दुनिया भर में महिलाओं को मासिक धर्म के बारे में जागरुक करने के लिए 28 मई को मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे (Menstrual Hygiene Day)- विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के तौर पर मनाया जाता है.

सैनिटरी पैड ज्यादातर प्लास्टिक के बने होते हैं और इनमें सेल्यूलोज गम के साथ-साथ एब्जोर्बेंट मटीरियल भी होते हैं, जो किसी लिक्विड को जेल(gel) में बदल देते हैं.

इस तरह की चीजों से तैयार होने वाले सैनिटरी नैपकिन पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक होते हैं, क्योंकि इनके लिए डिस्पोजल सिस्टम की कमी होती है. ऐसे में ये कई बार बहकर समंदर में चले जाते हैं और इनसे शहरी इलाकों में सीवर के जाम होने का भी खतरा बना रहता है.

इन सारी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सिरोना (पीबडी- PeeBuddy) की मेडिकल रीसर्च और सीएसआर विभाग की डायरेक्टर डॉ. दीक्षा एस. चड्ढा का कहना है कि अब एनवायरमेंट फ्रेंडली ऑप्शन पर गौर फरमाया जाना चाहिए, क्योंकि इनमें से ज्यादातर मटीरियल को री-यूज(Re-use) किया जा सकता है और इन्हें डिस्पोज भी आसानी से किया जा सकता है.

इन डिस्पोजेबल विकल्पों में बायोडिग्रेडेबल पैड्स और ऑर्गेनिक टैम्पोन या कार्डबोर्ड एप्लिकेटर के साथ टैम्पोन वगैरह शामिल हैं. बायोडिग्रेडेबल पैड बायो-प्लास्टिक और नैचुरल चीजें जैसे कॉटन, केले का फाइबर, बांस और इसी तरह के चीजों से बने होते हैं. इनमें भी लिक्विड को सोखने की बेहतर क्षमता होती है और इन्हें खाद के गड्ढे में भी डाला जा सकता है. इनमें मौजूद बायो-प्लास्टिक की मात्रा के आधार पर ये कुछ महीनों से लेकर सालों में खाद में बदल जाते हैं.

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पीरियड्स के दौरान स्वच्छता का ख्याल -कई ऑप्शन मौजूद

रीयूजेबल पैड: ये कपड़ों से बने पैड होते हैं, जिनमें विंग्स या बटन की सुविधा रहती है, जिन्हें आम सैनिरी पैड की तरह इस्तेमाल किया जाता है. इन्हें धोकर इनका दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है. कपड़े की कवॉलिटी के आधार पर इन्हें 200-400 साफ कर इनका इस्तेमाल किया जा सकता है. इन्फेक्शन से बचने और इन्हें कीटाणुओं से बचाए रखने के लिए धूप में सुखाया जाना चाहिए.

पीरियड पैंटी: ये भी दोबारा इस्तेमाल में लाए जाने वाले पैड की तरह होती हैं, जिनमें पहले से कॉटन की पट्टी लगी होती है, जिससे स्राव को रोकने में मदद मिलती है.

मेंस्ट्रुअल कप: इनका इस्तेमाल एक बार में छह से सात घंटे के लिए किया जा सकता है. ये वैजाइना में मेंस्ट्रुअल ब्लड को इकट्ठा करता है. इसके बाद इसे साफ कर दोबारा से इस्तेमाल किया जा सकता है. माहवारी के दौरान कप को सिर्फ एक बार स्टीम स्टरलाइजेशन (जिसके लिए डिवाइसेज अब बाजार में उपलब्ध हैं) करने की जरूरत पड़ती है या इन्हें धोने के लिए डिसइंफेक्टेड वॉश का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. ये मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन से बने होते हैं और अगर इनका सही से रखरखाव किया जाए, तो ये 3-5 या 10 साल तक चल सकते हैं. ये ईको फ्रेंडली होने के साथ ही साथ किफायती और मेडिकली सुरक्षित होते हैं. इसके अलग-अलग साइज मौजूद होते हैं जो इस्तेमाल के दौरान फिट हो सके.

ऑक्सो-बायोडिग्रेडेबल बैग: आजकल बाजारों में ऑक्सो-बायोडिग्रेडेबल बैग भी उपलब्ध हैं, जिनमें आराम से पैड्स या पीरियड्स से जुड़े बाकी प्रोडक्ट्स को फेंका जा सकता है. हालांकि नगर निगम के निर्देशों के मुताबिक, पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते समय इन्हें सही कूड़ेदान में फेंका जाना चाहिए या घर पर भी बाकी के कूड़ों से अलग कर फेंका जाना चाहिए.

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Published: 27 May 2020,07:17 PM IST

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