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‘शादी के लड्डू जो खाए, वो पछताए. जो न खाए, वो भी पछताए’ ये कहावत आपने जरूर सुनी होगी, लेकिन जनाब शादी नहीं करके भी आपको पछताना पड़ सकता है.
अमेरिका के एक जर्नल हार्ट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शादीशुदा लोगों को दिल के दौरे का खतरा कम होता है. उनके मुकाबले जो लोग कुंवारे हैं या जो तलाकशुदा हैं उनको हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा रहता है.
स्टडी के मुताबिक तलाकशुदा मर्द और औरत दोनों में 35% तक दिल की बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है. वहीं जिनके पति और पत्नी की मौत हो चुकी है, उन्हें 16% तक दिल की बीमारी का खतरा अधिक रहता है.
मैक्स स्पेशेलिटी के हृदय विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक कुमार कहते हैं..
डॉक्टर विवेक के मुताबिक दिल की बीमारी के लिए सोशल दायरा बहुत मायने रखता है. जो लोग अपने सोशल दायरे में बहुत सक्रिय रहते हैं उनमें दिल की बीमारी का खतरा कम रहता है. जिनका सोशल दायरा कम होता है, उनमें दिल की बीमारी का खतरा अधिक रहता है.
इस रिपोर्ट पर मैक्स अस्पताल के साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर समीर मल्होत्रा का मानना है-
तन और मन का बहुत गहरा रिश्ता होता है. लाइफ में किसी भी तरह का स्ट्रेस होने से उसके दिल-और दिमाग पर असर पड़ता है.
इसलिए जनाब अगर सिंगल हैं और शादी नहीं करने का फैसला कर लिया है तो इरादा बदल लीजिए, क्योंकि शादी ना करके पछताना पड़ सकता है.
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