हमारी हमेशा बैठे रहने वाली लाइफस्टाइल सेहत के लिए कितनी खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर तरह की बीमारियों के रिस्क फैक्टर्स में एक फैक्टर गतिहीन जीवनशैली होती है. अब एक स्टडी में बताया गया है कि हमारी इसी तरह की लाइफस्टाइल असमय मौत का कारण बन रही है.
स्टडी में बताया गया है कि एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने वालों के मुकाबले गतिहीन जीवनशैली वाले लोगों में असमय मौत का जोखिम दोगुना अधिक होता है.
इस स्टडी के लेखक ट्राइन मोहोल्ड ने कहा, ‘हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि अगर आपको असमय मृत्यु और हृदय रोगों के कारण होने वाली मौत के खतरों से बचना है तो ज्यादा से ज्यादा खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने की जरूरत है.’
इस स्टडी का मकसद ये पता लगाना था कि बदलती शारीरिक गतिविधियां कैसे हृदय रोगों के कारण होने वाली मौत और दूसरे कारणों से होने वाली मौत के लिए जिम्मेदार हैं.
इस स्टडी के लिए नॉर्वे के 20 और उससे ज्यादा की उम्र वाले लोगों को शामिल कर 1984-1986, 1995-1997 और 2006-2008 में उनकी फिजिकल एक्टिविटी और आराम करने की अवधि से जुड़ा डेटा इकट्ठा किया गया.
फिजिकल एक्टिविटी को निष्क्रिय, मध्यम (ऐसे लोग जो हफ्ते में दो घंटे से भी कम समय तक गतिशील रहे) और उच्च (वे लोग जो हफ्ते में दो घंटे से ज्यादा समय तक सक्रिय रहे) में बांटा गया.
इस स्टडी में पहले और तीसरे सर्वे का डेटा इस्तेमाल कर हर ग्रुप के मृत्यु के जोखिमों की तुलना ज्यादा समय तक सक्रिय रहने वाले लोगों से की गई.
वहीं, मध्यम श्रेणी के लोगों में अन्य कारणों से होने वाली मौत का जोखिम 60 फीसदी और हृदय रोगों के कारण होने वाली मौत का जोखिम 90 फीसदी पाया गया.
इसलिए अगर आप भी पूरी तरह से फिट रहना चाहते हैं और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण होने वाली बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो हमेशा बैठे रहने की बजाए कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी का नियम बना लें.
(इनपुट: आईएएनएस)
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