मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Fit Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019अधेड़ उम्र में इन एक्टिविटीज से घट सकता है डिमेंशिया का खतरा

अधेड़ उम्र में इन एक्टिविटीज से घट सकता है डिमेंशिया का खतरा

44 साल तक हुई इस स्टडी में स्वीडन की 800 महिलाओं को शामिल किया गया.

फिट
फिट
Published:
अधेड़ उम्र में इन एक्टिविटीज के जरिए घट सकता है बुढ़ापे में डिमेंशिया होने का खतरा.
i
अधेड़ उम्र में इन एक्टिविटीज के जरिए घट सकता है बुढ़ापे में डिमेंशिया होने का खतरा.
(फोटो: iStock)

advertisement

अधेड़ उम्र में शारीरिक और मानसिक तौर पर एक्टिव रहने से आगे चलकर डिमेंशिया होने का खतरा घट सकता है.

न्यूरोलॉजी जर्नल में पब्लिश एक स्टडी कहती है कि पढ़ना, कोई संगीत सीखना, गाना, कॉन्सर्ट में जाना, बागवानी, सिलाई-कढ़ाई या धार्मिक सेवाओं में भाग लेने से बुढ़ापे में डिमेंशिया से पीड़ित होने का जोखिम घट सकता है. 

इस स्टडी में स्वीडन की 800 महिलाओं को शामिल किया गया, जिनकी औसत आयु 47 साल थी. ये स्टडी 44 साल तक चली.

मेंटल और फिजिकल एक्टिविटी से डिमेंशिया का खतरा कम

शुरुआत में इन महिलाओं से उनकी मेंटल और फिजिकल गतिविधियों की जानकारी ली गई.

इन महिलाओं को दो ग्रुप में बांटा गया. एक ग्रुप उन महिलाओं का जो मेंटल और फिजिकल एक्टिविटीज में काफी सक्रिय थीं और दूसरा ग्रुप जो इन गतिविधियों में सक्रिय नहीं थीं.

स्टडी के दौरान 194 महिलाएं डिमेंशिया से पीड़ित हुईं. इनमें से 102 महिलाओं को अल्जाइमर, 27 को वैस्कुलर डिमेंशिया और 41 महिलाएं मिक्स्ड डिमेंशिया से पीड़ित हुईं.

ये देखा गया कि मानसिक रूप से निष्क्रिय महिलाओं के मुकाबले सक्रिय महिलाओं को अल्जाइमर होने का खतरा 46 फीसदी कम रहा और डिमेंशिया होने का खतरा 34 फीसदी कम रहा. जो महिलाएं फिजिकली एक्टिव थीं उनमें शारीरिक रूप से निष्क्रिय महिलाओं की तुलना में डिमेंशिया का खतरा 52 फीसदी कम और मिक्स्ड डिमेंशिया का खतरा 56 प्रतिशत कम था.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

स्वीडन की यूनिवर्सिटी ऑफ गॉथेनबर्ग की जेना नाजर ने कहा, 'इस स्टडी के नतीजे बताते हैं कि ये एक्टिविटीज बुढ़ापे में डिमेंशिया से बचाने और संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को संरक्षित करने में भूमिका निभाती हैं.'

इन गतिविधियों में लोग आसानी से और बिना ज्यादा खर्चा किए शामिल हो सकते हैं.
जेना नाजर, यूनिवर्सिटी ऑफ गॉथेनबर्ग, स्वीडन 

डिमेंशिया है क्या?

डिमेंशिया यानी मनोभ्रंश. डॉक्टरों के मुताबिक डिमेंशिया कोई एक बीमारी नहीं है बल्कि बीमारियों का लक्षण है. ऐसी बीमारियां जो मस्तिष्क को प्रभावित करती हैं. जिससे मस्तिष्क के कुछ काम जैसे याददाश्त, किसी की बात समझना, किसी समस्या का हल सोचना, बोलना, ये क्षमताएं क्षीण होती जाती हैं और आदमी का दिमाग काम करना बंद कर देता है या सामान्य से कम काम करता है. इस मानसिक क्षीणता की गति धीमी भी हो सकती है या तेज भी हो सकती है.

(इनपुट: पीटीआई)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT