एकता कपूर के सुपरहिट सीरियल 'कहानी घर घर की' में नजर आ चुके टीवी एक्टर सचिन कुमार का 15 मई को निधन हो गया. सचिन कुमार का देहांत हार्ट अटैक की वजह से हुआ है.

बताया जा रहा है कि 13 मई को अपना जन्मदिन मनाने के 2 दिन बाद ही सचिन इसका शिकार हो गए. उन्हें टेलीविजन शो लज्जा में भी देखा गया था, एक छोटे से कार्यकाल के बाद एक्टिंग से दूर हो गए थे.

सचिन के दोस्त और एक्टर राकेश पॉल फेसबुक पर दिवंगत एक्टर की तस्वीर के साथ अपनी संवेदना शेयर की. राकेश पॉल ने लिखा, "हमेशा याद रहेगा तुम्हारा मुस्कुराता हुआ चेहरा ... भाई ... सचिन कुमार बहुत जल्द चले गए यार..."

सिर्फ बुजुर्गों की दिक्कत नहीं हार्ट अटैक

फिट ने पहले एक आर्टिकल में बताया था कि आज के दौर में ये अब सिर्फ बुजुर्गों की दिक्कत नहीं रही. ट्रिनिटी हॉस्पिटल की स्टडी (2013) के मुताबिक रोजाना 30 साल तक के 900 भारतीयों की मौत हार्ट अटैक से होती है.

20 से 30 की उम्र तक के लोग अपने दिल की सेहत को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि इसके लिए हमारी लाइफस्टाइल जिम्मेदार है.

फोर्टिस एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अतुल माथुर के मुताबिक

एक्सरसाइज न करना, खाने की खराब आदतें, मेंटल स्ट्रेस, नींद की कमी- इन वजहों से दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं.
डॉ अतुल माथुर, सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट, फोर्टिस एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट
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डॉ माथुर के मुताबिक किसी को देखकर इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. ऐसे बहुत से दिल के मरीज हैं, जो दिखने में दुबले-पतले होते हैं और उनकी लाइफस्टाइल भी काफी एक्टिव होती है. लेकिन अगर किसी में ये रिस्क फैक्टर्स- फैमिली हिस्ट्री, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, धूम्रपान हैं. ऐसे में हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है.

डॉ माथुर बताते हैं कि जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी ठीक नहीं है. अगर कोई बहुत कठिन एक्सरसाइज करता है, जैसे कोई रोज दौड़ता है या कोई गेम खेलता है, इस वजह से भी धमनियों में एकाएक ब्लॉकेज हो सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है.

इसलिए ये जरूरी है कि जिन लोगों को इसका खतरा है, उन्हें नियम से जांच कराते रहना चाहिए.

दिल की बीमारियों से बचने के उपाय

  • इसके जोखिम कारकों से बचें और उन्हें कम करने की कोशिश करें, जैसे स्मोकिंग, मोटापा, हाई बीपी और खराब लाइफस्टाइल.
  • रोजाना एक्सरसाइज करें. इसका मतलब जरूरत से ज्यादा वर्कआउट नहीं है. दरअसल, बॉडी बिल्डिंग और सप्लीमेंट्स से आपको नुकसान भी हो सकता है. दिल को दुरुस्त रखने के लिए 45 मिनट तक टहलना भी काफी है.
  • खानपान पर ध्यान दें. फल व सब्जियों का सेवन करें. मलाई, मक्खन, मिठाई और मटन न खाएं. इन चीजों का सेवन कम से कम होना चाहिए.
  • काम और लाइफ में बैलेंस के साथ स्ट्रेस से डील करें. तनावपूर्ण जिंदगी से बचने के लिए परिवार, दोस्तों के साथ वक्त बिताएं और अपनी पसंद की चीजें करें, रिलैक्स करें.
  • नियमित तौर पर अपनी जांच कराते रहें.

बीमारी का इंतजार ना करें, बचाव के तरीके अपनाएं. शुरुआत से ही हेल्दी आदतें विकसित कर लें.

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