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ये समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का FIT पर सवाल-जवाब पर आधारित कॉलम है. अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीके या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखिए, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
प्रिय रेनबोमैन,
मुझे इस शहर में मर्दों द्वारा रेप किए जाने का डर सताता रहता है. लोग हमेशा मुझे चिढ़ाते रहते हैं. मेरे नितंब (कुल्हे) पर चिकोटी काटते हैं. उनमें से एक ने मुझे ओरल सेक्स करने के लिए भी मजबूर किया. मैं इस तरह बार-बार धमकाने से तंग आ चुका हूं. मैं सचमुच अपनी इज्जत और जिंदगी के बारे में सोच कर बहुत डरा हुआ हूं. क्या मेरा रेप कर दिया जाएगा? और अगर मेरा रेप होता है, तो क्या कोई मेरी मदद करने आएगा या वे मुझे मार देना चाहेंगे ?
-डीपी
प्रिय डीपी,
अपनी बात मेरे साथ शेयर करने के लिए शुक्रिया. अब मेरी बात गौर से सुनिए.
आप किसी के भी मुकाबले बड़े, बेहतर और अच्छे हैं. और ऐसा इसलिए है क्योंकि आप जानते हैं कि आप जो महसूस कर रहे हैं, वो आपके आसपास की हकीकत से पूरी तरह मिलता-जुलता है. यही आपको मजबूत बनाता है. डर पर जीत हासिल करने के लिए जरूरी है कि पहले डर को पहचाना जाए.
मैं जानता हूं कि डर कभी-कभी हमारे दिमाग में बार-बार घूमता रहता है और यहां घर कर जाता है. आप कई बार इस तरह फंसा हुआ महसूस करते हैं कि आपको इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं दिखता.
वो शायद ऐसा कुछ देख सकता है, जिसे आप नहीं देख सकते. हो सकता है कि वो आपको ऐसे शख्स के रूप में देखता है, जो आपकी खुद की सोच से ज्यादा मजबूत है. शायद, वो आपकी छिपी क्षमताओं को देख सके, और शायद, आपके दिमाग को थोड़ा सा पुश मिले, और आप अपनी क्षमताओं का इस्तेमाल आगे बढ़ने के लिए कर सकें.
अब, मैं चाहता हूं कि आप फौरन ये करें.
मैं चाहता हूं कि आप हमसफर ट्रस्ट को कॉल करें, आपको www.humsafar.org पर नंबर मिल जाएगा. हमसफर ट्रस्ट में कोनिनिका रॉय से बात करें. वह संस्था में सलाहकार हैं और एक प्यारी इंसान हैं. वह आपकी बात सुनेंगी, या आपको उस शख्स से मिलवा देंगी जो आपकी बात सुने. अप्वाइंटमेंट लेकर उनसे मिलना भी बेहतर हो सकता है.
आप मुझे व्यक्तिगत रूप से भी लिख सकते हैं और आप शहर के जिस इलाके में रहते हैं, उसके हिसाब से मैं आपको लोगों से मिलवा दूंगा. एक ऐसे शख्स के तौर पर जिसके साथ रेप किया गया है और जो दोबारा रेप किए जाने और मजाक उड़ाए जाने के डर से बाहर आ गया है, मैं आपसे कह सकता हूं कि समय के साथ, हम इन डरों से परे जीना सीख जाते हैं. मैं इस बात का एक उदाहरण हूं कि चीजें बेहतर हो जाती हैं. हम और मजबूत हो जाते हैं.
सादर,
रेनबोमैन
अंतिम बात: मैं आपको अपना फोन नंबर ईमेल करूंगा. इसके अलावा आप पर हमला होता है, तो 100 नंबर पर भी फोन करने से हिचकिचाएं नहीं.
एक और अंतिम बात: आपकी जीत होगी, मेरा यकीन कीजिए.
प्रिय रेनबोमैन,
मेरी एक गर्लफ्रेंड है, जिसके पास मेरे लिए वक्त नहीं है. वह हमेशा अपने काम में व्यस्त रहती है. अब वह मुझसे नहीं मिलती है और उस तरह बात भी नहीं करती, जैसे पहले किया करती थी. क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि वह एक औरत है? मुझे लगता है जैसे मैं खुद को खत्म कर दूं. कृपया मेरी मदद कीजिए.
-एचबी
प्रिय एचबी,
मैं आपका जेंडर नहीं जानता, इसलिए आपको कॉमन जेंडर के रूप में मुखातिब करूंगा. क्योंकि मेरा मानना है कि प्यार सिर्फ प्यार है और लोग लोगों के साथ प्यार करते हैं. लोग जेंडर से प्यार नहीं करते. मैं समझता हूं कि कभी-कभी हम चाहते हैं कि प्यार हमेशा वैसा ही बना रहे. लेकिन ऐसा नहीं होता. समय के साथ, प्यार बढ़ता है. कभी-कभी यह अलग हो जाता है, कभी-कभी यह साथ बना रहता है.
इसका मतलब यह भी हो सकता है कि वह आपको पहले से ज्यादा प्यार करती है, और समझती है कि आप उसके लिए इंतजार करेंगे, आपकी रिलेशनशिप इतनी परिपक्व हो गई है, जहां इसे निरंतर रिमाइंडर की जरूरत नहीं है.
खुद को रिलैक्स करने और तरोताजा होने के लिए वक्त और स्पेस दें.
एक समझदार दिमाग, एक बेहतर रिश्ते का रास्ता बनाएगा.
एक झप्पी के साथ,
रेनबोमैन
अंतिम बातः उससे बात कीजिए. नरमी से, उग्रता से नहीं.
प्रिय रेनबोमैन,
मैं बेड पर बहुत संयमित रही हूं, लेकिन मेरा पति इसके उलट है. वह एक एथलीट और वॉलीबॉल प्लेयर है, और वह बेड पर भी एथलीट की ही तरह पेश आता है! वह सोचता है कि मैं उसकी वॉलीबॉल हूं. वह चारों तरफ मोड़ना और घुमाना पसंद करता है (शायद आप समझ रहे होंगे कि मेरा क्या मतलब है). चीजों को बेहतर बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
- मिसेज वॉलीबॉल
डियर मिसेज वॉलीबॉल,
सबसे पहली बात सबसे पहले. जरूरी नहीं कि फील्ड के अच्छे एथलीट बेड पर भी सुपरमैन हों. यह एक गलतफहमी है. यह भी जान लें कि बेडरूम और स्टेडियम अलग चीजें हैं. मुझे लगता है कि आपके पति को भी इन दोनों बातों का फर्क समझ लेना चाहिए.
कभी-कभी वॉलीबॉल का मन भी खिलाड़ी को लात मारने को करता है.
सादर,
रेनबोमैन.
अंतिम बातः अपनी ख्वाहिशों के बारे में बताइए. क्योंकि यह काम सिर्फ आप ही कर सकती हैं.
(लोगों की पहचान गुप्त रखने के लिए नाम बदल दिए गए हैं. आप भी अपने सवाल sexolve@thequint.com पर भेज सकते हैं)
(हरीश अय्यर समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं और एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक्टिविस्ट हैं.
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