सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपके मन में सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़े कोई सवाल हैं, और आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
डियर रेनबोमैन,
मेरी उम्र 29 साल है. मैंने शादी की और मेरे जुड़वां बच्चे हुए. मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी को लेकर बहुत फिक्रमंद थी. पहले दिन से ही हमारे बीच किसी तरह का तालमेल नहीं बन सका. वो अच्छी तरह जानते थे कि मैं एक मिडिल क्लास परिवार से हूं और हम ज्यादा दहेज नहीं दे सकते. मेरे मां-बाप बहुत बूढ़े हैं और मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं रहती. उन्हें मेंटल हेल्थ की समस्या है. मेरे पास कहीं से भी सपोर्ट नहीं था. मेरे पति अच्छी तरह जानते थे कि मैं पूरी तरह उन पर निर्भर हूं. फिर भी, वे मेरे साथ एक गुलाम की तरह बर्ताव करते, यहां तक कि हमारे बच्चों के सामने भी वे ऐसा दिखावा करते मानो मैं कुछ भी नहीं हूं, मुझे अपने पति के सपोर्ट के बिना सारे काम खुद करने पड़ते. घर की सफाई, खाना बनाना, बच्चों की देखभाल, बच्चों को अस्पताल ले जाना, सामान और सब्जियों को खरीदने के लिए बाहर जाना वगैरह. बिना किसी की मदद के बाद मैं जो कुछ भी करती, मेरे पति उसमें कमियां निकालते रहते. मैंने अपनी परेशानी को लेकर उनसे कई बार बात की, लेकिन उन्होंने मेरी भावनाओं और सोच पर विचार तक नहीं किया. अगर मुझे पीरियड्स आते, और मैं बैठ जाती तो वह मेरे साथ एक जानवर जैसा बर्ताव करते क्योंकि मेरी तकलीफ के कारण सारे काम रुक जाते थे. इस तरह मैंने वहां काफी तकलीफें सहीं. आखिरकार हम अलग हो गए. अब मैं अपने बच्चों और पेरेंट्स के साथ अकेली रहती हूं.
फिर हमने नई जगह अपना घर बना लिया, जहां मैं एक शख्स से मिली. वक्त के साथ, हम करीब आते गए और उसने मुझे प्रपोज किया. उसने कहा कि जैसे भी हालात हों वह हमेशा मेरे साथ रहेगा, और अब तक है भी. उसकी उम्र 45 साल है. वह शादीशुदा है और उसके दो खूबसूरत बच्चे हैं. मेरी समस्या है: एक आदमी एक बार में दो लोगों से कैसे प्यार कर सकता है? वह मुझसे कायदे से बोलता है, जब भी मैं अपने घर पर अकेली होती हूं, वह बहुत भावुक होकर मुझसे बात करता है और मुझसे कहता है, “तुम मेरे लिए सब कुछ हो”, “मुझे इस दुनिया में कोई और नहीं चाहिए, तुम बहुत हो.” हमारे पास सब कुछ है और हम पिछले डेढ़ साल से रिलेशनशिप में हैं. पहले दिन से ही वह बहुत ख्याल रखने वाला है. वह मुझे हर तरह से सपोर्ट कर रहा है; पैसे से, चाहे सामान लाना हो और सब्जियां लाना हो, मुझे शॉपिंग कराने या मंदिर या होटल ले जाना हो. जब भी वह मुझसे बात करता है, मुझे लगता है कि वह यह सब सिर्फ सेक्स के लिए कर रहा है. मैंने उसे यह बात कई बार बताई. मैंने उसे कम से कम एक महीने तक सेक्स नहीं करने का भी सुझाव दिया. लेकिन वह इसके बिना नहीं रह सकता. उसे हमेशा हफ्ते में कम से कम तीन दिन इसकी जरूरत होती है. कभी-कभी, एक दिन में चार बार. वह मुझसे कहता है कि एक आदमी एक दिन में यह कई बार नहीं कर सकता. लेकिन मैं ऐसा कर रहा हूं क्योंकि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं. मुझे नहीं पता कि उस पर भरोसा करना है या नहीं, लेकिन मैं इस रिलेशनशिप को नहीं चाहती भले ही यह मेरी जिंदगी में खुशी दे- मेरे बच्चों की वजह से. मेरे लिए मेरे बच्चे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.
इसके अलावा, मुझे लगता है कि उसकी बीवी मेरे बारे में जानती है. उसने मेरा नंबर भी ढूंढ लिया, लेकिन यह सब रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. जितना भी मुमकिन है, वह उसके लिए एकदम सामान्य तरीके से पेश आ रही है. मैं बहुत उलझन में हूं. मैं समझ नहीं पा रही कि मेरे आसपास क्या हो रहा है. मुझे नहीं पता कि किससे बात करनी चाहिए. प्लीज सलाह दें कि मुझे उस पर भरोसा करना चाहिए या नहीं.
शुक्रिया.
सादर,
मंझधार में फंसी औरत
डियर मंझधार में फंसी औरत,
मुझे लिखने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया. यह सच में बहुत ही व्यक्तिगत है और इस मामले में मुझ पर यकीन करने के लिए मैं आपका आभारी हूं.
एक टूटी हुई शादी के बाद, जब आपको इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी, तो आपको प्यार मिला. मैं खुश हूं. बहुत खुश.
मैं आपको उस शख्स से सतर्क रहने के लिए नहीं कहूंगा, जो कहता है कि वह आपसे प्यार करता है. हालांकि, खुद को भावनात्मक रूप से सुरक्षित करना जरूरी है, ताकि हम अचानक लगने वाली किसी भी आग द्वारा खुद को जला देने से अच्छी तरह से सुरक्षित रह सकें.
ये सवाल खुद से पूछें. अपने आप से पूछें कि आप अपनी जिंदगी से क्या चाहती हैं और फिर उसके साथ बातचीत करें. इससे पहले कि आप जान पाएं कि वह इस रिलेशनशिप को कहां तक ले जाना चाहता है, आपको इस बारे में स्पष्ट होना चाहिए कि आप क्या चाहती हैं.
जहां तक उसकी बीवी और बच्चों का मामला है, तो वह रिलेशनशिप उसकी जिम्मेदारी है, आपकी नहीं. आपको बस यह स्पष्ट होना चाहिए कि इस रिलेशनशिप में आप अपने लिए क्या चाहती हैं और उससे क्या चाहती हैं. एक बार जब आप इस बारे में स्पष्ट हो जाती हैं कि आप अपनी जिंदगी किस ओर ले जाना चाहती हैं, तो प्लीज उसके साथ बैठें, उससे पूछें और उसकी जिंदगी में अपनी जगह और आपकी जिंदगी में उसकी जगह पर बातचीत करें.
उससे पूछें कि उसकी बीवी के साथ उसका क्या संबंध है और यह भी पता लगाने की कोशिश करें कि क्या वह आपके साथ अपने रिश्ते को अगले स्तर पर ले जाने में गंभीर है, अगर ऐसा हो तो. इससे पहले उसके बारे में कोई फैसला क्यों करना? एक रिलेशनशिप में हर कोई हर तरह की अस्पष्टता के बिना साफ बातचीत की शिष्टता का हकदार है. अपनी सोच के बारे में स्पष्ट रहें, फिर उसकी समझें.
मुस्कान के साथ
रेनबोमैन
अंतिम बातः जब हम अपनी चाहत के बारे में स्पष्ट होते हैं, तो चीजें बेहतर हो जाती हैं.
डियर रेनबोमैन,
मैं 19 साल की लड़की हूं और एक 52 वर्षीय सेहतमंद शख्स के साथ रिलेशनशिप में हूं. मुझे उम्मीद है कि आप मुझ पर इसके लिए नुक्ताचीनी नहीं करेंगे. मैंने 18 साल 7 दिन की उम्र में शारीरिक रिश्ता बनाया था. मेरे दो सवाल हैं:
वह 90 मिनट से ज्यादा समय तक सेक्स करने की क्षमता रखता है, लेकिन मैं इस दबाव को बर्दाश्त नहीं कर पाती हूं.
वह कंडोम का इस्तेमाल करता है, लेकिन मैं नहीं चाहती. मैं कंडोम के साथ आनंद नहीं ले पाती, क्या यह सेफ होगा?
कृपया सलाह दें.
सादर
लड़की
डियर लड़की,
मुझे लिखने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया.
जहां तक उसके देर तक सेक्स करने की क्षमता/चाह की बात है, मुझे लगता है कि अगर आप इसका आनंद नहीं लेती हैं, तो यह बेकार है. खामोश रह कर दर्द न सहें. उसे बताएं, बिना किसी शक की गुंजाइश वाले शब्दों में आप उसे साफ बता दें कि सेक्स के मामले में आप क्या चाहती हैं. मेहरबानी करके उसे बताएं.
अगर आपको उसका कोई बर्ताव पसंद नहीं आता है, तो प्लीज उसे रोक देने के लिए कहें. किसी भी तरह से आपको कुछ भी “बर्दाश्त” नहीं करना चाहिए.
कंडोम का इस्तेमाल करना हमेशा ठीक होता है. यह एचआईवी और दूसरे सेक्शुअली ट्रांसमिटेड बीमारियों व प्रेगनेंसी को रोकने में मददगार होता है. महिलाओं के पिल्स लेने और पुरुषों के कंडोम पहनने के बीच फैसला लेना हो, तो मैं कंडोम का ही सुझाव दूंगा.
ऐसे तरीके हैं जिनमें कंडोम पहन कर भी आनंद लिया जा सकता हैं. मैं यह सलाह नहीं दूंगा कि आप जोखिम उठाएं. लेकिन साथ ही, आप अपने शरीर, अपनी ख्वाहिशों और अपनी भावनाओं के मामले में क्या चाहती हैं, इसका बेहतर फैसला खुद कर सकती हैं. किसी और के हाथ में इसकी लगाम न दें.
मुस्कान के साथ
रेनबोमैन
अंतिम बातः यहां उम्र मायने नहीं रखती. कभी मायने नहीं रखती. ऐसा कभी करना भी नहीं चाहिए.
डियर रेनबोमैन,
मुझे मदद की जरूरत है. जब कभी कोई लड़की मेरे घर पर आती है, उसे किस करना या सेक्स के लिए राजी करना मेरे लिए समस्या बन जाता है. मुझे नहीं पता कि क्या करना चाहिए या कहां से शुरू करना चाहिए.
सादर
प्रेमी
डियर प्रेमी,
क्या हम सभी ऐसी ही चुनौती का सामना नहीं करते? मैंने निश्चित रूप से किया, जब प्यारा लड़का मेरे घर पर आया. हम सभी के पास अपने तरीके हैं. मैं उन चीजों के बारे में बात करना पसंद करता हूं, जिसके बारे में हम दोनों को बात करना पसंद हो.
सीधे पूछ लेने से बेहतर कुछ नहीं होता. लेकिन यह भी जरूरी है कि डरा देने वाला कोई कदम न उठाएं और सही समय का इंतजार करें, इसी तरह सही शब्दों का इस्तेमाल भी जरूरी है. हर पल और हर कदम के लिए रजामंदी हो.
सादर,
रेनबोमैन
(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)
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Published: 11 Jan 2020,10:00 PM IST