(चेतावनी: कुछ सवाल आपको विचलित कर सकते हैं. पाठक को पढ़ने से पहले विवेक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.)

सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का FIT पर सवाल-जवाब पर आधारित कॉलम है.

अगर आपके मन में सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़े कोई सवाल हैं, और आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.comपर मेल करें.

पेश हैं इस हफ्ते केसवाल-जवाबः

‘मेरे पेरेंट्स को पता चल गया है कि मैं लेस्बियन हूं’

डियर रेनबो मैन

मैं 28 साल कीलड़की हूं और मुंबई में रहती हूं. मेरे पेरेंट्स पुराने ख्यालों के हैं. मैं मुंबई में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहती हूं, लेकिन लॉकडाउन के बाद से चेन्नई में अपने पेरेंट्स के पास हूं. कल, उन्हें पता चला कि मैं एक रूममेट के साथ रहती थी जो एक लड़की है. मैंने उन्हें हमेशा बताया था कि मैंअकेली रहती हूं. वे शक में पड़ गए कि मैं क्यों छिपा रही थी कि मैं एक लड़की के साथ रहती हूं. उन्होंने मुझे हमेशा एक रूममेट के साथ रहने को कहा, लेकिन मैंने हर बार यह कहते हुए इनकार कर दिया कि “मुझे अपनी आजादी पसंद है.” बाद में, उन्हें मेरे कुछ लव नोट्स मिल गए और एक दूसरे को किस करते हुए हमारी तस्वीर भी दिख गई. यह सब जानकर मां बहुत गुस्से में आ गईं. वह मुझे थेरेपिस्ट को दिखाना चाहती हैं. मुझे क्या करना चाहिए? क्या मुझे उनको सच्चाई बता देनी चाहिए? अभी मैंने यह सिर्फ एक दोस्ताना किस कहकर टाल दिया. मां समझ सकती हैं कि यह इससे कहीं ज्यादा है. पिताजी बाहर से शांत हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म हो जाने के बाद वह कुछ करने का इरादा बना रहे हैं. मैं सिर्फउम्मीद कर सकती हूं कि वे मेरे साथ कुछ गलत नहीं करेंगे. मुसीबत की इस घड़ी में मुझे क्या करना चाहिए? मैं खुद को कसूरवार महसूस कर रही हूं.

प्लीज मदद कीजिए,

परेशान लड़की

जवाब-

डियर परेशान लड़की,

इतना सब कुछ लिखने के लिए शुक्रिया. मुझे पता है कि लॉकडाउन का समय काफी चुनौतीपूर्ण है. मैं यह भी समझता हूं कि यह बिल्कुल ठीक समय नहीं है, जिसमें आपने अपनी हकीकत उजागर करने की कल्पना की होगी. वैसे, ये इम्तेहान की घड़ी है और हमें यह ख्याल रखना होगा कि पहले से नाजुक हालात और ज्यादा नाजुक न हों.

मैं चाहता हूं कि आप एक बात समझ लें: आपकी कोई गलती नहीं है.

आपका किसी को प्यार करना गलत नहीं है. किसी का आपको प्यार करना गलत नहीं है. और आप समान जेंडर के किसी शख्स को प्यार करके गलती नहीं कर रही हैं.

हां, हालात अलग हो सकते थे. पेरेंट्स ज्यादा मददगार हो सकते थे. लेकिन कभी-कभी, हमें पेरेंट्स को उनके नजरिये से भी देखने की जरूरत होती है. वे लंबे समय से ऐसी दुनिया को देख रहे हैं, जिसमें विपरीत जेंडर के लोग जोड़े बनाते हैं. उन्हें यह समझने के लिए कि आप क्या सोच रही हैं, कुछ जानना होगा और बहुत सी चीजों को जानना, भूलना होगा कि सेक्सुएलिटी और जेंडर एक से ज्यादा हैं. और सभी तरह के प्यार जायज हैं.

कल्पना कीजिए, किन्नर लोगों को कभी-कभी अपनी भावनाओं से जूझने और समझने में महीनों और सालों का समय लग जाता है कि वे असल में कौन हैं. पेरेंट्स को सिर्फ अपने साथ ही नहीं बल्कि अपने करीबियों के साथ क्या हो रहा है, इसका भी सामना करना पड़ता है. निश्चित रूप से इसमें ज्यादा समय लगता है, (अगर हमेशा नहीं तो भी) ज्यादातर.

अपनी सेक्सुएलिटी पर सवाल न उठाएं. ऐसा मत सोचें कि यह आपकी गलती है. अपने पेरेंट्स को यह स्वीकार कराने में जल्दबाजी ना करें कि आप कौन हैं. उन्हें समय दें. उन्हें अविश्वसनीय से विश्वसनीय होते घटनाक्रम को स्वीकार करने में लगने वाले सदमे से संभलने के लिए वक्त दें. अगर वे किसी पेरेंटसे बात करना चाहते हैं, तो कृपया बेझिझक फोन नंबर +919833100340 पर जिमी फाउंडेशन को कॉल करने को कहें और हम आपको ऐसे पेरेंट से मिलाएंगे जो आपके पेरेंट से बात कर सकते हैं. मैं भी तमिल हूं, इसलिए मेरी मां आपके परिवारवालों से तमिल में बात कर सकती हैं.

याद रखें, आप बालिग हैं और आपकी सहमति के बिना आपको कोई दवा या थेरेपी लेने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता. और आपकी सहमति दबाव से मुक्त और हमेशा होनी चाहिए. फिलहाल, मैं आपको आग की शोलों को और हवा देने की सलाह नहीं दूंगा. इसे लॉकडाउन तक शांति से चलने दें. लॉकडाउन के बाद, आप मुंबई वापस आ सकती हैं. हालांकि, अगर चीजें थोड़ी मुश्किल होती हैं, तो कृपया बेझिझक तमिलनाडु पुलिस से 100 नंबर पर संपर्क करें. ऐसा कोई कानून नहीं है जो पेरेंट्स या किसी और को बच्चों को बंधक बनाने या हिंसा करने की इजाजत देता है. दूसरी बात, आप इस देश में किसी से भी प्यार करने के लिए आजाद हैं. यह बात हमेशा याद रखें.

भरोसा रखें. समय के साथ हालात बेहतर हो जाएंगे.

मुस्कान के साथ,

रेनबो मैन

अंतिम बातः फोन करने में संकोच न करें.

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‘मैं अपने पार्टनर से बच्चा पैदा करने के लिए बेकरार हूं’

डियर रेनबो मैन,

मुझे आपको भी यह बताने में बहुत मुश्किल से जूझना पड़ रहा है. मुझे पता है कि यह किसी को भी बेवकूफाना और बचकाना लग सकता है. फिर भी, मुझे आपको बताना होगा. मेरा हमेशा से भगवान और चमत्कारों पर पक्का भरोसा रहा है. मैं उस समय से बच्चा पैदा करना चाहता था जब से मुझे प्यार हुआ. मैं अपने पार्टनर से बच्चा चाहती था और मुझे भगवान पर भरोसा है कि भगवान मेरी इच्छाओं को पूरा करेंगे. भगवान में मेरी अटूट आस्था है, जिसने मुझे सबकुछ दिया. आज की दुनिया में कौन 5 साल पुरानी रिलेशनशिप पर गर्व कर सकता है जो प्यार और जुड़ाव से भरी हो. मेरे हसबेंड मुझे इतना प्यार करते हैं कि वह मुझे अपनी आंखों का तारा बना कर रखते हैं. चूंकि हमारी शादी भारत में वैध नहीं थी, हम अपनी पालतू बिल्ली के साथ दक्षिण अफ्रीका में बस गए. हम सच में किस्मत वाले हैं. मैंने जो भी अपनी जिंदगी में सोचा, वो उससे पहले ही मिल गया. लेकिन एक ख्वाहिश है जो अभी भी अधूरी है. मैं मां बनना चाहता हूं. मैं सेक्स चेंज नहीं कराना चाहता. मैं और मेरे हसबेंड में अच्छा सेक्स रिलेशन है. फिर, मैंने भगवान से प्रार्थना की कि मैं मां बन जाऊं और भगवान ने मुझसे कहा कि मुझे अपने हसबेंड का जादुई काढ़ा पीना चाहिए. मैं हमेशा अपने हसबेंड के स्पर्म को निगल जाता हूं और पिछले 4 महीनों से मेरा पेट बढ़ रहा है. मेरे अंदर एक बच्चा है. जब मैं डॉक्टर के पास गया और उन्हें बताया कि मुझे अपने बच्चे के लिए सी सेक्शन की जरूरत पड़ सकती है, तो वे हंस पड़े. अब मेरे हसबेंड भी सोचते हैं कि मैं पागल हूं, हालांकि वह मुझसे बहुत प्यार करते हैं. उन्होंने कल रात मुझे बताया कि मैं प्रेगनेंट नहीं हो सकता. यह कहते हुए वह रो पड़े. मुझे नहीं पता कि आप मुझपर हंसेंगे या नहीं और सोचेंगे कि मैं एकदम पागल हूं, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैं प्रेगनेंट हूं. मेरा बच्चा जल्द जन्म लेगा. दुनिया में चमत्कार होते रहते हैं. मैं एक चमत्कार हूं. भगवान ने मुझे पुरुष बनाकर गलती की, लेकिन मुझे खिलने के लिए बीज दिया. मुझमें बीज है, मैं फल दूंगा. मैं भगवान का कृपापात्र हूं. मैं नहीं जानता कि अपनेआसपास के बाकी सभी लोगों को कैसे समझाऊं. मैं उन्हें कैसे बताऊं कि मैं प्रेगनेंट हूं और मैं यह कोई मुहावरे में नहीं बोल रहा हूं. मेरे पेट में एक बच्चा पल रहा है. एक असली बच्चा. मेरी बात सुनने के लिए शुक्रिया. कृपया अपना ख्याल रखें.

सप्रेम,

भगवान का कृपापात्र पुरुष

जवाब-

डियर भगवान के कृपा पात्र पुरुष

मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. शुरुआत में ही बता दूं कि, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं आपको बेवकूफ नहीं कहूंगा. मुझसे अपनी बात साझा करने और मुझ पर भरोसा करने केलिए शुक्रिया.

मुझे यह पढ़कर बहुत खुशी हुई कि आपको एक धीरज रखने वाला हसबेंड मिला है, जिसके साथ आप भरपूर प्यार औरजुड़ाव का अनुभव करते हैं. आपकी किटी कैट को भी बहुत प्यार. यह बहुत प्यारा परिवार है और यह मेरे भरोसे को बहाल करता है कि प्यार सेक्सुएलटी और जेंडर से परे है.

मैं समझता हूं कि आपको प्रेगनेंट होने की गहरी ख्वाहिश है. मैं यह भी समझता हूं कि आप चमत्कार सच होने में भरोसा करते हैं.

मैं आपके बारे में राय बनाने वाला कौन होता हूं? क्या हममें से ज्यादातर लोग अपनी जिंदगी के किसी किसी मोड़ पर उम्मीद नहीं रखते कि हमारा यकीन चमत्कारों को जन्म देगा.

हालांकि मुझे आपको साइंस के बारे में थोड़ा बताना होगा. जब कोई अपने साथी के स्पर्म को पीता है, तो यह पेट में डाइजेस्ट हो जाएगा और उसी प्रक्रिया से गुजरेगा, जिससे कि कोई भी फूड जिसे आप खाते हैं.

इसके अलावा, एक बच्चे को पैदा करने के लिए, स्पर्म को एक ओवा के साथ मिलने की जरूरत होती है और भ्रूण के पलने के लिए एक फैलोपियन ट्यूब या यूटेरस की जरूरत होगी. जो लोग मेल जेंडर में पैदा होते हैं, उनमें फैलोपियन ट्यूब या यूटेरस या ओवा या वेजाइना नहीं होता, जिससे कि पेनिस से मिलने वाले स्पर्म को उसमें जमा किया जा सके.

कभी-कभी, हमें इस बात का दोबारा आकलन करने की जरूरत होती है कि हकीकत में क्या संभव है और क्या नहीं. कभी-कभी, जब चीजें इतनीहावी हो जाती हैं और हमारी इच्छाएं इतनी बलवतीहो जाती हैं, तो हमें अपनी हकीकत के साथ मिलकर अपनी ख्वाहिशों पर लगाम लगाने में मदद के लिए एक बाहरी विशेषज्ञ की मदद लेने की जरूरत होती है. इसलिए, मैं बहुत दृढ़ता से सलाह दूंगा, कि आप मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल की मदद लें ताकि आप उसकी मदद से अपना रास्ता पा सकें. जैसा कि मैं समझता हूं बच्चा पैदा करने की आपकी ख्वाहिश बहुत गहरी है, मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल आपकी मदद करेगा और आपका पार्टनर इसे मुमकिन बनाने के तरीकों को समझेगा. बच्चा गोद लेने या सरोगेसी का रास्ता भी हो सकता है.

मुस्कान के साथ,

रेनबो मैन

अंतिम बातः थेरेपी आपको अपने विचारों को समझने में मदद कर सकती है और मुमकिन है कि उसी ख्वाहिश को पूरा करने का रास्ता सुझाए, हालांकि, शायद थोड़ा अलग हो .

‘मैं बहुत ज्यादा मास्टरबेशन करता हूं’

डियर रेनबो मैन,

मुझे सेक्स संबंधी समस्या है. मुझे पूरे दिन मास्टरबेशन करने का मन करता है. यह लॉकडाउन मुझे बर्बाद कर रहा है. मैं कैसे काबू पा सकता हूं. यह परेशान कर रहा है.

चिंतित लड़का

जवाब-

डियर चिंतित लड़के,

हालांकि सामान्य रूप से मास्टरबेशन करना नुकसानदेह नहीं है, लेकिन सच्चाई यह भी है कि किसी भी लत की हद होती है, तो हमें एक हद तक उस पर काबू पाने की जरूरत है. आप अपने दिमाग को कई दूसरी चीजों में व्यस्त रख सकते हैं. फिल्में देखें, ऐसे काम करें जो आपको सबसे ज्यादा पसंद थे लेकिन कभी उसके लिए समय नहीं मिला. ध्यान भी मदद करता है. अगर इनमें से कोई भी काम नहीं है, तो कृपया मदद लेने के लिए किसी काउंसलर या अपने डॉक्टर से मिलें.

मुस्कान के साथ,

अंतिम बातः एक काउंसलर से मिलें

(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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Published: 13 Jun 2020,05:03 PM IST

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