ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) हड्डियों की बीमारी है, जिसमें हड्डियां इतनी कमजोर और नाजुक हो जाती हैं कि फ्रैक्चर या हड्डियों के टूटने का रिस्क बढ़ जाता है. ये बीमारी समय के साथ बढ़ती जाती है.

गुरुग्राम के पालम विहार में कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्स कंसल्टेंट डॉ. गुरदीप अविनाश रात्र बताते हैं कि ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डी के घनत्व (density) में कमी हो जाती है. इससे प्रभावित हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है और हड्डियां अधिक नाजुक हो जाती हैं और इसलिए इनके टूटने की आशंका अधिक होती है.

आमतौर पर ये स्थिति उम्रदराज लोगों में ज्यादा देखी जाती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि युवाओं को ऑस्टियोपोरोसिस नहीं हो सकता और ऐसा भी नहीं है कि बुजुर्गों में ये जरूर हो. लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का अधिक जोखिम बताया जाता है.

महिलाओं को Osteoporosis का खतरा ज्यादा क्यों?

ऑस्टियोपोरोसिस महिलाओं में अधिक आम है क्योंकि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अर्ली बोन लॉस से चार गुना ज्यादा प्रभावित होती है.

एक अनुमान के मुताबिक 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र की 4 में से 1 महिला और 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 20 पुरुषों में से लगभग 1 पुरुष ऑस्टियोपोरोसिस से प्रभावित होता है.

पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस की अधिक जोखिम के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • महिलाओं में पुरुषों की तुलना में छोटी, पतली हड्डियां होती हैं.

  • महिलाओं में हड्डियों की रक्षा करने वाला हार्मोन एस्ट्रोजन, मेनोपॉज (पीरियड्स बंद होने पर) तक पहुंचने पर तेजी से कम हो जाता है, जिससे हड्डियों का नुकसान हो सकता है और ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ता है.

वहीं कुछ महिलाओं के लिए, हड्डियों में होने वाला नुकसान तेजी से और गंभीर हो सकता है.

महिलाओं में मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम दो बातों पर निर्भर करता है:

  1. मेनोपॉज तक पहुंचने पर हड्डी की मात्रा- आपकी हड्डियों का घनत्व जितना अधिक होगा, ऑस्टियोपोरोसिस विकसित होने की संभावना उतनी ही कम होगी. अगर आपकी हड्डियों का द्रव्यमान कम है या बोन लॉस के दूसरे जोखिम कारक हैं, तो ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना अधिक होती है.

  2. मेनोपॉज तक पहुंचने के बाद बोन लॉस कितनी तेजी से होता है- कुछ महिलाओं के लिए, हड्डियों का नुकसान दूसरों की तुलना में तेजी से होता है. वास्तव में, मेनोपॉज के बाद 5 से 7 वर्षों के दौरान एक महिला अपने अस्थि घनत्व का 20% तक खो सकती है.

मैक्स मल्टी स्पेशिएलिटी सेंटर में ऑर्थोपेडिक्स एंड ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. निकुंज अग्रवाल ने इससे पहले फिट के इस लेख में बताया था, "मेनोपॉज के दौरान और मेनोपॉज के बाद होने वाले हार्मोनल बदलाव से कैल्शियम मेटाबॉलिज्म, हड्डियों पर कैल्शियम के डिपॉजिट होने में गिरावट से बोन मास में कमी आती है. लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ महिलाओं में ही ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम हो, पुरुषों में इसका जोखिम होता है, खासकर तब जब परिवार में किसी को ये बीमारी रही हो."

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समय से पहले मेनोपॉज के कारण और बढ़ जाता है ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम

अगर किसी महिला के पीरियड्स 45 की उम्र से पहले बंद हो जाते हैं, तो इसे अर्ली मेनोपॉज (Early Menopause) कहा जाता है.

समय से पहले पीरियड बंद हो जाने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है, जिसमें ऑस्टियोपोरोसिस भी शामिल है.

मेनोपॉज के दौरान ज्यादातर महिलाओं की बोन डेन्सिटी में गिरावट होती है, लेकिन समय से पहले मेनोपॉज वाली महिलाओं में लेट मेनोपॉज वाली महिलाओं की तुलना में कमजोर और भंगुर हड्डियों की संभावना ज्यादा होती है.

मेनोपॉज के बाद लगभग 25 प्रतिशत महिलाओं की हड्डियों में तेजी से हानि हो सकती है और ये हानि जेनेटिक प्रभाव, स्टेरॉयड, एंटीएस्ट्रोजन जैसी दवाइयों, एक्सरसाइज की कमी और दूसरे जोखिम कारकों के कारण बढ़ती जाती है.

ऑस्टियोपोरोसिस: बचाव और इलाज

एक्सरसाइज न करना या शारीरिक गतिविधियों में कमी, स्मोकिंग और शराब, लो बॉडी मास इंडेक्स जैसे फैक्टर एक महिला को ऑस्टियोपोरोसिस के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है. खराब जीवनशैली हड्डियों को कमजोर करती जाती है.

इसलिए हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ हेल्दी और संतुलित आहार ऑस्टियोपोरोसिस का रिस्क घटाने में मददगार होता है.

डॉ. गुरदीप अविनाश रात्र कहते हैं, "ऑस्टियोपोरोसिस को जीवनशैली में परिवर्तन और कभी-कभी दवाइयों से रोका जा सकता है; हड्डियों की कमजोरी वाले लोगों के उपचार में दोनों शामिल हो सकती हैं. जीवनशैली बदलने में व्यायाम और गिरने से रोकना शामिल हैं. दवाइयों में कैल्शियम, विटामिन डी, बिसफॉसफोनेट, टेरिपैराटाइड और कई अन्य चीजें शामिल हैं."

कुछ उपयोगी टिप्स

ये महत्वपूर्ण है कि हम पहले से ही अपनी हड्डियों की सेहत को लेकर सतर्क रहें और इसे मजबूत बनाने और मजबूत बनाए रखने के उपाय करें.

  • अपनी हड्डियों के लिए संतुलित आहार के जरिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और विटामिन D सुनिश्चित करिए.

  • एक्सरसाइज करें.

  • स्मोकिंग या शराब से बचें.

फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम में रुमेटोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. नवल मेंदीरत्ता कहते हैं कि मेनोपॉज के बाद हर 2 साल पर एक बार ऑस्टियोपोरोसिस के लिए चेकअप करा लेना चाहिए.

(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी तरह के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा है, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए और कोई भी उपाय करने से पहले फिट आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देता है.)

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Published: 19 Oct 2021,05:58 PM IST

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