सकती हैं, लेकिन वो चेतावनी देती हैं कि किसी भी हाल में ऐसा डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं किया जाना चाहिए.

बिना डॉक्टरी सलाह के इस तरह बार-बार गोलियों के सेवन से पीरियड्स में समस्या हो सकती है और बीमारी छिपी रह सकती है या प्रेग्नेंसी का पता नहीं लगने की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, खासकर अगर उनको अनियमित या लंबे माहवारी चक्र होते हों.
डॉ एसएन बसु

फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट में प्रसूति एवं स्त्री रोग डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ नूपुर गुप्ता इसमें ये भी जोड़ती हैं:

देखिए, शरीर की प्राकृतिक लय में रुकावट डालने वाली किसी भी चीज से बचना चाहिए. वैसे किसी जरूरी वजह के मामले में गोली ली जा सकती है. हालांकि एक साल में दो बार से ज्यादा गोली नहीं लेनी चाहिए. इससे ज्यादा लेना सुरक्षित नहीं है.

‘मुझे एंडोमेट्रियोसिस है, इसका मतलब है कि मैं ये ले सकती हूं?’

एकदम गलत. डॉ गुप्ता कहती हैं कि दोनों के बीच संबंध बताने वाला कोई ठोस सबूत नहीं है.

इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ये एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित की मदद करेगा. यह उनके लिए भी नुकसानदायक है क्योंकि यह माहवारी चक्र की प्राकृतिक लय को सचमुच बाधित कर सकता है. शरीर को अपना प्राकृतिक संतुलन हासिल करने में काफी समय लगेगा और इसीलिए इससे बचना चाहिए.
डॉ नूपुर गुप्ता

डॉ बसु एंडोमेट्रियोसिस को एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित करती हैं जहां “यूटेरस (गर्भाशय) की आंतरिक परत, जिसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है, बढ़ने लगती है और गर्भाशय के बाहर विकसित होने लगती है. यह बढ़ना जारी रहता है और तकलीफदेह पीरियड्स और असामान्य ब्लीडिंग का कारण बन सकता है.”

यह जटिल है, है न? यही वजह है कि आपके रिप्रोडक्टिव सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करना अच्छा नहीं माना जाता है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

‘लेकिन मैंने गोली ले ली है, अब क्या होगा?’

अत्यधिक ब्लीडिंग और ऐंठन इसका सामान्य लक्षण है.(फोटो: हर्ष साहनी / फिट)

एक सामान्य लक्षण यह है कि जब आखिरकार पीरियड्स होता है तो शरीर में ऐंठन के साथ बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है, हालांकि जरूरी नहीं है कि सभी के साथ ऐसा हो.

जब हम पीरियड्स को आगे बढ़ा देते हैं, तो गर्भाशय की लाइनिंग का आकार बढ़ जाता है. इसलिए और ज्यादा ब्लीडिंग होती है. ऐसे में, अधिक दर्द होता है. यह पीरियड्स एक प्राकृतिक चक्र की तरह नहीं होगा क्योंकि आपने इसमें देरी की है. हालांकि, ऐसा हर महिला के साथ नहीं होता है.
डॉ नूपुर गुप्ता

डॉ बसु सलाह देती हैं कि अगर आपको कोई भी दिक्कत होती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें.

बहुत ज्यादा ब्लीडिंग, ऐंठन और अन्य समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और एक स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए. बिना डॉक्टरी सलाह के दवा लेना खतरनाक हो सकता है क्योंकि कोई बीमारी छिपी रह सकती है और इसका पता लगने में देरी हो सकती है.
डॉ एसएन बसु

‘ख्याल रखने वाली कुछ जरूरी बातें क्या हैं?’

डॉ बसु के अनुसार, जो महिलाएं डॉक्टरों या अन्य विशेषज्ञों की निगरानी में हैं, उन्हें इस तरह की गोलियों से दूर रहना चाहिए. वह सलाह देती हैं, किसी समस्या के मामले में, जहां यह एकमात्र विकल्प की तरह लगता है, किसी वरिष्ठ और अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह लेना सबसे अच्छा है.

डॉ गुप्ता कहती हैं,

अगर आपने कोई इमरजेंसी पिल ले ली है या अनियमित पीरियड्स हैं तो आपको ऐसी गोली लेने के बारे में सावधान रहना चाहिए. इतना जान लीजिए कि ये बहुत मददगार साबित नहीं होगी.

‘फिर भी, अगर मुझे अपने पीरियड को आगे बढ़ाना है, तो मैं क्या करूं?’

इसके लिए बहुत दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है, बस एक डॉक्टर से सलाह ले लें.

सबसे पहले एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें. यह जरूरी है क्योंकि लंबे या अनियमित माहवारी चक्र वाली महिलाएं इस बात से अनजान हो सकती हैं कि वे गर्भवती हैं और अनजाने में दवा ले सकती हैं.
डॉ एसएन बसु

पीरियड से जुड़ी समस्याएं वास्तव में कई महिलाओं के लिए शारीरिक कमजोरी का कारण बन सकती हैं, फिर भी आपके पीरियड चक्र को चलने देना सबसे अच्छा है. इसके बजाए, ओवरी के सही तरीके से काम करने के उपाय करें, कुछ डार्क चॉकलेट खाएं, और सबसे जरूरी बात, इसे चलने दें.

(रोशीना जेहरा लेखिका और मीडिया प्रोफेशनल हैं. आप उनके काम के बारे में यहां जान सकते हैं.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 20 Feb 2020,02:17 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT