यूपी सरकार ने तय मानकों पर असफल पाए जाने पर एटोर्वास्टेटिन नाम की दवा पर प्रतिबंध लगा दिया है. ये दवा आमतौर पर दिल से जुड़ी बीमारियों में इस्तेमाल की जाती है. इस दवा की काफी मांग रहती है.
कार्डियक एक्सपर्ट बताते हैं कि एटोर्वास्टेटिन का प्रयोग ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड जैसे फैट की मात्रा घटाने और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए किया जाता है.
आधिकारिक आदेश के अनुसार, दवाई के नमूने को रीजनल ड्रग्स टेस्टिंग लैबोरेटरी (आरडीटीएल) चंडीगढ़ में जांचा गया. चंडीगढ़ स्थित लैब द्वारा जारी की गई मूल्यांकन रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके सैंपल स्टैंडर्ड क्वालिटी के नहीं पाए गए.
इसलिए उत्तर प्रदेश के करीब 160 सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजे गए इस दवा के पूरे बैच को वापस लेने का आदेश जारी कर दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता के मुताबिक हैदराबाद की आपूर्तिकर्ता कंपनी को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया गया है और दवाई की भारी मांग देखते हुए अतिरिक्त स्टॉक की व्यवस्था की जा रही है.
संजय गांधी पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में कार्डियोलॉजिस्ट प्रो आदित्य कपूर ने बताया कि मेडिकल निगरानी में स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाव के लिए इस दवा का इस्तेमाल महत्वपूर्ण होता है.
(इनपुट: IANS)
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