स्ट्रेच मार्क्स वो धारियाँ होती हैं, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों, जैसे पेट, हिप, थाई, पैर या पैरों के पिछले हिस्से पर दिखाई दे सकती हैं. वे जेनेटिक कारणों या फ़िर अचानक वज़न घटने या बढ़ने के कारण प्रकट हो सकते हैं.
बीएमसी प्रेगनेंसी एंड चाइल्डबर्थ स्टडी के अनुसार, 50-90% महिलाएं ज़िद्दी स्ट्रेच मार्क्स से पीड़ित होती हैं और यह शरीर में हार्मोनल परिवर्तनों के कारण हो सकता है जिससे त्वचा के फटने और क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है.
लेकिन आप नीचे दिए गए कुछ सुझावों के साथ अपने स्ट्रेच मार्क्स को रोक या मैनेज कर सकते हैं:
खिंचाव के निशान के मुख्य कारणों में से एक अचानक वजन बढ़ना या घटना है. वजन बढ़ने से त्वचा में खिंचाव आता है और पतली त्वचा आसानी से फट सकती है. बच्चे के कारण पहले से ही वजन बढ़ा होता है इसलिए अतिरिक्त वजन बढ़ने से बचने के लिए आपके लिए स्वस्थ खाना और नियमित व्यायाम करना महत्वपूर्ण हो जाता है.
आप अपने डॉक्टर से अपने आहार में कुछ बदलाव और गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने से रोकने के लिए व्यायाम के बारे में पूछ सकती हैं.
एनआईएच के अनुसार, त्वचा में नमी उसे स्मूथ और कोमल रख सकती है और खिंचाव के निशान को रोक सकती है. आपको खुद को अंदर और बाहर, दोनों तरफ से हाइड्रेट रखना चाहिए. अपने आप को प्राकृतिक रूप से हाइड्रेट करने के लिए आपको खूब सारा पानी, हर्बल चाय और जूस पीना चाहिए.
आपको त्वचा को चिकना और अधिक लचीला बनाए रखने के लिए गाढ़े मॉइस्चराइजर, बॉडी बटर और तेल का उपयोग करना चाहिए.
ताज़ा स्ट्रेच मार्क्स को उनके गुलाबी-लाल या बैंगनी रंग से पहचाना जा सकता है. इस स्टेज पर, स्ट्रेच मार्क्स का आसानी से इलाज किया जा सकता है क्योंकि वे ताजा होते हैं और सही तरह मैनेज करने से गायब भी हो सकते हैं.
जब ये स्ट्रेच मार्क्स सफेद हो जाते हैं, तो इसका मतलब है कि वे लंबे समय से हैं और पूरी तरह से गायब नहीं होते हैं, लेकिन समय के साथ ये हल्के हो जाते हैं.
एनआईएच के अनुसार, पोषण की कमी भी स्ट्रेच मार्क्स का कारण हो सकती है. विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई और जिंक से भरा पौष्टिक भोजन स्वस्थ त्वचा बनाए रखने में मदद करता है.
आप अपने प्रोसेस्ड भोजन को सिंगल-इनग्रेडिएंट होल फूड से बदल सकते हैं और स्ट्रेच मार्क्स को रोकने के लिए अंडे, ताजे फल और सब्जियां जैसे स्वस्थ भोजन तैयार कर सकते हैं.
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, जिंक और स्ट्रेच मार्क्स के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है लेकिन जिंक स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देता है और सूजन को रोकता है और इसमें हीलिंग गुण होते हैं. स्वस्थ त्वचा में स्ट्रेच मार्क्स होने की संभावना कम होती है. नट्स, लेगयूम, दूध, अंडा, मीट आदि ज़िंक से भरपूर होते हैं.
मायो क्लिनिक के डॉक्टरों के अनुसार, रेटिनॉइड क्रीम स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने में मदद करते हैं. ये विटामिन ए से पाए जाते हैं और इनमें ट्रेटिनॉइन होता है, जो त्वचा में कोलाजेन के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे स्ट्रेच मार्क्स त्वचा का हिस्सा लगते हैं और इस कारण कम दिखते हैं.
हालांकि गर्भावस्था के दौरान रेटिनोइड्स का उपयोग डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही करें.
मेडिसिन इंस्टीट्यूट की 2011 की एक रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन डी को आहार में या सप्लीमेंट्स की मदद से शामिल किया जा सकता है. सूर्य की रोशनी विटामिन डी का बहुत अच्छा स्रोत है.
अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल हेल्थ के अनुसार, विटामिन डी वजन बढ़ने के दौरान, त्वचा को लचीला बनाकर, खिंचाव को रोकने में मदद कर सकता है. डॉक्टर की सलाह के बाद ही विटामिन डी के मलहम और क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए.
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