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सेक्सॉल्व हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीके या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले, तो हरीश अय्यर को लिखिए और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
डियर रेनबोमैन,
मैं एक 28 वर्षीय समलैंगिक पुरुष हूं. मैं जिस समस्या के बारे में बताने जा रहा हूं, वह आपके सामने आने वाली समस्याओं से थोड़ी अलग है. वैसे मैं आपके द्वारा दिए जाने वाले जवाबों से बहुत प्रभावित हूं. आपके जवाब उम्मीद की राह दिखाते हैं. मैं पिछले 3 साल से इस शख्स को डेट कर रहा था. हम शादी करने की योजना बना रहे थे. मेरा ब्वॉफ्रेंड गंभीर मेंटल हेल्थ की समस्याओं से जूझ रहा था. पिछले साल उसकी नौकरी भी छूट गई थी और जब मुझे अच्छे-बुरे वक्त में उसके साथ खड़ा होना था, तो मैं उसे मानसिक रूप से सहारा देने के लिए कुछ नहीं कर सका.
मैं उसे समझाने के लिए घंटों खर्च करता था कि वो मुझसे बात करे, लेकिन वह मुझे बस गले लगाकर रोता था. मैंने उसे कई फोन नंबर दिए और मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स के बारे में बताया. एक दिन, मैंने उसे फोन किया और उसका फोन नहीं उठा. उसने टेबलेट खा ली थीं और दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ दिया था. मैं इस सदमे से उबर नहीं पा रहा हूं. मैंने दूसरों को डेट करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा. जरूरत पर मैं उसकी मदद नहीं कर पाने के लिए खुद को कोसने से नहीं रोक पा रहा हूं. मुझे खुद से नफरत हो गई है. मुझे नहीं पता कि मैं आपसे क्या मदद लेना चाहता हूं, लेकिन यह लिखने से मुझे अच्छा महसूस हो रहा है. ध्यान देने के लिए आपका शुक्रिया.
सनम
प्रिय सनम,
मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. मुझे पता है कि ऐसा भी वक्त आता है, जब हमारे लिए एक शब्द भी लिखना मुश्किल हो जाता है और कभी-कभी नुकसान की गहरी भावना हमें अपने दिल को दूसरे के सामने खोल कर रख देने के लिए प्रेरित करती है. मुझ पर भरोसा करने और अपने सबसे गहरे जख्म, जिसने आज आपको चोट पहुंचाई है, मुझे दिखाने के लिए शुक्रिया.
प्यार का सच्चा इम्तेहान तब होता है, जब मौत के बाद वह आपके पास नहीं होता. प्यार का सच्चा इम्तेहान तब होता है, जब आपका अजीज आपसे दूर चला गया हो और उससे मिलने की उम्मीद उसकी सांसों के साथ खत्म हो चुकी हो. मुझे गर्व है कि आपने अपने ख्यालों में उसे जिंदा रखा है.
हम सभी को खुद को आगे ले जाने के लिए प्यार के ईंधन की जरूरत होती है. आपको यह तोहफा मिला हुआ है.
अपने पार्टनर को अपने आसपास के लोगों में तलाशने की कोशिश न करें. वह बेमिसाल है. वह बहुत खास है. उसकी दूसरी प्रतिकृतियां नहीं हैं. वह अपनी तरह का एक ही है और उसके जैसा कोई नहीं है. इस सच्चाई को स्वीकार कर लें.
अगला शख्स जिसे आप प्रेम करें, उसे आपको आपके पूर्व प्रेमी के लिए प्यार से भरे दिल के साथ स्वीकार करना होगा. इसमें कोई फेर-बदल नहीं होने वाला है. लेकिन अपने दिल को वह प्यार भी दीजिए जिसका वह हकदार है. खुद को प्यार किए जाने का मौका दें. मुझे पता है कि कोई भी आपको वैसा प्यार नहीं कर सकता जैसा कि आपके प्रेमी ने किया, फिर भी, कोई आपको वैसा ही प्यार कर सकता है, जैसा उसने आपसे किया था. उसे एक मौका दें.
साथ ही, मुझे खुशी है कि आप अपने पार्टनर के साथ उसके मुश्किल वक्त में खड़े रहे.
मेंटल हेल्थ की समस्याओं का समय पर इलाज ना किया जाए, तो इसका असर हर चीज पर पड़ता है; पहला शिकार अक्सर रिश्ते ही होते हैं.
आप उसके साथ रहे, उसको रास्ता दिखाया और उसकी जिंदगी को खुशगवार बनाया. अपने आप पर और अपने प्यार पर सवाल उठाकर इसे बर्बाद ना करें. आपने बहुत कुछ किया. आपका प्यार ही काफी था.
लेकिन जब लोग मरते हैं, तो वो खत्म हो जाते हैं. और जब वो मर जाते हैं, तो यह हमारे ऊपर होता है कि या तो अपराध बोध में घिर जाएं या अपने जीवन, अपने प्यार और अपने समय को सबसे अच्छे तरीके से गुजार सकें.
आपकी खुशी आपके साथी को सबसे बड़ा तोहफा है.
मुस्कुराइए
रेनबोमैन
डियर रेनबोमैन,
मेरी एक गर्लफ्रेंड है, जो सेक्स-क्रेजी है. अगर मैं उसके साथ सेक्स करने से मना करता हूं तो वह मुझे बेइज्जत करती है. मेरा सेक्स करने का मन करता है, लेकिन मैं असल में यह हफ्ते के सातों दिन नहीं करना चाहता. मुझे नहीं पता कि यह बात उसे कैसे समझाऊं. यहां तक कि मेरे दोस्त भी मुझसे कहते हैं कि मुझे मर्द बनना चाहिए और खुश होना चाहिए कि वह मुझे बहुत यौन सुख देती है. मैं खुश नहीं हूं. कभी-कभी वह मुझे दबोच लेती है और जब मेरा मन नहीं होता तब भी मेरे साथ तमाम चीजें करती है. मुझे क्या करना चाहिए?
रजत * (बदला हुआ नाम)
प्रिय रजत,
बहुत ज्यादा सेक्स करने में कोई मर्दानगी नहीं है. बहुत सेक्स नहीं करने से भी मर्दानगी कम नहीं हो जाती. आपके दोस्तों की सोच में गड़बड़ी है.
उससे बात करें. उसे बताएं कि आप क्या महसूस करते हैं और यह सुनिश्चित करें कि आप उसे यह बात नरमी से और ऐसे माहौल में कहें, जो मददगार हो.
आपका जो भी जेंडर हो, आपके शरीर पर आपका अधिकार और आपकी सहमति आपके पार्टनर की सहमति जितनी ही महत्वपूर्ण है. यह ना सोचें कि सिर्फ इसलिए कि आप एक पुरुष हैं, आप बिना मर्जी वाले सामान हैं. बस आपको अपनी बातों को नरमी से कहने की जरूरत है न कि बखेड़ा करने की.
सादर
रेनबोमैन
डियर रेनबोमैन,
मैं एक भारतीय समलैंगिक पुरुष हूं, जिसने एक पुरुष से शादी की है. हमारे बीच बहुत प्यार भरे रिश्ते थे, लेकिन हाल ही में जब हम अमेरिका से कनाडा शिफ्ट हुए तो उसी दौरान हमारे संबंधों में खटास आ गई. कुछ समय से उसने जब-तब मेरे फोन के मैसेज चेक करना शुरू कर दिया और हमेशा मुझसे पूछताछ करता है. समलैंगिक प्रेम को पाना बहुत मुश्किल है और इसका पूरी तरह सत्यानाश किया जा रहा है. इन हालात से मैं कैसे निपटूं?
परेशान प्यार
प्रिय परेशान प्यार,
कभी-कभी बहुत नजदीकी में भी दिल पर चोट लग जाती है. एक दूसरे को स्पेस दें.
शायद अकेले कहीं छुट्टी पर जाना कुछ चमत्कार कर सके.
इस बीच बता दूं कि, चाहे पति हो, प्रेमी हो या ब्वॉयफ्रेंड, किसी को भी आपके पर्सनल स्पेस को लांघने का अधिकार नहीं होना चाहिए और आपका पर्सनल स्पेस आपका तय किया होगा, उसका तय किया नहीं.
सादर
रेनबोमैन
(लोगों की पहचान सुरक्षित रखने के लिए नाम और कुछ ब्योरे परिवर्तित कर दिए गए हैं. आप भी अपने सवाल sexolve@thequint.com पर भेज सकते हैं।)
(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.
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