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स्किन को कैसे खूबसूरत और चमकदार बनाएं, इसके लिए हमारे पास तमाम घरेलू नुस्खे हैं. हर किसी के पास आपको बताने के लिए कोई न कोई नुस्खा जरूर होता है, जिससे त्वचा की हर दिक्कत दूर करने का दावा किया जाता है.
चाहे नींबू लगाना हो, हल्दी, दूध या एलोवेरा और चेहरे पर भाप तो सभी के पसंदीदा ब्यूटी टिप्स में से एक होता है. हम में से ज्यादातर लोग बिना किसी स्किन एक्सपर्ट की सलाह लिए उन तमाम घरेलू नुस्खों को अपनाने लग जाते हैं.
क्या वाकई ये नुस्खे हर किसी के लिए कारगर होते हैं? क्या जरूरी है कि अगर किसी के लिए स्किन पर नींबू लगाना फायदेमंद रहा है, तो आप पर भी उसका असर दिखेगा? आइए जानते हैं, इस पर विशेषज्ञों की क्या राय है.
स्किन स्पेशलिस्ट, डर्मटो-सर्जन एक्सपर्ट और ‘द एस्थेटिक्स क्लीनिक’ की को-फाउंडर डॉ रिंकी कपूर बताती हैं कि घरेलू नुस्खों में नींबू का इस्तेमाल बहुत कॉमन है.
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट, डर्मटालॉजी के डॉ डीएम महाजन कहते हैं कि नींबू लगाना उन्हीं को फायदा कर सकता है, जिनकी स्किन नॉर्मल हो.
वहीं फोर्टिस गुरुग्राम में डिपार्टमेंट ऑफ डर्मटालॉजी में सीनियर कंसल्टेंट डॉ सचिन धवन सलाह देते हैं कि नींबू लगाते वक्त उसे गुलाब जल जैसी चीजों से डायल्यूट कर लेना चाहिए और जरा भी इरिटेशन हो, तो नींबू लगाना रोक देना चाहिए क्योंकि कई लोगों की स्किन पर सिट्रिक एसिड के कारण जलन होने लगती है.
एलोवेरा के फायदे बताने की जरूरत नहीं है, लेकिन क्या आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्होंने घर पर एलोवेरा इसीलिए लगा रखा है कि जरूरत पड़ने पर उसे तुरंत तोड़कर यूज किया जा सके? तो ऐसा करना छोड़ दीजिए.
डॉ धवन भी इस बात पर सहमति जताते हुए कहते हैं कि स्किन पर डायरेक्ट एलोवेरा लगाने से एलर्जी हो सकती है, इसकी वजह एसिडिक कॉन्टेंट हो सकता है. सेंसिटिव या इंफ्लेम्ड स्किन को एलोवेरा इरिटेट कर सकता है, कुछ लोगों को इससे जलन भी हो सकती है.
एक्सपर्ट मार्केट में मिलने वाले अच्छी क्वालिटी के एलोवेरा जेल, जो वैरिफाइड और टेस्टेड हो, उसे ही सुरक्षित बताते हैं.
डॉ रिंकी कपूर बताती हैं कि कई बार ऐसा देखा गया है कि हल्दी लगाने के बाद स्किन काली हो गई या त्वचा में इरिटेशन, एलर्जी, रेडनेस, इचिंग होने लगी.
ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी स्किन कैसी है. जैसे मुल्तानी मिट्टी ऑयली स्किन के लिए अच्छी होती है, लेकिन अगर किसी की ड्राई स्किन है और वो मुल्तानी मिट्टी लगा ले, तो उसकी स्किन और भी ज्यादा ड्राई हो जाएगी.
डॉ कपूर बेसन लगाने की बात पर कहती हैं कि हर किसी की स्किन पर बेसन सूट नहीं करता, अगर आपकी स्किन बहुत रूखी है, तो आपको प्रॉब्लम हो सकती है, अगर एलर्जिक स्किन है, तो प्रॉब्लम हो सकती है. जिन लोगों को अस्थमा या कोई ब्रीदिंग प्रॉब्लम है, उन लोगों को बेसन से दिक्कत हो सकती है.
डॉ सचिन धवन बताते हैं कि एसेंशियल ऑयल या वर्जिन कोकोनट ऑयल जिसे ग्लो और एंटी एजिंग इफेक्ट के लिए यूज किया जाता है, अक्सर कुछ लोगों को उससे मुहांसे हो जाते हैं.
स्किन पर ग्लो लाने, पिंपल्स दूर करने या पोर्स खोलने के लिए चेहरे पर भाप लेना बहुत आम है.
डॉ धवन कहते हैं कि आजकल सेंसिटिव स्किन वाले लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है. ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खों के कारण एलर्जी और रिएक्शन हो सकता है.
डॉ रिंकी कपूर बताती हैं कि असल में पिंपल्स, टैनिंग जैसी छोटी-मोटी स्किन की दिक्कतों के लिए लोग अपने आसपास के लोगों की देखा-देखी कुछ चीजें इस्तेमाल करने लग जाते हैं.
वो कहती हैं, 'समस्या ये है कि आमतौर पर लोगों को अपनी स्किन के बारे में ज्यादा पता नहीं होता, स्किन टाइप कैसी है, किसी चीज पर स्किन कैसे रिएक्ट करेगी, ये पता होना जरूरी है.'
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Published: 06 Aug 2019,02:14 PM IST