गर्मी का मौसम है. तापमान बढ़ रहा है, पसीने की चिपचिपाहट बनी रहती है, ऐसे में हमारी त्वचा निश्चित रूप से हमारी त्वचा की चमक गायब होने लगती है. सनबर्न, धूप की वजह से रैशेज, जिद्दी एलर्जी- गर्मियां अपने साथ ये मौसमी त्वचा की समस्याएं लेकर आती हैं.

लेकिन परेशान न हों, इससे निपटने के लिए हमारे पास कुछ टिप्स हैं. थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप गर्मियों में अपनी त्वचा से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर रख सकते हैं. हम आपको सबसे कॉमन त्वचा की समस्याएं के बारे में बताने जा रहे हैं.

1. सनबर्न

गर्मियों में त्वचा की कई समस्याओं में सनबर्न शायद सबसे आम है. धूप में कदम रखने और बाहर समय बिताने से आप भूने हुए आलू की तरह लग सकते हैं, सचमुच! सनबर्न खुजली पैदा कर सकते हैं और अक्सर दर्दनाक होते हैं.

सनबर्न को रोकने के लिए, तीन गुना सुरक्षा अपनाने की जरूरत पड़ती है. पहला छाता लेकर चलें. दूसरा आपके चेहरे के चारों ओर लिपटे मोटे स्टोल या दुपट्टे के बिना घर से बाहर नहीं निकलना है और तीसरा सनस्क्रीन की परत.
डॉ मंकुल गोयल
गर्मियों में सनस्क्रीन जरूरी है. भारत की गर्मियों के लिए, एसपीएफ 30(SPF 30) से ऊपर कुछ भी अच्छा है. आपको भरपूर मात्रा में सनस्क्रीन लगानी चाहिए और इसे अपने पूरे चेहरे पर थपथपाना चाहिए. इसे मॉइस्चराइजर की तरह न रगड़ें, क्योंकि हो सकता है कि इसका अधिकांश हिस्सा अवशोषित न हो... ऐसा घर से निकलने से 15 से 20 मिनट पहले करें. घर के अंदर भी हर 2-3 घंटे में लगाएं.
डॉ ईशा सिंह राठौर

2. घमौरियां

ये छोटे, लाल चकत्ते के रूप में शरीर पर कहीं भी हो सकते हैं. लंबे समय तक गर्मी, धूप के संपर्क में रहने के कारण चेहरे, गर्दन, छाती और पीठ पर ये ज्यादातर देखे जा सकते हैं.

गर्मी के महीनों में ज्यादा पसीने से घमौरियां शुरू हो जाती हैं. त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा पसीने से मृत त्वचा और बैक्टीरिया पसीने की ग्रंथियों(Sweat glands) को ब्लॉक कर देते हैं, जिससे त्वचा के नीचे पसीना रह जाता है, जिससे खुजली और दर्द होता है.

इससे बचने के लिए पहला कदम है खुद को ठंडा और हाइड्रेट रखना. गर्मियों की जरूरी चीजें जैसे नारियल पानी, दही, बेल का शरबत वगैरह आपके आहार का नियमित हिस्सा होना चाहिए. हल्के कपड़े पहनें, त्वचा को जितना हो सके सूखा रखें.

हल्के कैलमाइन लोशन और एलोवेरा घमौरियों में राहत पहुंचा सकते हैं.

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3. फॉलिकलाइटिस

फॉलिकलाइटिस एक सामान्य त्वचा की स्थिति है जो बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण होती है. इससे त्वचा में सूजन हो जाती है और प्रभावित जगह पर लाल, खुजली वाले फोड़े हो जाते हैं. गर्मी में पसीना ज्यादा आने से ये समस्या और बढ़ जाती है. पसीने से लथपथ कपड़े बिलकुल न पहनें.

गर्मी के महीनों के दौरान हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए. फोड़े का इलाज बैक्टेरियल क्रीम के साथ किया जाना चाहिए.
डॉ श्रुति सुरवड़े

4. रगड़ की वजह से छिली त्वचा

आप जब चलते हैं तो आपके जांघों के बीच टकराव होता है. लगातार रगड़ की वजह से त्वचा के छिल जाने का खतरा बना रहता है. ज्यादा तेज या ज्यादा देर तक त्वचा के रगड़ने से त्वचा छिल जाना एक आम बात हो जाती है. ये छिली हुई त्वचा जब पसीने के संपर्क में आती है तो और भी दर्दनाक हो जाती है और जलने लगती है.

हवादार कपड़े पहनने चाहिए और तंग और सिंथेटिक कपड़ों से दूर रहना चाहिए. जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है, उन्हें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वे रोजाना साफ कपड़े पहनें. दिन में 2 बार नहाने जैसे उपाय अपना सकते हैं. साथ ही, हाइड्रेटेड रहना ही खुजली को रोकने की कुंजी है.
डॉ श्रुति सुरवड़े

5. मुंहासे

जिन लोगों की त्वचा तैलीय होती है उन्हें गर्मियों में मुंहासे होने का खतरा अधिक होता है. इसके लिए क्रीम आती हैं. लेकिन मुंहासे कई तरह से और कई कारण से हो सकते हैं. हार्मोन में असंतुलन, खान-पान में बदलाव (जैसे समय पर खाना न खाना) और जीवनशैली के पैटर्न से भी मुंहासे हो सकते हैं और ऐसे मामलों में क्रीम बहुत प्रभावी ढंग से काम नहीं करेंगी.

डॉ ईशा सिंह गर्मी के महीनों के दौरान अल्कोहल फ्री टोनर का इस्तेमाल करने का सुझाव देती हैं. सनस्क्रीन से हर त्वचा की समस्या से बचाव नहीं हो सकता इसलिए इसके ज्यादा इस्तेमाल से भी बचना चाहिए.

सनस्क्रीन जरूरी सुरक्षा का सिर्फ 20-30% प्रदान करता है. बहुत अधिक सनस्क्रीन का इस्तेमाल कभी-कभी मुंहासे का कारण बन सकता है.

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