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सिंगापुर में मंकीपॉक्स का अब तक का पहला मामला सामने आया है. सिंगापुर की हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि वहां आए एक नाइजीरियाई व्यक्ति को मंकीपॉक्स के टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया.
इस पेशेंट के मुताबिक सिंगापुर आने से पहले उसने नाइजीरिया में एक शादी अटेंड की थी, जहां उसने शायद बुशमीट खा लिया, जो मंकीपॉक्स वायरस के ट्रांसमिशन का जरिया हो सकता है.
गौरतलब है कि उष्णकटिबंधीय जंगलों में भोजन के तौर पर खाए जाने वाले गैर पालतू स्तनधारियों, सरीसृपों, उभयचरों और पक्षियों के मांस को बुशमीट कहते हैं.
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक इंसानों में मंकीपॉक्स के लक्षण करीब-करीब स्मॉलपॉक्स जैसे होते हैं.
मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण:
बुखार होने के 1 से 3 दिनों में (कभी-कभी और ज्यादा वक्त के बाद) मरीज के शरीर में चकत्ते दिखाई देते हैं, जो अक्सर चेहरे से शुरू होते हैं और फिर पूरे शरीर में फैल जाते हैं.
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 मई, 2019 को देर शाम एक बयान में कहा कि जो व्यक्ति यह वायरस लेकर आया वह 28 अप्रैल को सिंगापुर पहुंचा था.
मंत्रालय ने बताया कि 38 वर्षीय व्यक्ति को दो दिन बाद इसके लक्षण दिखाई दिए और अभी उसे स्थिर हालत में एक संक्रामक रोग केंद्र में अलग रखा गया है.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हालांकि इसके फैलने का खतरा कम है लेकिन फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय एहतियात बरत रहा है.’’
CDC के मुताबिक इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला मामला 1970 में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में रिकॉर्ड किया गया था. तबसे मंकीपॉक्स के मामले मध्य और पश्चिम अफ्रीकी देशों में देखे गए. अब तक अफ्रीका से बाहर सिर्फ तीन बार इंसानों में मंकीपॉक्स का संक्रमण पाया गया. 2003 में अमेरिका, 2018 में यूके और इजराइल में इसके मामले सामने आए थे.
(इनपुट: भाषा)
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Published: 10 May 2019,05:52 PM IST